उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रचार कर रहे हैं। योगी ने साफ कर दिया है कि वह इन चुनावों में समान विचारधारा वाले दलों से ही गठबंधन करेंगे। ये कोई पहली बार नहीं है जब पार्टी ने योगी को आगे किया है, इससे पहले साल 2019 के लोकसभा और 2017 के विधानसभा चुनाव में भी योगी बड़ा चेहरा थे और उन्होंने लगातार रैलियां की थीं। यही वजह थी कि बीजेपी को सूबे में शानदार जीत हासिल हुई थी।

सियासी हलचल के बीच योगी आदित्यनाथ का एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है। इस इंटरव्यू में उनसे मुस्लिम समुदाय को लेकर सवाल पूछा गया था। इसमें उनसे सवाल किया गया था, ‘आपके नाम से मुस्लिम समुदाय, संप्रदाय में इतना डर क्यों हैं? आपके नाम से यदि हमारा समाज डरता है तो क्या ये ठीक है?’ योगी ने मुस्कुराते हुए इसका जवाब दिया था, ‘देखिये, अपराधियों को मेरे नाम से डरना ही चाहिए। यदि कोई व्यक्ति ठीक होगा तो वो मेरे नाम से क्यों डरेगा। ऐसा सिर्फ अपराधियों के साथ ही होता है।’

योगी आदित्यनाथ आगे कहते हैं, ‘हम लोग तो हमेशा से प्रदेश में शांति चाहते हैं। यदि आप किसी विशेष समुदाय में डर की भावना की बात कर रहे हैं तो ये आपको उन्हीं से पूछना चाहिए। क्योंकि जो भी व्यक्ति सही होगा वो मुझसे कभी नहीं डरेगा। यदि कोई अपराधी होगा तो उसे हर सही व्यक्ति से डर लगेगा ही। इसलिए मुझे लगता है कि किसी विशेष समुदाय को मुझसे डर लगता है तो ये कहना बिल्कुल ठीक नहीं होगा।’

आप ईद क्यों नहीं मनाते? योगी आदित्यनाथ ने जवाब दिया था, ‘मेरी आस्था मेरे साथ है। मैं जबरन पाखंड क्यों करूं? जहां मेरी आस्था होगी मैं वही तो करूंगा। मैं उन लोगों में नहीं हूं जो चोरी-छिपे टीका लगाते हों, चोटी रखते हों और फिर सम्मेलन में जाकर गोल टोपी लगाकर लोगों को घुमाने का काम करते हों। मैं टीका लगाऊंगा तो सिर्फ टीका ही लगाऊंगा। रक्षा सूत्र बांधूंगा तो रक्षा सूत्र ही बांधूंगा। मेरी राजनीति साफ है कि अगर मैं गोल टोपी नहीं लगाऊंगा तो नहीं लगाऊंगा। मुझे जो करना है, वही करूंगा।’