चीन और उत्तर कोरिया पर बोलते हुए जापान के पीएम ने क्यों कही हमला करने की बात
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा है कि वो अपने देश की सेना को मजबूत करेंगे ताकि क्षेत्र की अस्थिर सुरक्षा स्थितियों का मुक़ाबला किया जा सके.
इनमें चीन और उत्तर कोरिया की ओर से शक्ल ले रहा ख़तरा शामिल है.
जापान के पीएम ने कहा कि वो सभी विकल्पों पर गौर करेंगे. इनमें दुश्मन के ठिकानों पर हमला करना शामिल है.
दूसरे विश्व युद्ध के बाद तैयार संविधान जापान को ताक़त के इस्तेमाल और हमले करने से रोकता है.
हालांकि, एक सैन्य ठिकाने पर दिए भाषण में प्रधानमंत्री किशिदा ने कहा कि चीन और उत्तर कोरिया की ओर से किए जा रहे सैन्य विस्तार के कारण वो देश की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद हैं.
जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा वापस दिलाने के लिए अंतिम सांस तक लड़ूंगा: उमर अब्दुल्लाह
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नेशनल कॉन्फ्रेंस के
उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्लाह ने शनिवार को कहा है कि वह अपनी अंतिम सांस तक जम्मू और कश्मीर को पूर्ण राज्य एवं विशेष राज्य का दर्जा वापस दिलाने के लिए संघर्ष करते
रहेंगे.
अब्दुल्लाह ने शनिवार को
बीती 15 नवंबर को श्रीनगर में हुए एक विवादित एनकाउंटर में मारे गए रामबान ज़िले
के एक युवक के परिवार वालों से मुलाक़ात की.
पूर्व मुख्य मंत्री
अब्दुल्लाह ने चेनाब घाटी के अपने आठ दिवसीय दौरे के दूसरे दिन गूल क्षेत्र का
दौरा किया. इस दौरे के तहत अब्दुल्लाह रामबान, डोडा, किश्तवाड़ और गूल ज़िलों का
दौरा करेंगे.
उन्होंने कहा, “हम अपने और अपने घरों के लिए संघर्ष नहीं कर रहे
हैं, बल्कि आपके (जम्मू – कश्मीर की जनता) लिए संघर्ष कर रहे हैं और आपके हितों
की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं. हमारा संघर्ष अपने अधिकारों को वापस पाने का
है जो 5 अगस्त 2019 को हमसे छीन लिए गए थे. और हम अपनी अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे.”
उन्होंने कहा कि ये सच
और न्याय पाने की लड़ाई है और इस संघर्ष में लगे लोग अपने कदम वापस नहीं खींचते बल्कि
संघर्ष को सही मुकाम पर पहुंचाते हैं.
बीजेपी के मंत्रियों, नेताओं ने ये तस्वीर पोस्ट की और मच गया सोशल मीडिया पर हंगामा?
यूपी के नोएडा से लेकर चीन तक एक तस्वीर ने बीते कई घंटों से सोशल मीडिया पर मैसेजेस की बाढ़ लगा दी है. और हो भी क्यों न, दो दिनों पहले केंद्र सरकार के कई मंत्रियों और नेताओं के ट्विटर हैंडल से इसे ग्रेटर नोएडा के जेवर एयरपोर्ट का बताते हुए ट्वीट किया गया था इसे सरकार की ओर से जारी किए गए एकवीडियोतक में जगह दी गई.
25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया. दावा किया जा रहा है कि जब ये एयरपोर्ट बन कर तैयार हो जाएगा तो यह एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा.
इसी दावे को केंद्रीय मंत्रियों और सत्तारूढ़ दल के कई बड़े नेताओं ने इसकी उस एक तस्वीर के साथ अपने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की जो कुछ घंटों बाद वायरल हो गई.
इसकी शुरुआत हुई शेन शिवाई नाम के एक शख्स के ट्वीट के साथ. शेन शिवाई के वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट पर उन्हें चीन के मामलों का विशेषज्ञ बताया गया है और चीन की सरकारी मीडिया का लेबल भी लगा है.
बिहार की राजधानी पटना से लगभग 200 किलोमीटर दूर जमुई ज़िले
में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक मृत व्यक्ति अपनी ही मौत की वजह
से हुई भावनात्मक वोटिंग की वजह से चुनाव जीत गया है.
मामला कुछ ऐसा है कि जमुई प्रशासन के अधिकारी 24
नवंबर को हुए पंचायत चुनाव में जीत दर्ज करने वाले उम्मीदवारों को प्रमाणपत्र सौंप
रहे थे.
इसी प्रक्रिया में अधिकारियों ने खैरा ब्लॉक के दीपाकरहर
गांव के वार्ड नं. 2 का चुनाव जीतने वाले सोहन मुर्मू को बुलाया. लेकिन मुर्मू का
कोई अता – पता नहीं था.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, इसके बाद हुई जांच
में पता चला कि सोहन मुर्मू की मौत इसी छह नवंबर को हो चुकी है.
खैरा के ब्लॉक विकास अधिकारी राघवेंद्र त्रिपाठी ने बताया,
“जांच
में हमें पता चला कि मुर्मू की मौत वोटिंग से 15 दिन पहले ही हो चुकी है.”
कहां है सोहन मुर्मू का गांव
बिहार और झारखंड की सीमा पर स्थित दीपाकरहर एक ऐसा दूरस्थ गांव है जहां ज़्यादातर आबादी आदिवासियों की है.
इस गांव में काफ़ी समय से रह रहे लोग बताते हैं कि नब्बे के दशक में ये गांव सबसे पहले नक्सल गतिविधियों का शिकार बना था.
गृह मंत्रालय द्वारा कुछ साल पहले जारी की गयी एक सूची के मुताबिक़ भी ये गांव कट्टर वामपंथी उग्रवाद से सबसे ज़्यादा प्रभावित था.
लेकिन त्रिपाठी की मानें तो इस गांव के लोग अभी भी काफ़ी सीधे और भावनात्मक हैं.
त्रिपाठी कहते हैं, “अपने प्रतिद्वंदी को 28 मतों से हराने वाले मुर्मू के परिवार वालों ने बताया है कि बीमार चल रहे मृतक की आखिरी इच्छा चुनाव जीतना थी. ऐसे में वह चुप रहे और गांव के किसी शख़्स ने भी हमें कुछ नहीं बताया. ऐसा लगता है कि सभी लोगों ने उनकी अंतिम इच्छा का सम्मान करने के लिए उनके पक्ष में मतदान किया.”
इसके बाद आगे की कार्रवाई के बारे में बताते हुए त्रिपाठी ने कहा कि “विजेता का प्रमाणपत्र किसी अन्य व्यक्ति को नहीं दिया जा सकता. हम राज्य चुनाव आयोग से आग्रह करेंगे कि इस वार्ड का चुनाव रद्द किया जाए और एक बार फिर चुनाव आयोजित कराया जाए.”
यूरोप के सामने सवाल, कहीं कोरोना का नया वैरिएंट उनके यहां तो नहीं पहुंच गया है?
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यूरोप के कई देशों स्वास्थ्य अधिकारी इस बात की जानकारी करने में जुटे हैं कि कहीं कोरोना वायरस का नया वैरिएंट उनके देश में तो नहीं पहुंच गया है.
इस वैरिएंट को ओमिक्रॉन नाम दिया गया है. माना जा रहा है कि ये पहले के सभी वैरिएंट के मुक़ाबले ज़्यादा संक्रामक है.
जर्मनी और चेक रिपब्लिक के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें नए वैरिएंट से जुड़े संदिग्ध मामलों की जानकारी मिली है. वो इसकी पुष्टि का इंतज़ार कर रहे हैं.
नीदरलैंड्स के अधिकारियों ने बताया है कि दक्षिण अफ्रीका से लौटे कोविड पॉजिटिव 61 लोगों के नमूनों की जांच की जा रही है.
यूरोप में अब तक नए वैरिएंट के एक केस की पुष्टि हुई है. संक्रमित व्यक्ति ने तुर्की और मिस्र की यात्रा की थी.
बागपत में बोले अनुराग ठाकुर – अखिलेश भाई, तुम दंगे करवाते हो, हम दंगल कराते हैं
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बीजेपी नेता और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार
को उत्तर प्रदेश के बागपत में एक जनसभा के दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव
पर दंगे कराने का आरोप लगाया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, अनुराग ठाकुर ने बागपत
ज़िले के बड़ौत में आयोजित 'सांसद खेल महाकुंभ' कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव पर ये आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा, "अगर हम युवाओं को खेल के
क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका दे रहे हैं तो इसमें ग़लत क्या है. अखिलेश यादव
कहता है कि सांसदों खेल महाकुंभ कराते हैं. अखिलेश भाई, सुनो, तुम दंगे कराते हो और हम दंगल कराते हैं..."
"मुझे पता है कि बागपत के लोगों
को दंगों के बारे में नहीं पता. वे दंगल में विश्वास करते हैं. अगर एक राजनेता खेलों
को आगे बढ़ाता है तो इससे अच्छा क्या हो सकता है."
बता दें कि बीजेपी ने अनुराग ठाकुर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का सह-प्रभारी बनाया गया है.
इसके बाद एक ट्वीट में ठाकुर ने लिखा, "अखिलेश यादव, अंतर सिर्फ इतना है कि सपा सरकार में उत्तर प्रदेश में दंगे होते होते थे और अब दंगल हो रहे हैं."
INDvNZ: भारत की न्यूज़ीलैंड पर 63 रनों की बढ़त
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भारत ने कानपुर में खेले जा रहे टेस्ट मैच में न्यूज़ीलैंड पर कुल 63 रन की बढ़त बना ली है.
न्यूज़ीलैंड की टीम पहली पारी में 296 रन के स्कोर पर सिमट गई.
भारत के लिए अक्षर पटेल ने पांच और आर अश्विन ने तीन विकेट हासिल किए.
भारत ने पहली पारी में 345 रन बनाए थे.
इस तरह भारत को पहली पारी के आधार पर 49 रन की बढ़त मिली.
तीसरे दिन का खेल ख़त्म होने तक भारत ने दूसरी पारी में एक विकेट पर 14 रन बना लिए.
मयंक अग्रवाल चार और चेतेश्वर पुजारा नौ रन बनाकर नाबाद हैं. शुभमन गिल एक रन बनाकर आउट हुए.
जब गोलियों की बौछार के बीच भारत और पाकिस्तान के कमाँडरों ने लिखे पत्र
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1971 की लड़ाई में जब पूर्वी मोर्चे में बख़्शीगंज पर भारतीय सैनिकों का कब्ज़ा हो गया तो उस इलाके के कमाँडर मेजर जनरल गुरबख़्श सिंह गिल ने वहाँ जाने की इच्छा प्रकट की.
ब्रिगेडियर हरदेव सिंह क्लेर ने उन पर ज़ोर डाला कि वो वहाँ बाद में हैलिकॉप्टर से आएं जब उस इलाके पर भारतीय सैनिकों का पूरा नियंत्रण हो जाए. लेकिन जनरल गिल नहीं माने. दोनों अफ़सर एक जोंगा पर सवार हुए. ब्रिगेडियर क्लेर उसे ड्राइव कर रहे थे और गिल उनके बगल में बैठे थे. अभी वो कुछ मील ही चले होंगे कि जोंगा का टायर एक लैंडमाइन के ऊपर से गुज़रा. एक ज़ोरदार धमाका हुआ और जोंगा में सवार दोनों सैनिक अफ़सर उछलकर सड़क पर आ गिरे.
बाद में भारतीय सेना से मेजर जनरल के पद से रिटायर हुए हरदेव सिंह क्लेर लिखते हैं, "मैंने उठकर अपने अंगों को हिलाया और पाया कि मैं चल सकता हूँ. जनरल गिल जोंगा की दूसरी तरफ़ गिरे पड़े थे. उनके पैर बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो चुके थे. मैं देख सकता था कि उन्हें ठीक करना हमारे बस की बात नहीं थी. मैं उन्हें पीछे आ रहे वाहन में बैठाकर 13 गार्ड के मेडिकल एड सेंटर में ले गया जहाँ डाक्टरों ने उनकी जाँच की. फिर उन्हें हैलिकॉप्टर में बैठाकर गुवाहाटी के सैनिक अस्पताल ले जाया गया. मेजर जनरल गंधर्व नागरा को जो 2 इनफ़ैन्ट्री डिवीजन को कमान कर रहे थे, जनरल गिल की जगह 101 कमेयूनिकेशन ज़ोन की कमान सौंपी गई. फिर हमने जमालपुर के कब्ज़े की तैयारी शुरू कर दी."
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के एक नए वेरिएंट को लेकर चिंता ज़ाहिर की है. उसने इसे तकनीकी शब्दावली में 'चिंता वाला वेरिएंट' (वेरिएंट ऑफ़ कंसर्न/वीओसी) बताते हुए इसे 'ओमीक्रोन' नाम दिया है.
डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह काफी तेज़ी से और बड़ी संख्या में म्यूटेट होने वाला वेरिएंट है. उसने बताया है कि इस वेरिएंट के कई म्यूटेशन चिंता पैदा करने वाले हैं. इसलिए शुरुआती साक्ष्यों के आधार पर WHO ने कहा है कि इस म्यूटेशन के चलते संक्रमण का ख़तरा बढ़ गया है.
WHO को इस वेरिएंट के पहले मामले की जानकारी 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से मिली थी. इसके अलावा बोत्सवाना, बेल्जियम, हांगकांग और इसराइल में भी इस वेरिएंट की पहचान हुई है.
इस वेरिएंट के सामने आने के बाद दुनिया के कई देशों ने दक्षिणी अफ्रीका से आने-जाने पर प्रतिबंध लगाने का फ़ैसला किया है.
दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, जिम्बॉब्वे, बोत्सवाना, लेसोथो और इस्वातिनी से आने वाले लोग ब्रिटेन में प्रवेश नहीं कर पाएंगे बशर्ते वे ब्रिटेन या आयरलैंड के नागरिक या ब्रिटेन के निवासी न हों.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के नए वेरिएंट 'ओमिक्रॉन' के बारे में कहा है कि यह बड़े पैमाने पर हुए म्यूटेशन से बना है, जिनमें से कई म्यूटेशन चिंता पैदा करने वाले हैं.
चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए?
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साल 2017 से भारत और चीन के बीच डोकलाम पठार को लेकर सैन्य तनाव बना हुआ है.
डोकलाम पठार के भूटानी क्षेत्र में चीन के नई इमारतें बनाने के सबूतों के सामने आने से भारत असहज स्थिति में है. भारत चीन के निर्माण को इस क्षेत्र पर चीन के दावों के मज़बूत करने के तौर पर देखता है.
चीन की सेना की गतिविधियों पर नज़र रखने वालेएक वैश्विक शोधकर्ता ने ट्विटर पर17 नवंबर को डोकलाम के पास भूटान और चीन के बीच विवादित क्षेत्र में चीन के निर्माण की सेटेलाइट तस्वीरें जारी की थीं.
दावा किया गया था कि चीन ने विवादित क्षेत्र में ये निर्माण कार्य साल 2020-21 में किया है.
चीन की 22457 किलोमीटर लंबी सीमा 14 देशों से लगी है लेकिन सिर्फ़ भारत और भूटान के साथ ही उसका सीमा विवाद है.
इस नई गतिविधि ने भारत को परेशान कर दिया है क्योंकि ये इलाक़ा डोकलाम में भारतीय क्षेत्र से लगा है. इस विवादित क्षेत्र में चीन के निर्माण कार्य को लेकर साल 2017 में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं और तब से ही दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है.
भारत के पड़ोसी और विश्वस्त देश भूटान के डोकलाम में चीन के निर्माण करने की रिपोर्टों से भारत चिंतित है. आख़िर इससे भारत को रणनीतिक रूप से कहां चुनौती मिलती दिख रही है?
उत्तर प्रदेश के मथुरा ज़िले
में एक युवती के साथ चलती कार में बलात्कार के मामले में पुलिस ने सेना के एक जवान के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.
एसपी ग्रामीण श्रीश चंद्र ने
बताया है कि इस मामले में अभियुक्त तेजवीर को बीते बुधवार गिरफ़्तार किया गया था और
शनिवार को उनके ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 डी (एक से ज़्यादा व्यक्ति
द्वारा बलात्कार) और 328 (नशीला पदार्थ खिलाने) के तहत केस दर्ज किया गया है.
इसके साथ ही इस अभियुक्त के
ख़िलाफ़ गैंगस्टर एक्ट लगाने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है.
पुलिस अधिकारी ने बताया
है कि पहले महिला के भाई ने शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें कुछ कमियां थीं.
लेकिन महिला का बयान
लेने के बाद अभियुक्त के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धाराएं 161, 164, 376डी और
328 भी लगाई गई हैं.
ये मामला बीते 23 नवंबर
का है जब पीड़ित तेजवीर और एक अन्य व्यक्ति दिगंबर के साथ आगरा सब इंस्पेक्टर की
परीक्षा देने के लिए जा रही थी.
पीड़िता के मुताबिक़, मथुरा वापस आते हुए तेजवीर ने चलती कार में उसे नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ रेप किया और दिगंबर ने उसका यौन शोषण किया. और इसके बाद पीड़िता को कोसी कलां क्षेत्र के बाहर छोड़ दिया.
इस मामले में दिगंबर को कोटबान इलाके से शुक्रवार को गिरफ़्तार किया गया है.
दोनों ही अभियुक्त हरियाणा के पलवल ज़िले के मानपुर गांव के रहने वाले हैं.
ज़िलाधिकारी नवीन चहल ने बताया है कि पीड़िता के परिवार को 12 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है.
इसमें से सात लाख रुपये रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल कल्याण कोष और पांच लाख मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना से दिए जाएंगे.
एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया है कि पीड़िता को अन्य योजनाओं के तहत हर महीने तीन हज़ार रुपये की आर्थिक मदद भी दी जाएगी.
जय भीम : पुलिस हिरासत में कितनी मौतें और इन मौतों पर क्या कहता है क़ानून?
गहने चोरी करने के एक मामले के अभियुक्त की पुलिस हिरासत में पिटाई होने से मौत हो जाती है. इसके बाद पुलिस इस मौत को छिपाने की कोशिश करती है और फिर न्याय हासिल करने की एक लंबी लड़ाई शुरू होती है.
कुछ दिन पहले ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ हुई फिल्म इसी कहानी पर आधारित है. और रिलीज़ के बाद से ये फिल्म हर जगह धूम मचा रही है.
फ़िल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है. बीते साल अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद आम लोग भी "पुलिस बर्बरता" के बारे में जानने समझने लगे हैं.
पुलिस के अत्यधिक बल प्रयोग से काले शख़्स जार्ज फ्लॉयड की मौत हो गई थी. पुलिस हिरासत के दौरान उत्पीड़न के तमाम मामले सामने आते रहे हैं.
लेकिन जिस तरह इस फिल्म में पुलिस हिरासत के दौरान अभियुक्त की मौत को दर्शाया गया है, क्या इसी अंदाज़ में पुलिस हिरासत में अभियुक्त की मौत हो सकती है?
सिंघु बॉर्डर को किसानों ने अपने गांव, खेत में ऐसे बदला
बाज़ार, क्लीनिक, जनरल स्टोर, टेलर की दुकान, लॉन्ड्री, बकरियां, घोड़े, खेतों की सब्जियां, पशु और भी बहुत कुछ...
ये तमाम चीज़ें आपको पंजाब के किसी गांव की याद दिला रही होंगी लेकिन यह नज़ारा है दिल्ली और हरियाणा के बीच मौजूद सिंघु बॉर्डर का. जी हां, ये वही सिंघु बॉर्डर है जहां बीते एक साल से किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते किसानों के विरोध को देखते हुए कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया.
लेकिन किसानों का कहना है कि सिंघु बॉर्डर पर उनका विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कृषि कानून संसद से पूरी तरह वापस नहीं ले लिए जाते.
पाकिस्तान में भूचाल लाने वाला ऑडियो क्लिप
पाकिस्तान में पिछले कुछ दिनों से एक लीक ऑडियो क्लिप को लेकर सियासी भूचाल आया हुआ है.
प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने भी अब इस पर मुंह खोला है और इस पूरे मामले को ड्रामा करार दिया है.
इमरान ख़ान ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश का ये कथित ऑडियो टेप एक 'ड्रामा है' और तब आया है जब पनामा पेपर्स मामले में नवाज़ शरीफ़ के परिवार के भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ.
जिस टेप को लेकर हंगामा हो रहा है उसमें कथित तौर पर पूर्व मुख्य न्यायाधीश मियाँ साक़िब निसार को किसी व्यक्ति को ये कहते सुना जाता है कि इमरान ख़ान को सत्ता में लाने के लिए नवाज़ शरीफ़ और उनकी बेटी मरियम नवाज़ को सलाखों के पीछे रखना ज़रूरी है.
बीबीसी इंडिया बोल, 27 नवंबर 2021, मोदी सरकार और किसानों में बनेगी बात?
दुनिया की दो दिग्गज टेक कंपनियों गूगल और एप्पल को इटली में उपभोक्ताओं से जुड़ी जानकारी का ''आक्रामक ढंग'' से व्यावसायिक इस्तेमाल करने का दोषी पाया गया है.
इसके लिए वहां एंटीट्रस्ट नियामक ने इन दोनों कंपनियों पर एक-एक करोड़ यूरो (क़रीब 85 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया है.
संस्था ने ये भी कहा है कि इस मामले में उसने जुर्माने की जो राशि इन पर लगाई है, वो उनके अधिकार क्षेत्र के तहत अधिकतम है. एंटीट्रस्ट नियामक का काम कंपनियों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा को बढ़ावा देना होता है.
हालांकि इन कंपनियों ने अपने बयान में कहा है कि वे रेगुलेटर के इस फ़ैसले से असहमत हैं, लिहाजा वे इसके ख़िलाफ़ आगे अपील करेंगे.
नियामक संस्था ने अपने बयान में कहा है कि इन दोनों कंपनियों ने उसे ''साफ और तत्काल सूचना'' उपलब्ध नहीं कराई कि कैसे वे अपने उपभोक्ताओं से डेटा जुटाते हैं और कैसे उसका उपयोग करते हैं.
उसने ये भी कहा कि उपभोक्ता गूगल पर जब अपना अकाउंट बनाते हैं, तो कंपनी का सिस्टम ऐसे बना है कि डेटा इस्तेमाल के बारे में उनकी नियम और शर्तें उपभोक्ताओं को माननी ही होती है.
वहीं एप्पल के बारे में एंटीट्रस्ट नियामक ने बताया कि उनके उपभोक्ताओं के पास भी उनके नियम और शर्तों को मानने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होता.
हालांकि एप्पल ने अपने बयान में नियामक संस्था के फ़ैसले को ''गलत'' बताया है. कंपनी ने कहा है, "हम सभी उपभोक्ताओं को बेहतरीन पारदर्शिता और नियंत्रण देते हैं ताकि वो चुन सकें कि कौन सी जानकारी साझा की जाए या नहीं और कैसे इसका उपयोग हो."
वहीं गूगल ने कहा है कि "उपभोक्ताओं को उपयोगी सेवाएं और उपयोग से जुड़ी साफ सूचनाएं देने के लिए उसने निष्पक्ष और पारदर्शी तरीक़े अपनाए."
संयुक्त किसान मोर्चा ने 29 नवंबर को संसद तक प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च रद्द किया
संयुक्त किसान मोर्चे के नेताओं ने
शनिवार को कहा है कि उन्होंने 29 नवंबर को संसद तक ट्रैक्टर मार्च लेकर जाने की
योजना रद्द कर दी है. और अगले महीने होने वाली एक बैठक में आगे की योजना पर निर्णय
लिया जाएगा.
ये फ़ैसला संसद के शीतकालीन शुरू होने से ठीक दो दिन पहले आया है. इसी सत्र के दौरान तीनों कृषि
क़ानूनों को हटाने वाला विधेयक पेश किया जाना है.
कई किसान संगठनों की बॉडी संयुक्त किसान मोर्चा बीते
एक साल से इन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन कर रही है. लेकिन अब संयुक्त किसान मोर्चे ने मांग उठाई है कि संसद में एमएसपी पर लीगल गारंटी देने की बात पर आश्वासन दिया जाए.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, मोर्चे के नेता दर्शन पाल ने बताया है, “हम आगामी सोमवार को होने
वाला संसद मार्च रद्द करने जा रहे हैं.
हमने सभी किसानों के
ख़िलाफ़ लगे मुकदमों को रद्द कराने, आंदोलन में मरने वाले किसानों के लिए एक स्मारक
बनवाने के लिए ज़मीन आवंटित कराने और लखीमपुर हिंसा मामले में अजय मिश्रा टैनी के यूनियन कैबिनेट से निलंबन समेत अन्य मांगों के साथ पीएम मोदी को पत्र लिखा है.”
उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी के जवाब का इंतज़ार है और संयुक्त किसान मोर्चा आगामी 4 दिसंबर को अगली बैठक करेगा.
संयुक्त किसान मोर्चा ने ये भी मांग की है कि सरकार उनके साथ सम्मानपूर्वक संवाद स्थापित करे.
पिछले हफ़्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया था कि तीनों कृषि क़ानूनों को वापस ले लिया जाएगा.
किसान संगठनों ने इस फ़ैसले का स्वागत किया था लेकिन उन्होंने कहा था कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक ये कानून पूरी तरह हट नहीं जाते और अन्य मांगों जैसे एमएसपी के लिए लीगल गारंटी आदि को स्वीकार नहीं कर लिया जाता.
त्रिपुरा में एक शख़्स ने दो बेटियों, पुलिसकर्मी और ऑटोवाले समेत पांच की जान ली
पिनाकी दास
अगरतला से, बीबीसी हिंदी के लिए
त्रिपुरा में एक शख़्स ने शुक्रवार को अपनी दो बेटियों, बड़े भाई, पुलिस इंस्पेक्टर और एक ऑटोवाले पर फावड़े
से हमला करके उनकी जान ले ली है.
इसके साथ इस शख़्स ने अपनी पत्नी और एक अन्य व्यक्ति को भी गंभीर रूप से जख़्मी किया है.
सब-डिविज़नल पुलिस ऑफिसर राजीब सूत्रधार ने बताया
है, “बीती रात लगभग 11 बजकर 45 मिनट
पर हमें खोवई पुलिस थाने में उत्तरी रामचंद्रघाट के शाउरतोली इलाके में पारिवारिक कलह
होने की सूचना मिली थी. इस जानकारी पर हमारे सेकेंड ऑफ़िसर सत्यजीत मलिक अपने
साथियों के साथ मौके पर पहुंचे. यहां उन्हें कमलेश देबरॉय नाम के शख़्स दो अन्य
बच्चों के साथ मृत अवस्था में मिले. इसके साथ ही एक शख़्स हिंसक तरीके से आसपास
घूमता हुआ नज़र आया.”
“इस व्यक्ति
पर काबू पाने की कोशिश में हमारे सेकेंड ऑफिसर भी हमले का शिकार हुए और उनके सिर
पर गंभीर चोट आई. इसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें
अगरतला रिफर कर दिया गया लेकिन इस चोट के चलते उनकी मौत हो गयी.”
पुलिस ने इस मामले में प्रमुख अभियुक्त
प्रदीप देबरॉय को गिरफ़्तार करके उनके ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज कर लिया है और फॉरेंसिक
टीम की मदद से इस मामले की जांच शुरू कर दी है.
इस मामले के चश्मदीद गवाह और अभियुक्त के पड़ोसी झांतू दासगुप्ता ने बताया है कि प्रदीप ने अपनी पत्नी मीना, दो बेटियों और बड़े भाई कमलेश पर हमला किया जिससे डरकर घर के दूसरे सदस्यों ने उनके घर में शरण ली लेकिन हमलावर उनका पीछा करते दासगुप्ता के घर भी पहुंचा और उसने घर के बाहरी हिस्से में लगी रेलिंग पर हमला किया.
झांतू कहते हैं, “लगभग आधी रात को पूरे परिवार ने डरकर मेरे घर में शरण ली लेकिन प्रदीप मेरे घर भी आ गया और फावड़े से मेरे घर पर हमला किया. मैंने पुलिस को बुलाया और उनके आने के बीस मिनट बाद मैं अपने घर का दरवाज़ा खोलकर बाहर आने की हिम्मत जुटा पाया.”
“जब मैंने देखा कि प्रदीप पुलिस इंस्पेक्टर पर हमला कर रहा है और दूसरे पुलिसकर्मी उस पर लाठियां चला रहे थे तो मैं हक्का-बक्का रह गया. ये सब देखकर मैं बहुत डर गया और अपनी जान बचाने के लिए भागा. इसके बाद मुझे पता चला कि उसने रास्ते से जा रहे एक ऑटो ड्राइवर और उसके बेटे कर्णबीर दास पर भी हमला किया.”
कृष्ण दास नामक इस ऑटो ड्राइवर की भी हमले में मौत हो गयी. लेकिन इसके बेटे को पुलिस इंस्पेक्टर और अभियुक्त की पत्नी मीना देबरॉय के साथ अस्पताल ले जाया गया.
सत्यजीत और मीना की हालत नाजुक होने की वजह से अगरतला रिफर किया गया. लेकिन मलिक की मौत अगरतला जीबी हॉस्पिटल में हो गयी. और अभियुक्त की पत्नी अस्पताल में भर्ती हैं.
त्रिपुरा पुलिस विभाग की ओर से शनिवार को मृत पुलिस अधिकारी सत्यजीत मलिक के पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया.
स्मार्टफोन बनाने वाली शाओमी बीजिंग में खोलेगी इलेक्ट्रिक कार प्लांट
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स्मार्टफ़ोन बनाने वाली चीन की दिग्गज कंपनी शाओमी राजधानी बीजिंग में एक कार प्लांट बनाएगी. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि इस प्लांट में हर साल तीन लाख कारें बनाई जाएंगी.
इस प्लांट को दो चरणों में बनाया जाएगा. इसके साथ ही कंपनी की वाहन इकाई के मुख्यालय, सेल्स और रिसर्च कार्यालय भी बनाए जाएंगे.
आर्थिक विकास के लिए काम करने वाली सरकार की सहयोगी संस्था 'बीजिंग ई-टाउन' ने वीचैट पर बताया कि इन सुविधाओं का विकास बीजिंग इकोनॉमिक ऐंड टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट ज़ोन में किया जाएगा.
बीजिंग ई-टाउन ने बताया कि उसका अनुमान है कि बनने वाले इस प्लांट से 2024 में उत्पादन शुरू हो जाएगा. कंपनी ने अगस्त में नई इलेक्ट्रिक कंपनी का पंजीकरण भी करा लिया है.
शाओमी के सीईओ ली जून ने भी अक्टूबर में इस लक्ष्य के बारे में बताया था. उससे पहले मार्च में शाओमी ने कहा था कि वो अपने इलेक्ट्रिक कार डिवीज़न के विकास के लिए अगले 10 सालों में 10 अरब डॉलर (75,000 करोड़ रुपए) का निवेश करेगी.
सऊदी अरब, ईरान, अमेरिका ने इन देशों से आने वाले लोगों पर लगाई रोक
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दक्षिण अफ़्रीका से कोरोना वायरस का नया वेरिएंट 'ओमीक्रोन' के सामने आने के बाद संक्रमण के नए ख़तरों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) सहित पूरी दुनिया की चिंता बढ़ गई है.
इससे निपटने के लिए दुनिया के कई देशों ने दक्षिण अफ़्रीका सहित अफ़्रीका के सात-आठ देशों से विमानों और यात्रियों के आने पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है. जिन देशों से आने वाले विमानों पर ये प्रतिबंध लगे हैं, उनमें दक्षिण अफ़्रीका के अलावा बोत्सवाना, जिम्बॉब्वे, नामीबिया, लेसोथो, इस्वातिनी, मोज़ांबिक और मलावी शामिल हैं.
प्रतिबंध लगाने वाले देशों में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ के देश, जापान, ईरान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन प्रमुख हैं.
नए ख़तरों के प्रति सतर्कता बरतते हुए भारत ने भी ऐलान किया है कि दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग से आने वाले यात्रियों की पहले से अधिक सख़्त जांच की जाएगी.
डब्ल्यूएचओ के दक्षिण अफ़्रीका से नए वेरिएंट मिलने का एलान करने के बाद दुनिया में अफ़्रीकी देशों से आने वाले विमानों को अपने यहां घुसने से रोकने की होड़ लग गई है.
लाइव रिपोर्टिंग
रिपोर्टर- अनंत प्रकाश और चंदन शर्मा
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चीन और उत्तर कोरिया पर बोलते हुए जापान के पीएम ने क्यों कही हमला करने की बात
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा है कि वो अपने देश की सेना को मजबूत करेंगे ताकि क्षेत्र की अस्थिर सुरक्षा स्थितियों का मुक़ाबला किया जा सके.
इनमें चीन और उत्तर कोरिया की ओर से शक्ल ले रहा ख़तरा शामिल है.
जापान के पीएम ने कहा कि वो सभी विकल्पों पर गौर करेंगे. इनमें दुश्मन के ठिकानों पर हमला करना शामिल है.
दूसरे विश्व युद्ध के बाद तैयार संविधान जापान को ताक़त के इस्तेमाल और हमले करने से रोकता है.
हालांकि, एक सैन्य ठिकाने पर दिए भाषण में प्रधानमंत्री किशिदा ने कहा कि चीन और उत्तर कोरिया की ओर से किए जा रहे सैन्य विस्तार के कारण वो देश की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद हैं.
जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा वापस दिलाने के लिए अंतिम सांस तक लड़ूंगा: उमर अब्दुल्लाह
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्लाह ने शनिवार को कहा है कि वह अपनी अंतिम सांस तक जम्मू और कश्मीर को पूर्ण राज्य एवं विशेष राज्य का दर्जा वापस दिलाने के लिए संघर्ष करते रहेंगे.
अब्दुल्लाह ने शनिवार को बीती 15 नवंबर को श्रीनगर में हुए एक विवादित एनकाउंटर में मारे गए रामबान ज़िले के एक युवक के परिवार वालों से मुलाक़ात की.
पूर्व मुख्य मंत्री अब्दुल्लाह ने चेनाब घाटी के अपने आठ दिवसीय दौरे के दूसरे दिन गूल क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरे के तहत अब्दुल्लाह रामबान, डोडा, किश्तवाड़ और गूल ज़िलों का दौरा करेंगे.
उन्होंने कहा, “हम अपने और अपने घरों के लिए संघर्ष नहीं कर रहे हैं, बल्कि आपके (जम्मू – कश्मीर की जनता) लिए संघर्ष कर रहे हैं और आपके हितों की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं. हमारा संघर्ष अपने अधिकारों को वापस पाने का है जो 5 अगस्त 2019 को हमसे छीन लिए गए थे. और हम अपनी अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे.”
उन्होंने कहा कि ये सच और न्याय पाने की लड़ाई है और इस संघर्ष में लगे लोग अपने कदम वापस नहीं खींचते बल्कि संघर्ष को सही मुकाम पर पहुंचाते हैं.
बीजेपी के मंत्रियों, नेताओं ने ये तस्वीर पोस्ट की और मच गया सोशल मीडिया पर हंगामा?
यूपी के नोएडा से लेकर चीन तक एक तस्वीर ने बीते कई घंटों से सोशल मीडिया पर मैसेजेस की बाढ़ लगा दी है. और हो भी क्यों न, दो दिनों पहले केंद्र सरकार के कई मंत्रियों और नेताओं के ट्विटर हैंडल से इसे ग्रेटर नोएडा के जेवर एयरपोर्ट का बताते हुए ट्वीट किया गया था इसे सरकार की ओर से जारी किए गए एकवीडियोतक में जगह दी गई.
25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया. दावा किया जा रहा है कि जब ये एयरपोर्ट बन कर तैयार हो जाएगा तो यह एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा.
इसी दावे को केंद्रीय मंत्रियों और सत्तारूढ़ दल के कई बड़े नेताओं ने इसकी उस एक तस्वीर के साथ अपने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की जो कुछ घंटों बाद वायरल हो गई.
इसकी शुरुआत हुई शेन शिवाई नाम के एक शख्स के ट्वीट के साथ. शेन शिवाई के वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट पर उन्हें चीन के मामलों का विशेषज्ञ बताया गया है और चीन की सरकारी मीडिया का लेबल भी लगा है.
बीजेपी के मंत्रियों, नेताओं ने ये तस्वीर पोस्ट की और मच गया सोशल मीडिया पर हंगामा?
यूपी के नोएडा से लेकर चीन तक एक तस्वीर ने सोशल मीडिया पर संदेशों की बाढ़ लगा दी है. वायरल हुई इस तस्वीर के पीछे क्या है वजह?
और पढ़ेंबिहार में मृत व्यक्ति ने जीता पंचायत चुनाव
बिहार की राजधानी पटना से लगभग 200 किलोमीटर दूर जमुई ज़िले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक मृत व्यक्ति अपनी ही मौत की वजह से हुई भावनात्मक वोटिंग की वजह से चुनाव जीत गया है.
मामला कुछ ऐसा है कि जमुई प्रशासन के अधिकारी 24 नवंबर को हुए पंचायत चुनाव में जीत दर्ज करने वाले उम्मीदवारों को प्रमाणपत्र सौंप रहे थे.
इसी प्रक्रिया में अधिकारियों ने खैरा ब्लॉक के दीपाकरहर गांव के वार्ड नं. 2 का चुनाव जीतने वाले सोहन मुर्मू को बुलाया. लेकिन मुर्मू का कोई अता – पता नहीं था.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, इसके बाद हुई जांच में पता चला कि सोहन मुर्मू की मौत इसी छह नवंबर को हो चुकी है.
खैरा के ब्लॉक विकास अधिकारी राघवेंद्र त्रिपाठी ने बताया, “जांच में हमें पता चला कि मुर्मू की मौत वोटिंग से 15 दिन पहले ही हो चुकी है.”
कहां है सोहन मुर्मू का गांव
बिहार और झारखंड की सीमा पर स्थित दीपाकरहर एक ऐसा दूरस्थ गांव है जहां ज़्यादातर आबादी आदिवासियों की है.
इस गांव में काफ़ी समय से रह रहे लोग बताते हैं कि नब्बे के दशक में ये गांव सबसे पहले नक्सल गतिविधियों का शिकार बना था.
गृह मंत्रालय द्वारा कुछ साल पहले जारी की गयी एक सूची के मुताबिक़ भी ये गांव कट्टर वामपंथी उग्रवाद से सबसे ज़्यादा प्रभावित था.
लेकिन त्रिपाठी की मानें तो इस गांव के लोग अभी भी काफ़ी सीधे और भावनात्मक हैं.
त्रिपाठी कहते हैं, “अपने प्रतिद्वंदी को 28 मतों से हराने वाले मुर्मू के परिवार वालों ने बताया है कि बीमार चल रहे मृतक की आखिरी इच्छा चुनाव जीतना थी. ऐसे में वह चुप रहे और गांव के किसी शख़्स ने भी हमें कुछ नहीं बताया. ऐसा लगता है कि सभी लोगों ने उनकी अंतिम इच्छा का सम्मान करने के लिए उनके पक्ष में मतदान किया.”
इसके बाद आगे की कार्रवाई के बारे में बताते हुए त्रिपाठी ने कहा कि “विजेता का प्रमाणपत्र किसी अन्य व्यक्ति को नहीं दिया जा सकता. हम राज्य चुनाव आयोग से आग्रह करेंगे कि इस वार्ड का चुनाव रद्द किया जाए और एक बार फिर चुनाव आयोजित कराया जाए.”
यूरोप के सामने सवाल, कहीं कोरोना का नया वैरिएंट उनके यहां तो नहीं पहुंच गया है?
यूरोप के कई देशों स्वास्थ्य अधिकारी इस बात की जानकारी करने में जुटे हैं कि कहीं कोरोना वायरस का नया वैरिएंट उनके देश में तो नहीं पहुंच गया है.
इस वैरिएंट को ओमिक्रॉन नाम दिया गया है. माना जा रहा है कि ये पहले के सभी वैरिएंट के मुक़ाबले ज़्यादा संक्रामक है.
जर्मनी और चेक रिपब्लिक के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें नए वैरिएंट से जुड़े संदिग्ध मामलों की जानकारी मिली है. वो इसकी पुष्टि का इंतज़ार कर रहे हैं.
नीदरलैंड्स के अधिकारियों ने बताया है कि दक्षिण अफ्रीका से लौटे कोविड पॉजिटिव 61 लोगों के नमूनों की जांच की जा रही है.
यूरोप में अब तक नए वैरिएंट के एक केस की पुष्टि हुई है. संक्रमित व्यक्ति ने तुर्की और मिस्र की यात्रा की थी.
बागपत में बोले अनुराग ठाकुर – अखिलेश भाई, तुम दंगे करवाते हो, हम दंगल कराते हैं
बीजेपी नेता और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के बागपत में एक जनसभा के दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर दंगे कराने का आरोप लगाया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, अनुराग ठाकुर ने बागपत ज़िले के बड़ौत में आयोजित 'सांसद खेल महाकुंभ' कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव पर ये आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा, "अगर हम युवाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका दे रहे हैं तो इसमें ग़लत क्या है. अखिलेश यादव कहता है कि सांसदों खेल महाकुंभ कराते हैं. अखिलेश भाई, सुनो, तुम दंगे कराते हो और हम दंगल कराते हैं..."
"मुझे पता है कि बागपत के लोगों को दंगों के बारे में नहीं पता. वे दंगल में विश्वास करते हैं. अगर एक राजनेता खेलों को आगे बढ़ाता है तो इससे अच्छा क्या हो सकता है."
बता दें कि बीजेपी ने अनुराग ठाकुर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का सह-प्रभारी बनाया गया है.
इसके बाद एक ट्वीट में ठाकुर ने लिखा, "अखिलेश यादव, अंतर सिर्फ इतना है कि सपा सरकार में उत्तर प्रदेश में दंगे होते होते थे और अब दंगल हो रहे हैं."
INDvNZ: भारत की न्यूज़ीलैंड पर 63 रनों की बढ़त
भारत ने कानपुर में खेले जा रहे टेस्ट मैच में न्यूज़ीलैंड पर कुल 63 रन की बढ़त बना ली है. न्यूज़ीलैंड की टीम पहली पारी में 296 रन के स्कोर पर सिमट गई.
भारत के लिए अक्षर पटेल ने पांच और आर अश्विन ने तीन विकेट हासिल किए. भारत ने पहली पारी में 345 रन बनाए थे.
इस तरह भारत को पहली पारी के आधार पर 49 रन की बढ़त मिली.
तीसरे दिन का खेल ख़त्म होने तक भारत ने दूसरी पारी में एक विकेट पर 14 रन बना लिए. मयंक अग्रवाल चार और चेतेश्वर पुजारा नौ रन बनाकर नाबाद हैं. शुभमन गिल एक रन बनाकर आउट हुए.
जब गोलियों की बौछार के बीच भारत और पाकिस्तान के कमाँडरों ने लिखे पत्र
1971 की लड़ाई में जब पूर्वी मोर्चे में बख़्शीगंज पर भारतीय सैनिकों का कब्ज़ा हो गया तो उस इलाके के कमाँडर मेजर जनरल गुरबख़्श सिंह गिल ने वहाँ जाने की इच्छा प्रकट की.
ब्रिगेडियर हरदेव सिंह क्लेर ने उन पर ज़ोर डाला कि वो वहाँ बाद में हैलिकॉप्टर से आएं जब उस इलाके पर भारतीय सैनिकों का पूरा नियंत्रण हो जाए. लेकिन जनरल गिल नहीं माने. दोनों अफ़सर एक जोंगा पर सवार हुए. ब्रिगेडियर क्लेर उसे ड्राइव कर रहे थे और गिल उनके बगल में बैठे थे. अभी वो कुछ मील ही चले होंगे कि जोंगा का टायर एक लैंडमाइन के ऊपर से गुज़रा. एक ज़ोरदार धमाका हुआ और जोंगा में सवार दोनों सैनिक अफ़सर उछलकर सड़क पर आ गिरे.
बाद में भारतीय सेना से मेजर जनरल के पद से रिटायर हुए हरदेव सिंह क्लेर लिखते हैं, "मैंने उठकर अपने अंगों को हिलाया और पाया कि मैं चल सकता हूँ. जनरल गिल जोंगा की दूसरी तरफ़ गिरे पड़े थे. उनके पैर बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो चुके थे. मैं देख सकता था कि उन्हें ठीक करना हमारे बस की बात नहीं थी. मैं उन्हें पीछे आ रहे वाहन में बैठाकर 13 गार्ड के मेडिकल एड सेंटर में ले गया जहाँ डाक्टरों ने उनकी जाँच की. फिर उन्हें हैलिकॉप्टर में बैठाकर गुवाहाटी के सैनिक अस्पताल ले जाया गया. मेजर जनरल गंधर्व नागरा को जो 2 इनफ़ैन्ट्री डिवीजन को कमान कर रहे थे, जनरल गिल की जगह 101 कमेयूनिकेशन ज़ोन की कमान सौंपी गई. फिर हमने जमालपुर के कब्ज़े की तैयारी शुरू कर दी."
जब गोलियों की बौछार के बीच भारत और पाकिस्तान के कमाँडरों ने लिखे पत्र
1971 युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने पर नौंवी कड़ी में आज जानिए जब जमालपुर की लड़ाई के दौरान ज़बरदस्त गोलीबारी के बीच जब कमांडरों ने एक दूसरे को पत्र लिखे.
और पढ़ेंकोरोना के नए वेरिएंट का WHO ने नाम रखा 'ओमीक्रोन'
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के एक नए वेरिएंट को लेकर चिंता ज़ाहिर की है. उसने इसे तकनीकी शब्दावली में 'चिंता वाला वेरिएंट' (वेरिएंट ऑफ़ कंसर्न/वीओसी) बताते हुए इसे 'ओमीक्रोन' नाम दिया है.
डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह काफी तेज़ी से और बड़ी संख्या में म्यूटेट होने वाला वेरिएंट है. उसने बताया है कि इस वेरिएंट के कई म्यूटेशन चिंता पैदा करने वाले हैं. इसलिए शुरुआती साक्ष्यों के आधार पर WHO ने कहा है कि इस म्यूटेशन के चलते संक्रमण का ख़तरा बढ़ गया है.
WHO को इस वेरिएंट के पहले मामले की जानकारी 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से मिली थी. इसके अलावा बोत्सवाना, बेल्जियम, हांगकांग और इसराइल में भी इस वेरिएंट की पहचान हुई है.
इस वेरिएंट के सामने आने के बाद दुनिया के कई देशों ने दक्षिणी अफ्रीका से आने-जाने पर प्रतिबंध लगाने का फ़ैसला किया है.
दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, जिम्बॉब्वे, बोत्सवाना, लेसोथो और इस्वातिनी से आने वाले लोग ब्रिटेन में प्रवेश नहीं कर पाएंगे बशर्ते वे ब्रिटेन या आयरलैंड के नागरिक या ब्रिटेन के निवासी न हों.
कोरोना के नए वेरिएंट का WHO ने नाम रखा 'ओमिक्रॉन'
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के नए वेरिएंट 'ओमिक्रॉन' के बारे में कहा है कि यह बड़े पैमाने पर हुए म्यूटेशन से बना है, जिनमें से कई म्यूटेशन चिंता पैदा करने वाले हैं.
और पढ़ेंचीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए?
साल 2017 से भारत और चीन के बीच डोकलाम पठार को लेकर सैन्य तनाव बना हुआ है.
डोकलाम पठार के भूटानी क्षेत्र में चीन के नई इमारतें बनाने के सबूतों के सामने आने से भारत असहज स्थिति में है. भारत चीन के निर्माण को इस क्षेत्र पर चीन के दावों के मज़बूत करने के तौर पर देखता है.
चीन की सेना की गतिविधियों पर नज़र रखने वालेएक वैश्विक शोधकर्ता ने ट्विटर पर17 नवंबर को डोकलाम के पास भूटान और चीन के बीच विवादित क्षेत्र में चीन के निर्माण की सेटेलाइट तस्वीरें जारी की थीं.
दावा किया गया था कि चीन ने विवादित क्षेत्र में ये निर्माण कार्य साल 2020-21 में किया है.
चीन की 22457 किलोमीटर लंबी सीमा 14 देशों से लगी है लेकिन सिर्फ़ भारत और भूटान के साथ ही उसका सीमा विवाद है.
इस नई गतिविधि ने भारत को परेशान कर दिया है क्योंकि ये इलाक़ा डोकलाम में भारतीय क्षेत्र से लगा है. इस विवादित क्षेत्र में चीन के निर्माण कार्य को लेकर साल 2017 में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं और तब से ही दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है.
चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए?
भारत के पड़ोसी और विश्वस्त देश भूटान के डोकलाम में चीन के निर्माण करने की रिपोर्टों से भारत चिंतित है. आख़िर इससे भारत को रणनीतिक रूप से कहां चुनौती मिलती दिख रही है?
और पढ़ेंमथुरा रेप केस में अब तक जो बातें हमें मालूम हैं
उत्तर प्रदेश के मथुरा ज़िले में एक युवती के साथ चलती कार में बलात्कार के मामले में पुलिस ने सेना के एक जवान के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.
एसपी ग्रामीण श्रीश चंद्र ने बताया है कि इस मामले में अभियुक्त तेजवीर को बीते बुधवार गिरफ़्तार किया गया था और शनिवार को उनके ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 डी (एक से ज़्यादा व्यक्ति द्वारा बलात्कार) और 328 (नशीला पदार्थ खिलाने) के तहत केस दर्ज किया गया है.
इसके साथ ही इस अभियुक्त के ख़िलाफ़ गैंगस्टर एक्ट लगाने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है.
पुलिस अधिकारी ने बताया है कि पहले महिला के भाई ने शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें कुछ कमियां थीं.
लेकिन महिला का बयान लेने के बाद अभियुक्त के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धाराएं 161, 164, 376डी और 328 भी लगाई गई हैं.
ये मामला बीते 23 नवंबर का है जब पीड़ित तेजवीर और एक अन्य व्यक्ति दिगंबर के साथ आगरा सब इंस्पेक्टर की परीक्षा देने के लिए जा रही थी.
पीड़िता के मुताबिक़, मथुरा वापस आते हुए तेजवीर ने चलती कार में उसे नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ रेप किया और दिगंबर ने उसका यौन शोषण किया. और इसके बाद पीड़िता को कोसी कलां क्षेत्र के बाहर छोड़ दिया.
इस मामले में दिगंबर को कोटबान इलाके से शुक्रवार को गिरफ़्तार किया गया है.
दोनों ही अभियुक्त हरियाणा के पलवल ज़िले के मानपुर गांव के रहने वाले हैं.
ज़िलाधिकारी नवीन चहल ने बताया है कि पीड़िता के परिवार को 12 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है.
इसमें से सात लाख रुपये रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल कल्याण कोष और पांच लाख मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना से दिए जाएंगे.
एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया है कि पीड़िता को अन्य योजनाओं के तहत हर महीने तीन हज़ार रुपये की आर्थिक मदद भी दी जाएगी.
जय भीम : पुलिस हिरासत में कितनी मौतें और इन मौतों पर क्या कहता है क़ानून?
गहने चोरी करने के एक मामले के अभियुक्त की पुलिस हिरासत में पिटाई होने से मौत हो जाती है. इसके बाद पुलिस इस मौत को छिपाने की कोशिश करती है और फिर न्याय हासिल करने की एक लंबी लड़ाई शुरू होती है.
कुछ दिन पहले ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ हुई फिल्म इसी कहानी पर आधारित है. और रिलीज़ के बाद से ये फिल्म हर जगह धूम मचा रही है.
फ़िल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है. बीते साल अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद आम लोग भी "पुलिस बर्बरता" के बारे में जानने समझने लगे हैं.
पुलिस के अत्यधिक बल प्रयोग से काले शख़्स जार्ज फ्लॉयड की मौत हो गई थी. पुलिस हिरासत के दौरान उत्पीड़न के तमाम मामले सामने आते रहे हैं.
लेकिन जिस तरह इस फिल्म में पुलिस हिरासत के दौरान अभियुक्त की मौत को दर्शाया गया है, क्या इसी अंदाज़ में पुलिस हिरासत में अभियुक्त की मौत हो सकती है?
जय भीम : पुलिस हिरासत में कितनी मौतें और इन मौतों पर क्या कहता है क़ानून?
भारत में हर साल पुलिस हिरासत में कितने लोगों की मौत होती है, उसके बाद क्या होता है, इन्हें रोकने के लिए क्या नियम हैं, जानिए ये सब इस रिपोर्ट में.
और पढ़ेंसिंघु बॉर्डर को किसानों ने अपने गांव, खेत में ऐसे बदला
बाज़ार, क्लीनिक, जनरल स्टोर, टेलर की दुकान, लॉन्ड्री, बकरियां, घोड़े, खेतों की सब्जियां, पशु और भी बहुत कुछ...
ये तमाम चीज़ें आपको पंजाब के किसी गांव की याद दिला रही होंगी लेकिन यह नज़ारा है दिल्ली और हरियाणा के बीच मौजूद सिंघु बॉर्डर का. जी हां, ये वही सिंघु बॉर्डर है जहां बीते एक साल से किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते किसानों के विरोध को देखते हुए कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया.
लेकिन किसानों का कहना है कि सिंघु बॉर्डर पर उनका विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कृषि कानून संसद से पूरी तरह वापस नहीं ले लिए जाते.
पाकिस्तान में भूचाल लाने वाला ऑडियो क्लिप
पाकिस्तान में पिछले कुछ दिनों से एक लीक ऑडियो क्लिप को लेकर सियासी भूचाल आया हुआ है.
प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने भी अब इस पर मुंह खोला है और इस पूरे मामले को ड्रामा करार दिया है.
इमरान ख़ान ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश का ये कथित ऑडियो टेप एक 'ड्रामा है' और तब आया है जब पनामा पेपर्स मामले में नवाज़ शरीफ़ के परिवार के भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ.
जिस टेप को लेकर हंगामा हो रहा है उसमें कथित तौर पर पूर्व मुख्य न्यायाधीश मियाँ साक़िब निसार को किसी व्यक्ति को ये कहते सुना जाता है कि इमरान ख़ान को सत्ता में लाने के लिए नवाज़ शरीफ़ और उनकी बेटी मरियम नवाज़ को सलाखों के पीछे रखना ज़रूरी है.
बीबीसी इंडिया बोल, 27 नवंबर 2021, मोदी सरकार और किसानों में बनेगी बात?
गूगल और एप्प्ल पर इटली में क्यों लगा जुर्माना
दुनिया की दो दिग्गज टेक कंपनियों गूगल और एप्पल को इटली में उपभोक्ताओं से जुड़ी जानकारी का ''आक्रामक ढंग'' से व्यावसायिक इस्तेमाल करने का दोषी पाया गया है.
इसके लिए वहां एंटीट्रस्ट नियामक ने इन दोनों कंपनियों पर एक-एक करोड़ यूरो (क़रीब 85 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया है.
संस्था ने ये भी कहा है कि इस मामले में उसने जुर्माने की जो राशि इन पर लगाई है, वो उनके अधिकार क्षेत्र के तहत अधिकतम है. एंटीट्रस्ट नियामक का काम कंपनियों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा को बढ़ावा देना होता है.
हालांकि इन कंपनियों ने अपने बयान में कहा है कि वे रेगुलेटर के इस फ़ैसले से असहमत हैं, लिहाजा वे इसके ख़िलाफ़ आगे अपील करेंगे.
क्या कहा रेगुलेटर और कंपनियों ने
नियामक संस्था ने अपने बयान में कहा है कि इन दोनों कंपनियों ने उसे ''साफ और तत्काल सूचना'' उपलब्ध नहीं कराई कि कैसे वे अपने उपभोक्ताओं से डेटा जुटाते हैं और कैसे उसका उपयोग करते हैं.
उसने ये भी कहा कि उपभोक्ता गूगल पर जब अपना अकाउंट बनाते हैं, तो कंपनी का सिस्टम ऐसे बना है कि डेटा इस्तेमाल के बारे में उनकी नियम और शर्तें उपभोक्ताओं को माननी ही होती है.
वहीं एप्पल के बारे में एंटीट्रस्ट नियामक ने बताया कि उनके उपभोक्ताओं के पास भी उनके नियम और शर्तों को मानने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होता.
हालांकि एप्पल ने अपने बयान में नियामक संस्था के फ़ैसले को ''गलत'' बताया है. कंपनी ने कहा है, "हम सभी उपभोक्ताओं को बेहतरीन पारदर्शिता और नियंत्रण देते हैं ताकि वो चुन सकें कि कौन सी जानकारी साझा की जाए या नहीं और कैसे इसका उपयोग हो."
वहीं गूगल ने कहा है कि "उपभोक्ताओं को उपयोगी सेवाएं और उपयोग से जुड़ी साफ सूचनाएं देने के लिए उसने निष्पक्ष और पारदर्शी तरीक़े अपनाए."
संयुक्त किसान मोर्चा ने 29 नवंबर को संसद तक प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च रद्द किया
संयुक्त किसान मोर्चे के नेताओं ने शनिवार को कहा है कि उन्होंने 29 नवंबर को संसद तक ट्रैक्टर मार्च लेकर जाने की योजना रद्द कर दी है. और अगले महीने होने वाली एक बैठक में आगे की योजना पर निर्णय लिया जाएगा.
ये फ़ैसला संसद के शीतकालीन शुरू होने से ठीक दो दिन पहले आया है. इसी सत्र के दौरान तीनों कृषि क़ानूनों को हटाने वाला विधेयक पेश किया जाना है.
कई किसान संगठनों की बॉडी संयुक्त किसान मोर्चा बीते एक साल से इन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन कर रही है. लेकिन अब संयुक्त किसान मोर्चे ने मांग उठाई है कि संसद में एमएसपी पर लीगल गारंटी देने की बात पर आश्वासन दिया जाए.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, मोर्चे के नेता दर्शन पाल ने बताया है, “हम आगामी सोमवार को होने वाला संसद मार्च रद्द करने जा रहे हैं.
हमने सभी किसानों के ख़िलाफ़ लगे मुकदमों को रद्द कराने, आंदोलन में मरने वाले किसानों के लिए एक स्मारक बनवाने के लिए ज़मीन आवंटित कराने और लखीमपुर हिंसा मामले में अजय मिश्रा टैनी के यूनियन कैबिनेट से निलंबन समेत अन्य मांगों के साथ पीएम मोदी को पत्र लिखा है.”
उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी के जवाब का इंतज़ार है और संयुक्त किसान मोर्चा आगामी 4 दिसंबर को अगली बैठक करेगा.
संयुक्त किसान मोर्चा ने ये भी मांग की है कि सरकार उनके साथ सम्मानपूर्वक संवाद स्थापित करे.
पिछले हफ़्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया था कि तीनों कृषि क़ानूनों को वापस ले लिया जाएगा.
किसान संगठनों ने इस फ़ैसले का स्वागत किया था लेकिन उन्होंने कहा था कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक ये कानून पूरी तरह हट नहीं जाते और अन्य मांगों जैसे एमएसपी के लिए लीगल गारंटी आदि को स्वीकार नहीं कर लिया जाता.
त्रिपुरा में एक शख़्स ने दो बेटियों, पुलिसकर्मी और ऑटोवाले समेत पांच की जान ली
पिनाकी दास
अगरतला से, बीबीसी हिंदी के लिए
त्रिपुरा में एक शख़्स ने शुक्रवार को अपनी दो बेटियों, बड़े भाई, पुलिस इंस्पेक्टर और एक ऑटोवाले पर फावड़े से हमला करके उनकी जान ले ली है.
इसके साथ इस शख़्स ने अपनी पत्नी और एक अन्य व्यक्ति को भी गंभीर रूप से जख़्मी किया है.
सब-डिविज़नल पुलिस ऑफिसर राजीब सूत्रधार ने बताया है, “बीती रात लगभग 11 बजकर 45 मिनट पर हमें खोवई पुलिस थाने में उत्तरी रामचंद्रघाट के शाउरतोली इलाके में पारिवारिक कलह होने की सूचना मिली थी. इस जानकारी पर हमारे सेकेंड ऑफ़िसर सत्यजीत मलिक अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे. यहां उन्हें कमलेश देबरॉय नाम के शख़्स दो अन्य बच्चों के साथ मृत अवस्था में मिले. इसके साथ ही एक शख़्स हिंसक तरीके से आसपास घूमता हुआ नज़र आया.”
“इस व्यक्ति पर काबू पाने की कोशिश में हमारे सेकेंड ऑफिसर भी हमले का शिकार हुए और उनके सिर पर गंभीर चोट आई. इसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें अगरतला रिफर कर दिया गया लेकिन इस चोट के चलते उनकी मौत हो गयी.”
पुलिस ने इस मामले में प्रमुख अभियुक्त प्रदीप देबरॉय को गिरफ़्तार करके उनके ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज कर लिया है और फॉरेंसिक टीम की मदद से इस मामले की जांच शुरू कर दी है.
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया - कैसे हुआ ये हमला
इस मामले के चश्मदीद गवाह और अभियुक्त के पड़ोसी झांतू दासगुप्ता ने बताया है कि प्रदीप ने अपनी पत्नी मीना, दो बेटियों और बड़े भाई कमलेश पर हमला किया जिससे डरकर घर के दूसरे सदस्यों ने उनके घर में शरण ली लेकिन हमलावर उनका पीछा करते दासगुप्ता के घर भी पहुंचा और उसने घर के बाहरी हिस्से में लगी रेलिंग पर हमला किया.
झांतू कहते हैं, “लगभग आधी रात को पूरे परिवार ने डरकर मेरे घर में शरण ली लेकिन प्रदीप मेरे घर भी आ गया और फावड़े से मेरे घर पर हमला किया. मैंने पुलिस को बुलाया और उनके आने के बीस मिनट बाद मैं अपने घर का दरवाज़ा खोलकर बाहर आने की हिम्मत जुटा पाया.”
“जब मैंने देखा कि प्रदीप पुलिस इंस्पेक्टर पर हमला कर रहा है और दूसरे पुलिसकर्मी उस पर लाठियां चला रहे थे तो मैं हक्का-बक्का रह गया. ये सब देखकर मैं बहुत डर गया और अपनी जान बचाने के लिए भागा. इसके बाद मुझे पता चला कि उसने रास्ते से जा रहे एक ऑटो ड्राइवर और उसके बेटे कर्णबीर दास पर भी हमला किया.”
कृष्ण दास नामक इस ऑटो ड्राइवर की भी हमले में मौत हो गयी. लेकिन इसके बेटे को पुलिस इंस्पेक्टर और अभियुक्त की पत्नी मीना देबरॉय के साथ अस्पताल ले जाया गया.
सत्यजीत और मीना की हालत नाजुक होने की वजह से अगरतला रिफर किया गया. लेकिन मलिक की मौत अगरतला जीबी हॉस्पिटल में हो गयी. और अभियुक्त की पत्नी अस्पताल में भर्ती हैं.
त्रिपुरा पुलिस विभाग की ओर से शनिवार को मृत पुलिस अधिकारी सत्यजीत मलिक के पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया.
स्मार्टफोन बनाने वाली शाओमी बीजिंग में खोलेगी इलेक्ट्रिक कार प्लांट
स्मार्टफ़ोन बनाने वाली चीन की दिग्गज कंपनी शाओमी राजधानी बीजिंग में एक कार प्लांट बनाएगी. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि इस प्लांट में हर साल तीन लाख कारें बनाई जाएंगी.
इस प्लांट को दो चरणों में बनाया जाएगा. इसके साथ ही कंपनी की वाहन इकाई के मुख्यालय, सेल्स और रिसर्च कार्यालय भी बनाए जाएंगे.
आर्थिक विकास के लिए काम करने वाली सरकार की सहयोगी संस्था 'बीजिंग ई-टाउन' ने वीचैट पर बताया कि इन सुविधाओं का विकास बीजिंग इकोनॉमिक ऐंड टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट ज़ोन में किया जाएगा.
बीजिंग ई-टाउन ने बताया कि उसका अनुमान है कि बनने वाले इस प्लांट से 2024 में उत्पादन शुरू हो जाएगा. कंपनी ने अगस्त में नई इलेक्ट्रिक कंपनी का पंजीकरण भी करा लिया है.
शाओमी के सीईओ ली जून ने भी अक्टूबर में इस लक्ष्य के बारे में बताया था. उससे पहले मार्च में शाओमी ने कहा था कि वो अपने इलेक्ट्रिक कार डिवीज़न के विकास के लिए अगले 10 सालों में 10 अरब डॉलर (75,000 करोड़ रुपए) का निवेश करेगी.
सऊदी अरब, ईरान, अमेरिका ने इन देशों से आने वाले लोगों पर लगाई रोक
दक्षिण अफ़्रीका से कोरोना वायरस का नया वेरिएंट 'ओमीक्रोन' के सामने आने के बाद संक्रमण के नए ख़तरों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) सहित पूरी दुनिया की चिंता बढ़ गई है.
इससे निपटने के लिए दुनिया के कई देशों ने दक्षिण अफ़्रीका सहित अफ़्रीका के सात-आठ देशों से विमानों और यात्रियों के आने पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है. जिन देशों से आने वाले विमानों पर ये प्रतिबंध लगे हैं, उनमें दक्षिण अफ़्रीका के अलावा बोत्सवाना, जिम्बॉब्वे, नामीबिया, लेसोथो, इस्वातिनी, मोज़ांबिक और मलावी शामिल हैं.
प्रतिबंध लगाने वाले देशों में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ के देश, जापान, ईरान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन प्रमुख हैं.
नए ख़तरों के प्रति सतर्कता बरतते हुए भारत ने भी ऐलान किया है कि दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग से आने वाले यात्रियों की पहले से अधिक सख़्त जांच की जाएगी.
सऊदी अरब, ईरान, अमेरिका ने इन देशों से आने वाले लोगों पर लगाई रोक
डब्ल्यूएचओ के दक्षिण अफ़्रीका से नए वेरिएंट मिलने का एलान करने के बाद दुनिया में अफ़्रीकी देशों से आने वाले विमानों को अपने यहां घुसने से रोकने की होड़ लग गई है.
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