अमिताभ बच्चन ने साल 1995 में अपनी फिल्म प्रोडक्शन कंपनी ‘अमिताभ बच्चन कारपोरेशन लिमिटेड’ (ABCL) बनाई। इसके तहत जो पहली फिल्म बनी वो थी ‘मृत्युदाता’। यह फिल्म अमिताभ बच्चन की कमबैक फिल्म मानी जाती है। इस फिल्म से उन्होंने 5 साल लंबे अंतराल के बाद फिल्मों का रुख किया था। निर्देशक मेहुल कुमार की अमिताभ बच्चन के साथ यह पहली फिल्म थी।

अमिताभ बच्चन ने जब यह फिल्म साइन की तब उन्होंने मेहुल कुमार से कहा था कि वो इस खबर को एक महीने के लिए कहीं भी लीक न होने दें। इस बात का ज़िक्र मेहुल कुमार ने कुछ समय पहले ही इंडिया आस्क नामक मीडिया प्लेटफ़ॉर्म से बातचीत में किया है।

उन्होंने बताया, ‘मैंने प्रतीक्षा (अमिताभ बच्चन का बंगला) में बैठकर उन्हें पूरी स्क्रिप्ट सुनाई। स्क्रिप्ट उनको बहुत अच्छी लगी और वहीं खड़े होकर उन्होंने मुझसे कहा कि मैं ये फिल्म कर रहा हूं। उन्होंने मुझसे कहा कि आपकी जो भी फीस होगी, कल मिल जाएगी। और उन्होंने मुझको एक और बात बोली कि देखो मैं एक महीने के लिए देश से बाहर जा रहा हूं तो ये खबर एक महीने तक कहीं बाहर नहीं आनी चाहिए। मैंने कहा ठीक है सर, कोई दिक्कत नहीं। अगले दिन मुझे उनके ऑफिस से11 लाख का साइनिंग अमाउंट मिल गया। वो लेकर मैं घर आया और किसी को कुछ नहीं बताया।’

मेहुल कुमार ने आगे बताया, ‘एक महीने बाद जब अमित जी वापस आए तो मुझे फ़ोन कर कहते हैं- सर हैट्स ऑफ़ यू। मैंने कहा क्यों? तो कहते हैं कि मुझे मिलकर लोग जाते थे और खबर छप जाती थी कि अमिताभ बच्चन मेरी फिल्म कर रहे हैं और आपको साइनिंग अमाउंट दे दिया फिर भी पेपर में कोई खबर नहीं। मैंने कहा- सर आपने जो चेक दिया, मैंने उसे बैंक में भी नहीं डाला क्योंकि अगर अकाउंटेंट को देता कि ABCL की साइनिंग अमाउंट है तो बात फ़ैल जाती।’

अमिताभ बच्चन की यह कमबैक फिल्म हालांकि ज्यादा सफल नहीं रही। फिल्म 1997 में रिलीज़ हुई और बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा पाई। अमिताभ बच्चन ने मेहुल कुमार के साथ एक और फिल्म में काम किया जिसका नाम है ‘कोहराम’। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के अलावा नाना पाटेकर, जैकी श्रॉफ, जया प्रदा, तब्बू, डैनी जैसे बड़े कलाकार थे। यह फिल्म भी क़माल नहीं दिखा पाई लेकिन इसकी बड़ी स्टारकास्ट के लिए इसे आज भी याद किया जाता है। इस फिल्म के लिए पहली बार अमिताभ बच्चन और नाना पाटेकर साथ आए थे।