कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर से पार्टी की कमान संभाल सकते हैं. दिल्ली में शनिवार को आयोजित की गई कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में इसको लेकर संकेत मिले हैं. सूत्रों के अनुसार, वरिष्ठ नेताओं द्वारा पार्टी का नेतृत्व करने के लिए कहे जाने पर राहुल गांधी ने बैठक में कहा कि वह इस पर विचार करेंगे.
सूत्रों के अनुसार, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी के नाम को अध्यक्ष पद के लिए आगे किया था. इस पर बाकी सभी सदस्यों ने भी एकमत होकर अपनी सहमति व्यक्त कर दी. सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करने के लिए जब राहुल गांधी से कहा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि वह इस पर विचार करेंगे.
सूत्रों ने जानकारी दी कि राहुल गांधी ने बैठक में यह भी कहा कि उन्हें पार्टी नेताओं से विचारधारा के स्तर पर स्पष्टता की जरूरत है. कुछ नेताओं ने कहा कि चुनाव तक उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाए. वहीं, बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने भी बताया कि सभी ने एकमत से सहमति व्यक्त की कि वह (राहुल गांधी) (पार्टी अध्यक्ष) बनेंगे या नहीं, यह उन पर निर्भर है. सभी की राय है कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनना चाहिए.
In CWC meeting, on the request of senior leaders to become the president, Rahul Gandhi said, "I will consider." He also said that he needs clarity at the level of ideology, from the party leaders. Some leaders said that till the polls, he should be made the working pres: Sources pic.twitter.com/wkKKzYHMn1
— ANI (@ANI) October 16, 2021
अंबिका सोनी ने कहा, ''वहां (सीडब्ल्यूसी) जी-23 का जिक्र तक नहीं था. वे बैठक में मौजूद थे. कांग्रेस गुटों में बंटी नहीं है, हम एक हैं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सभी नेता सर्वसम्मति से चाहते हैं कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बनें. प्रक्रिया (चुनाव के लिए) सितंबर (2022) में शुरू होगी.''
उल्लेखनीय है कि साल 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. वह चुनाव उनके ही नेतृत्व में लड़ा गया था, जिसके पार्टी के अनुरूप नतीजे नहीं आए थे. राहुल गांधी दिसंबर, 2017 से साल 2019 तक पार्टी के अध्यक्ष थे. उनसे पहले यह जिम्मेदारी सोनिया गांधी ने संभाली थी और फिर बाद में राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया था.