दुनिया के कुछ देशों में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट सामने आया है। यह नया वेरिएंट काफी खतरनाक हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट को omicron नाम दिया है। जो एक ग्रीक शब्द है। डब्ल्यूएचओ ने इस नए वेरिएंट को बेहद तेजी से फैलने वाला और चिंताजनक बताया है। कोरोना वायरस का नया वेरिएंट इतना खतरनाक है कि इससे दोनों टीका लगा चुके व्यक्ति के भी कोरोना संक्रमित होने का पता चला है।

शुक्रवार शाम को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट को बी.1.1.529 कहा और इसे ओमिक्रोन नाम दिया। सबसे पहले गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने अपने देश में नए वेरिएंट के होने की पुष्टि की थी। हालांकि दो और देशों इजराइल और बेल्जियम में नया वेरिएंट पाया गया। इसके अलावा बोत्सवाना और हांगकांग ने भी अपने यहां वेरिएंट के मौजूद होने की पुष्टि की।

डब्ल्यूएचओ ने इस नए वेरिएंट को लेकर कहा कि अब तक वेरिएंट के लगभग 100 जीनोम अनुक्रमों की सूचना मिली है। नए वेरिएंट से संक्रमित हुए कई लोगों को टीकों की दोनों डोज लगाई गई थी। इतना है नहीं इजरायल में नए वेरिएंट से संक्रमित हुए एक व्यक्ति को कोरोना टीकों के दोनों डोज के साथ तीसरी बूस्टर खुराक भी दी गई थी। अब तक के वैज्ञानिक विश्लेषण से यह भी पता चला है कि नया वेरिएंट डेल्टा सहित किसी भी अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है।

क्या है कोरोना का नया वेरिएंट Omicron: कोरोना महामारी आने के बाद से ही इसके कई वेरिएंट सामने आए हैं। दुनिया भर के वैज्ञानिक भी कोरोना के अलग अलग वेरिएंट पर नजर बनाए रखते हैं। इसी क्रम में दक्षिण अफीका में जीनोमिक्स की निगरानी के लिए बनाई गई कमेटी ने सोमवार को एक नए वेरिएंट का पता लगाया और इसे बी.1.1.529 नाम दिया। 

अभी तक की जानकारी के अनुसार बी.1.1.529 में कई स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन हैं, और यह अत्यधिक संक्रामक है। बी.1.1.529 के सामने आने के बाद दक्षिण अफ्रीका में पिछले दो हफ्तों में कोरोना के नए मामलों में चार गुना वृद्धि हुई है। बी.1.1.1.529 में कई परिवर्तन हुए हैं जो चिंता का सबब है। उन्हें इस अनुक्रमण में पहले नहीं देखा गया है और अकेले स्पाइक प्रोटीन में 30 से अधिक परिवर्तन हुए हैं। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि स्पाइक प्रोटीन ही अधिकांश टीकों का निर्माण करता है।

नए वेरिएंट के सामने आने के बावजूद खिलाड़ियों को विदेश भेजने की चल रही तैयारी: कोविड -19 वायरस के एक नए वेरिएंट के सामने के बाद जहां दूसरी टीमें दक्षिण अफ्रीका से बाहर निकलने की कोशिश में जुटी हुई है, वहीं भारत में इसको लेकर कोई सुगबुगाहट नहीं है बल्कि खेल आयोजनों में शामिल होने के लिए टीमों को भेजने की तैयारी चल रही है है।

भारत की जूनियर महिला हॉकी टीम कुछ अंडर -18 खिलाड़ियों के साथ जूनियर महिला विश्व कप के लिए शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना भी होने वाली थी लेकिन अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने टूर्नामेंट को रोके जाने का फैसला किया। हालांकि भारत ‘ए’ क्रिकेट टीम अभी भी दक्षिण अफ्रीका है। जबकि भारत की सीनियर टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ चल रही घरेलू श्रृंखला के बाद दक्षिण अफ्रीका के लिए उड़ान भरने के लिए तैयार है।

हालांकि केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को भारतीय खिलाड़ियों के विदेश दौरे को लेकर सरकार से सलाह लेने के लिए कहा है। बता दें कि दिसंबर महीने से भारत को दक्षिण अफ्रीका के साथ तीन टेस्ट, तीन वनडे और चार टी-20 मैच की सीरीज खेलनी है।