बिहार में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के एक बयान से कांग्रेस और राजद की दोस्ती टूट के कगार पर है। उपचुनाव में पहले ही दोनों पार्टियों ने गठबंधन से अलग, दोनों सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। लालू के बयान के बाद बिहार कांग्रेस के नेताओं ने गठबंधन टूटने का ऐलान कर दिया, जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लालू यादव से फोन पर बात की है।

खुद लालू प्रसाद यादव ने इसपर जानकारी देते हुए कहा- मैंने सोनिया गांधी से बात की है। उन्होंने मुझसे मेरे स्वास्थ्य के बारे में पूछा, मैंने कहा, मैं ठीक हूं, आपकी पार्टी एक अखिल भारतीय पार्टी है, इसलिए सभी समान विचारधारा वाले लोगों को एक साथ लाइए। इन सभी पार्टियों के साथ एक मजबूत विकल्प बनाने के लिए सभी लोगों की एक बैठक बुलाइए”।

लालू प्रसाद के इस दावे के बाद बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने इसे झूठा करार दे दिया। उन्होंने कहा- सोनिया गांधी और लालू प्रसाद यादव के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है। अगर बातचीत होती तो मुझे बता दिया जाता। इसमें कोई सच्चाई नहीं है।

दरअसल लालू ने बिहार के लिए दिल्ली से निकलते समय कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास पर टिप्पणी कर दी थी। जिसके बाद कांग्रेस ने आपत्ति जताते हुए इसपर माफी की मांग कर दी। लालू से जब कांग्रेस नेता भक्त चरण दास की उस टिप्पणी पर जवाब मांगा गया जिसमें उन्होंने कहा था कि राजद, कांग्रेस से मुंह मोड़कर भाजपा की मदद कर रही है। इस पर लालू यादव ने कहा- “क्या हमें एक सीट लेना चाहिए था, ताकि कांग्रेस इसे खो दे और अपनी जमानत जब्त कर ले”? इस दौरान राजद नेता ने कांग्रेस प्रभारी को ‘भकचोन्हर’ कह दिया।

उपचुनाव की गहमागहमी के बीच लालू यादव का ये बयान राजद-कांग्रेस गठबंधन पर असर कर गया और राज्य कांग्रेस ने इसे खत्म होने की घोषणा भी कर दी। प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने स्पष्ट तौर पर कह दिया कि ये गठबंधन अब टूट गया है, भविष्य में कभी भी कांग्रेस और राजद एक साथ नहीं आएंगे।

बताया जा रहा है कि बिहार में दोनों पार्टियों के उलझने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खुद मंगलवार को लालू यादव को फोन किया। सूत्रों का कहना है कि हालांकि राज्य कांग्रेस के नेता राजद नेता से नाराज हैं, लेकिन सोनिया गांधी पार्टी के सबसे पुराने सहयोगियों में से एक राजद के साथ चीजों को सुलझाना चाहती हैं। सोनिया गांधी और लालू यादव के बीच हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं।