महाराष्ट्र के सांगली से बीजेपी सांसद संजय पाटिल ने रविवार को ईडी को लेकर जो बयान दिया है, उसकी काफी चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके पीछे नहीं पड़ेगा, क्योंकि वह भाजपा के सांसद हैं।

उन्होंने सांगली में एक समारोह को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। पाटिल ने हल्के-फुल्के लहजे में कहा, ‘ईडी मेरे पीछे नहीं पड़ेगी क्योंकि मैं भाजपा का सांसद हूं। हमें दिखावे के लिए 40 लाख रुपए की महंगी कार खरीदने के वास्ते कर्ज लेना पड़ता है। हमने कितना कर्ज ले रखा है, यह देखकर ईडी को हैरानी होगी।’ पाटिल ने ये भी कहा कि मैं सच बता रहा हूं। अगर मेरी बात रिकॉर्डिंग में भी आ गई तो भी मुझे कोई परेशानी नहीं है।

वहीं पाटिल के इस बयान पर कांग्रेस हमलावर हो गई है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि भाजपा सांसद के इस बयान से साफ हो गया है कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करती है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के मामले में अब कोर्ट को ही केंद्र सरकार को उचित दिशा निर्देश देना चाहिए।

बता दें कि पाटिल के इस बयान के बाद इस बात की आशंका जताई जा रही है कि सियासी गलियारों में एक बार फिर जांच एजेंसियां कटघरे में आ जाएंगी और विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साध सकती हैं।

हालही में भाजपा नेता हर्षवर्धन पाटिल ने कहा था कि उन्हें भाजपा में रहते हुए अच्छी नींद आती है क्योंकि किसी तरह की पूछताछ नहीं होती। यह बयान उस दिन आया था, जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने आरोप लगाया था कि विपक्ष को निशाना बनाने के लिए सीबीआई, ईडी तथा एनसीबी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।

दरअसल पुणे जिले के इंदापुर से पूर्व विधायक हर्षवर्धन पाटिल ने 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था।

बता दें कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी गठबंधन में शामिल शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस आरोप लगाती रही हैं कि केंद्र सरकार उनके नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।