दो साल पहले, अक्तूबर 2019 में चीन से कोरोना विषाणु संक्रमण (कोविड-19) महामारी की शुरुआत हुई थी। ब्रिटेन यूनिवर्सिटी आफ केंट के एक शोध के मुताबिक सार्स-सीओवी-2 विषाणु की वजह से शुरू हुई यह महामारी 2019 में अक्तूबर के शुरुआत और नवंबर के मध्य में उभरी होगी, जिसने धीरे-धीरे जनवरी, 2020 तक पूरी दुनिया को अपने कब्जे में ले लिया। इस महामारी ने अब तक पूरी दुनिया में 49.57 लाख लोगों की जान ली है और 24.4 करोड़ लोग इसकी जद में आए हैं। एक बार फिर से यह महामारी दुनिया के कुछ हिस्सों में बढ़ रही है।

महामारी की शुरुआत के दो साल बाद एक बार फिर कोरोना विषाणु संक्रमण के मामले ब्रिटेन, चीन, रूस, न्यूजीलैंड सहित कई देशों में बढ़ने लगे हैं। रूस और चीन ने अपने नागरिकों को संक्रमण से बचाने के लिए सख्त पूर्णबंदी का एलान किया है। चीन : इजीन बेनर में पूर्णबंदी लागू करने के एक दिन बाद चीन की सरकार ने कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए लांझोऊ में भी मंगलवार को पूर्णबंदी लगा दी है। चीन के इस प्रांत की जनसंख्या 40 लाख है। दूसरी ओर, चीन की राजधानी बेजिंग एक क्षेत्र को संक्रमण के लिए मध्यम जोखिम और एक रिहायशी इलाके को उच्च जोखिम वाला क्षेत्र चिन्हित किया है। बेजिंग में अब तक कोरोना के 21 मामले और पूरे देश में 33 मामले सामने आ चुके हैं। इस बीच, हांगकांग ने चीन की नीति को देखते हुए अपने यहां कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

न्यूजीलैंड : यहां सोमवार को कोरोना विषाण्ुा संक्रमण के 109 मामले दर्ज किए गए। सबसे अधिक मामले देश के सबसे बड़े शहर आकलैंड में दर्ज किए गए। महामारी की शुरुआत से अब तक किसी दिन में कोरोना संक्रमण के यह दूसरे सबसे अधिक मामले हैं। न्यूजीलैंड ने 2021 की शुरुआत में खुद को कोरोना से मुक्त घोषित कर दिया था लेकिन अब कोरोना के डेल्टा स्वरूप को आकलैंड में फैलने से नहीं रोक पा रहा है, जबकि आकलैंड में दो महीने से संक्रमण को रोकने के लिए सख्त पूर्णबंदी जारी है।

अमेरिका : कोरोना के मामलों में कमी के चलते अमेरिका में मास्क को लगाने के नियम में छूट दी थी लेकिन कुछ हफ्ते के दौरान अमेरिका में कोरोना विषाणु से संक्रमितों के मरने के आंकड़े में बढ़ोतरी हुई है। कुछ ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पताल संक्रमितों से भर गए हैं। डेल्टा स्वरूप की वजह से अमेरिका में तेजी से संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। यहां औसतन 73 हजार मामले प्रतिदिन दर्ज किए जा रहे हैं।

रूस में रेकार्ड 1,106 लोगों की मौत

रूस में चौबीस घंटे में कोरोना महामारी से रेकार्ड 1,106 लोगों की मौत हुई, जो कि महामारी के बाद से अब तक का सबसे ज्यादा है। वहीं, संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच सरकार ने लोगों के इस सप्ताह कार्यस्थल पर जाने से रोक लगा दी। चौबीस घंटे में 1,106 लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 232,775 हो गई, जो यूरोप में सबसे ज्यादा है। वहीं, कुछ दिनों की तुलना में चौीबस घंटे के संक्रमण के मामलों में आंशिक कमी दर्ज की गई। यहां कुल 36,446 नए मामले सामने आए। महामारी के प्रसार को रोकने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 30 अक्तूबर से सात नवंबर के बीच गैर कार्य अवधि की घोषणा की। इस दौरान ज्यादातर सरकारी और निजी कारोबारी संगठनों में काम नहीं होंगे और ज्यादातर दुकानें भी बंद रहेंगी। वहीं, विद्यालय, जिम और मनोरंजन स्थल भी बंद रहेंगे। खाद्य पदार्थ और दवाई की दुकानें व जरूरी सेवा वाले प्रतिष्ठान खुले रहेंगे। पुतिन ने स्थानीय अधिकारियों को कहा है कि वे आदेश दें कि टीका नहीं लेने वाले 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग घर में रहें।