बांग्लादेश: दुर्गा पूजा स्थल पर क़ुरान रखने वाला संदिग्ध इक़बाल हुसैन गिरफ़्तार

बांग्लादेश

इमेज स्रोत, Getty Images

बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान कई इलाक़ों में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मुख्य संदिग्ध को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है.

कुमिल्ला के पुलिस अधीक्षक फ़ारूक़ अहमद ने कहा कि गिरफ़्तार व्यक्ति की पहचान इक़बाल हुसैन के रूप में हुई है.

इक़बाल हुसैन को कॉक्स बाज़ार के सुगंधा बीच से गिरफ़्तार किया गया है. कॉक्स बाज़ार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रफ़ीकुल इस्लाम ने कहा कि इक़बाल को गुरुवार को गिरफ़्तार किया गया था. एसपी फ़ारूक़ अहमद ने कहा है कि इक़बाल हुसैन को कुमिल्ला ज़िला की पुलिस हिरासत में रखा गया है.

इक़बाल हुसैन की गिरफ़्तारी बांग्लादेश के कुमिल्ला शहर में दुर्गा पूजा पंडाल में क़ुरान रखने वाले व्यक्ति के रूप में हुई है. क़ुरान रखने की बात सोशल मीडिया पर फैलने के बाद ही हिन्दुओं के घरों और पूजा स्थलों पर हमले शुरू हो गए थे.

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अभियुक्त की पहचान सीसीटीवी फ़ुटेज के आधार पर की गई. पुलिस ने अपने एक बयान में बताया है कि पिछले एक हफ़्ते में हुई हिंसा में कम से कम सात लोगों की मौत हुई है.

बांग्लादेश

इमेज स्रोत, Getty Images

कौन है दुर्गा पूजा के पंडाल में क़ुरान रखने वाला संदिग्ध?

बांग्लादेश के अख़बार डेली ऑब्ज़र्वर के अनुसार, इक़बाल हुसैन और उनके पिता का नाम नूर अहमद आलम है. अभियुक्त कुमिल्ला के सुजाननगर इलाक़े के रहने वाले हैं.

द डेली स्टार में अभियुक्त की उम्र 30 साल बताई गई है. ढाका ट्रिब्यून ने पुलिस के हवाले से बताया है कि इक़बाल के पास कोई स्थायी नौकरी नहीं है और वो इधर-उधर घूमते रहते हैं. अभी यह साफ़ नहीं है कि उनका ताल्लुक़ किसी राजनीतिक पार्टी से है या नहीं.

ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार इक़बाल की माँ अमीना बेगम का दावा है कि उनके बेटे को ड्रग्स की लत है और वो अपने ही परिवार के सदस्यों को अलग-अलग तरीकों से परेशान करता रहता था.

अमीना बेगम के मुताबिक़, "उसे देश की अलग-अलग जगहों पर रहना अच्छा लगता है."

अमीना बेगम का दावा है कि इक़बाल को पिछले 10 वर्षों से कुछ मानसिक परेशानी है क्योंकि 10 साल पहले कुछ पड़ोसियों ने उनके पेट में चाकू घोंप दिया था.

इक़बाल हुसैन के परिजनों का कहना है कि अगर वो सच में दोषी हैं तो उन्हें सज़ा मिलनी चाहिए. उनके भाई रैहन ने कहा कि हो सकता है उन्हें कुछ समूहों ने भड़काया हो.

इक़बाल के छोटे भाई रैहन ने कहा कि वो शुक्रवार से ही अपने भाई को ढूँढने में पुलिस की मदद कर रहे हैं.

बांग्लादेश

इमेज स्रोत, Getty Images

सीसीटीवी फ़ुटेज में क्या दिखा था?

इस पूरी घटना का सीसीटीवी फ़ुटेज अब सोशल मीडिया पर भी शेयर होने लगा है. फ़ुटेज में देखा जा सकता है कि एक शख़्स देर रात को पूजा पंडाल में अपने हाथ में कुछ लेकर दाख़िल होता है और फिर हनुमान की गदा लेकर वापस आ रहा है.

यह क़ुरान कुमिल्ला के दुर्गा पूजा मंडप में बुधवार को पूजा के आठवें दिन यानी अष्टमी को मिला था. बाद में लोगों के एक समूह ने इकट्ठे होकर पूजा के पंडाल में तोड़-फोड़ की और वहाँ लोगों पर क़ुरान का अपमान करने का आरोप लगाया.

इस घटना के ठीक बाद उसी बांग्लादेश के चाँदपुर समेत कई जगहों पर हिंदू मंदिरों पर हमले हुए. पुलिस ने हिंसा पर काबू करने के लिए हवा में फ़ायरिंग की और इसमें कम से कम पाँच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.

(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)