UPSC एग्जाम में हर साल लाखों बच्चे बैठते हैं, लेकिन सफलता चुनिंदा को ही मिल पाती है। आज हम आपको राजस्थान के अलवर के रहने वाले प्रेम प्रकाश मीणा की कहानी बताएंगे। प्रेम प्रकाश मीणा ने साल 2018 में UPSC एग्जाम क्लियर किया था। उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर मिला था और अभी वह यूपी के चंदौली जिले में सेवाएं दे रहे हैं। प्रेम प्रकाश मीणा अभी चंदौली के जॉइंट मजिस्ट्रेट हैं, वह इससे पहले हाथरस और उससे पहले बस्ती में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

प्रेम प्रकाश मीणा को यूपी का तेज-तर्रार IAS अधिकारी माना जाता है। उन्होंने अब एक नई पहल की है जिसकी काफी चर्चा भी हो रही है। प्रेम प्रकाश मीणा ने ‘न्याय आपके द्वार’ नाम से एक मुहिम की शुरुआत की थी। इसके अलावा वह UPSC की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स के लिए कुछ वीडियोज़ भी यूट्यूब पर अपलोड करते हैं। इसमें वह कई अहम मुद्दों पर चर्चा करते हैं, जिन्हें सिविल सर्विस एग्जाम में पूछा जा सकता है।

‘UP तक’ से बात करते हुए प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया था, ‘मैंने इंजीनियरिंग करने के बाद कई बड़ी-बड़ी कंपनियों के लिए काम किया। मैं 6 देशों में रहकर आया था और 20 से ज्यादा देशों को घूम भी चुका था। 2015 में मैं नौकरी छोड़कर वापस भारत आ गया था। 2016 में पहले प्रयास में IRS मिला और दूसरे प्रयास में IAS मिला था। मैंने ‘न्याय आपके द्वार’ मुहिम की शुरुआत की थी क्योंकि मुझे लगता था कि कई मुद्दों पर फैसला या न्याय नहीं होता है तो मैंने जनता में विश्वास जगाने के लिए इस मुहिम को शुरू किया था।’

प्रेम प्रकाश मीणा ने आगे बताया, ‘मेरा खुद का अनुभव ऐसा था जब मैंने कोचिंग जॉइन की थी। ज्यादातर कोचिंग संस्थानों में कुछ नहीं पढ़ाया जाता, सिर्फ मोटी फीस वसूली जाती है। एक आम परिवार कई बार UPSC क्लियर करने लिए इतना खर्चा नहीं उठा पाता। इसलिए मैंने अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया और उस पर UPSC की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स को टिप्स देता हूं। कई बार बच्चों को अच्छी गाइडेंस नहीं मिल पाती है तो वो इसे क्लियर नहीं कर पाते हैं। मेरे लिए तो समय कभी कम नहीं रहता है। मैं तो पूरी तरह अपना टाइम मैनेज करता हूं। मेरी दोनों मुहिम के सहारे ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ देना है।’