हिन्दुओं की संख्या को लेकर आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने बड़ा दावा कर दिया है। संघ प्रमुख ने कहा कि हिन्दुओं की संख्या और ताकत दोनों घट रही है। ग्वालियर में एक कार्यक्रम को संबोधित करके हुए संघ प्रमुख ने ये बातें कही है।

कार्यक्रम में बोलते हुए मोहन भागवत ने कहा-“आप देखेंगे कि हिंदुओं की संख्या और ताकत कम हो गई है या हिंदुत्व की भावना कम हो गई है। अगर हिंदू बने रहना चाहते हैं तो भारत को ‘अखंड’ बनना होगा”।

इसके साथ ही मोहन भागवत ने कहा कि हिन्दू और भारत अलग-अलग नहीं हो सकते हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारत को भारत रहना है तो भारत को हिन्दू रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा- “हिन्दू के बिना भारत नहीं, और भारत के बिना हिन्दू नहीं”। उन्होंने आगे कहा कि हिन्दूओं शक्ति कम होगी तो भारत कमजोर होगा। अगर हम हिंदुओं को देश से अलग कर देंगे तो कोई इतिहास नहीं रहेगा।

इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ संघ के कई बड़े नेता और प्रदेश के कई नेता भी भाग लेने के लिए पहुंचे हैं। यह पहली बार नहीं है जब मोहन भागवत ने हिन्दूओं को लेकर इस तरह का बयान दिया हो। इससे पहले 25 नवंबर को नोएडा में संघ प्रमुख ने कहा था कि भारत ने बंटवारे के समय एक बड़ा झटका देखा था। जिसे भुलाया नहीं जा सकता और जिसे कभी दोहराया नहीं जाएगा।

उन्होंने कहा था- “भारत की विचारधारा सबको साथ लेकर चलने की है। यह कोई विचारधारा नहीं है जो खुद को सही और दूसरों को गलत मानती है। हालांकि, इस्लामिक आक्रमणकारियों की विचारधारा दूसरों को गलत और खुद को सही मानने की थी। अंग्रेजों की सोच भी एक जैसी थी। यह अतीत में संघर्ष का मुख्य कारण था”।

भागवत ने इसी कार्यक्रम में चेतावनी के लहजे में कहा था कि यह 2021 का भारत है, 1947 का नहीं। बंटवारा एक बार हुआ है, दोबारा नहीं होगा। जो लोग सोचते हैं वे खुद बर्बाद हो जाएंगे।