उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम के दौरान विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। समाजवादी पार्टी को घेरते हुए उन्होंने कहा कि पहले केवल एक ही परिवार का विकास होता था लेकिन मोदी राज में ‘सबका साथ और सबका विकास हो रहा है।’ योगी ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में यूपी में कोई दंगा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि दंगाइयों को पता है कि अगर दंगा किया तो सात पीढ़ियों को जुर्माना भरना पड़ेगा।

सीएम योगी ने कहा, ‘2014 से पहले कई पार्टियों का नारा होता था कि सबका साथ और परिवार का विकास। वे अपने स्वयं और परिवार के विकास के अलावा कुछ नहीं सोच पाते थे। पहले की सरकारें दंगाइयों को आश्रय देते थे। वे उन्हें हर प्रकार से आगे बढ़ाने का काम करते थे। आए दिन कर्फ्यू लग जाता था। बहुसंख्यक समाज प्रताड़ित होता था। जो मूर्ति बनाते थे उनकी मूर्ति नहीं दिखती थी। जो दीया बनाते थे उनके दीये तोड़ दिए जाते थे और पर्व और त्योहार अंधेरे में होते थे।’

चेतावनी देते हुए योगी ने कहा, ‘पिछले साढ़े चार साल में यूपी में एक भी दंगा नहीं हुआ। दंगाइयों को पहले ही संदेश दे दिया गया तो चार पीढ़ियों का पट्टा लिखकर जाना, वो जुर्माना भरती रहेगी।’ बिजली की समस्या को लेकर भी योगी ने कहा कि कोयले की कमी की वजह से बिजली का संकट है लेकिन यूपी सरकार दूसरे राज्यों से पर्याप्त बिजली खरीद रही है औऱ इसी वजह से राज्य में अंधेरा नहीं हुआ।

कोविड से मरनेवालों के परिवार को सहायता राशि देने के लिए यह ऐलान
योगी आदित्‍यनाथ ने कोरोना वायरस संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिजन को राहत राशि वितरित करने के लिए जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में समिति गठित करने और विस्तृत दिशानिर्देश जारी करने के आदेश दिए हैं। रविवार को जारी एक सरकारी बयान के अनुसार मुख्‍यमंत्री ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम को निर्देश दिया कि संक्रमण के कारण असमय काल-कवलित हुए लोगों के परिजनों को अब 50 हजार रुपये राहत राशि के तौर पर दिए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी पात्र परिवार इस राहत राशि से वंचित न रहे। इस संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश यथाशीघ्र जारी कर दिए जांए और जिलों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति गठित की जाए। बयान के अनुसार प्रदेश के कुल 75 जिलों में से इस समय 42 जिले कोविड-19 संक्रमण से मुक्त हो गये हैं जबकि 16 जिलों में सिर्फ एक-एक मरीज है। राज्‍य में अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 119 रह गई है।