अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य जारी है. कुछ समय पहले विपक्षी दलों ने राम जन्मभूमि से संबंधित कुछ जमीनों की खरीद पर घोटाले का आरोप लगाया था. अब राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि इसका जवाब समाज देगा. साथ ही चंपत राय ने यह भी कहा कि राम मंदिर के निर्माण कार्य से सभी लोग संतुष्ट हैं.
'इंडिया टुडे/आजतक' के खास कार्यक्रम 'जब वी मेट' में हिस्सा लेते हुए राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, ''राम मंदिर के कार्यों को 100 से अधिक संतों को दिखाया जा चुका है, जिसमें वह संतुष्ट नजर आए हैं.'' उन्होंने कहा कि किसी भी मंदिर की तुलना नहीं की जानी चाहिए. राम मंदिर की रामेश्वरम, मीनाक्षी मंदिर आदि से तुलना नहीं की जानी चाहिए. वहीं, जितना देश के लिए 15 अगस्त, 1947 अहम था, उतना ही हमारे लिए यह मंदिर अहम है.
घोटाले के आरोप पर बोले चंपत राय- समाज देगा जवाब
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि से संबंधित कुछ जमीनों की खरीद में सपा, आम आदमी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने घोटाला होने का आरोप लगाया था. जब चंपत राय से इस घोटाले को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा यह बेवकूफी है. मैंने इन आरोपों का कभी जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा, ''वे पत्रकार ही बेवकूफ हैं जिन्होंने आगे बढ़ाया. इस सवाल का कोई जवाब नहीं, इसका जवाब समाज देगा.''
इंटरव्यू में उन्होंने आगे कहा कि राम मंदिर के निर्माण को देश की इज्जत से जोड़ा जाना चाहिए. यह मंदिर हिन्दुस्तान की प्रतिष्ठा का मंदिर है. वहीं, चंपत राय के लिए यह बात कितनी अहम है कि उनके हाथ में राम मंदिर से संबंधित ऐसी जिम्मेदारी आई है, जिसे पूरा साधू-समाज करना चाहता था. इस सवाल पर चंपत राय ने जवाब दिया कि यदि मैं नहीं रहूंगा तो कोई दूसरा आएगा. यह ऐसी प्रक्रिया है जोकि इंजीनियर के हाथ में है. मेरे कारण से कुछ नहीं होना है.