अपनी गुमशुदगी की पोस्टर को भोपाल में लगने की खबर से बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर भड़क उठी। उन्होंने इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कांग्रेसी, जानवर से भी बदतर हैं।

कोविड​​​​-19 महामारी के दौरान गुमशुदा के पोस्टर के लिए मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक पर निशाना साधते हुए भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि ऐसे कांग्रेसियों और देशद्रोहियों को भारत में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत में वो रहेगा जो राष्ट्रभक्त होगा।

प्रज्ञा सिंह दशहरे के अवसर पर रावण दहन कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंची थीं। इस कार्यक्रम में कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा को आमंत्रित किया गया था। भाजपा सांसद जब इस कार्यक्रम में संबोधन के लिए उठीं, तो सबसे पहले उन्होंने पीसी शर्मा को ही निशाने पर ले लिया। भाजपा नेता के इन बयानों से पीसी शर्मा नाराज हो गए और गुस्से में मंच छोड़कर चले गए।

पीसी शर्मा को भाजपा नेता राहुल कौठारी रोकने की भी कोशिश करते हैं, लेकिन वो नहीं रुकते हैं। प्रज्ञा सिंह ने कांग्रेसियों को जानवरों से भी बदतर बताते हुए कहा- ‘जानवरों में भी भावनाएं होती हैं। जब उसकी संतान मर जाती है या बीमार पड़ जाती है, तो जानवर रोता है, लेकिन वे जानवरों से भी बदतर हैं। बीमार को बीमार मत समझो। पहले तो उन्होंने प्रताड़ित किया और जब मैं बीमार हो गई तो उन्होंने मेरे लापता होने के पोस्टर लगा दिए”।

कार्यक्रम के दौरान प्रज्ञा ठाकुर ने हिंदुओं को देशभक्त बताया और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति नर्मदा परिक्रमा करने से पवित्र नहीं बन सकता। उन्होंने मंच पर बैठे पीसी शर्मा पर हमला बोलते हुए कहा-“ऐसे लोगों पर शर्म आती है कि वे विधायक बन गए। ऐसे लोग विधायक बनने के लायक नहीं। ऐसे लोग खुद को हिंदू कहते हैं, लेकिन वे असंवेदनशील हैं। वे हम पर हमला करते हैं। वे हमें मारने वालों पर रोते हैं। धिक्कार है ऐसे कांग्रेसियों पर, ऐसे देशद्रोहियों पर, शर्म करो और मैं कहती हूं कि उनके लिए भारत में कोई जगह नहीं है। भारत में केवल देशभक्त ही रहेंगे”।

भाजपा सांसद के इन बयानों को लेकर पीसी शर्मा ने भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा- दशहरा के सार्वजनिक मंच से भाजपा सांसद द्वारा मां नर्मदा एवं उनके भक्तों पर की गई अनर्गल टिप्पणी, मां नर्मदा परिक्रमा करने वालों को पापी कहना, मां नर्मदा एवं नर्मदा परिक्रमा वासियों का अपमान है। ये वही सांसद हैं जो कोरोना काल में जब जनता को जरूरत थी, तो मदद तो दूर, दिखाई तक नहीं दी।

उन्होंने आगे कहा कि हम तो ये मांग करेंगे कि ये आतंकवाद की आरोपी हैं और मेडिकल के आधार पर जमानत पर हैं। फिर भी कबड्डी, और गरबा खेल रही हैं। माननीय न्यायालय को संज्ञान लेते हुए इनकी जमानत रद्द करना चाहिए, और इनको इनके नियत स्थान पर भेजना चाहिए।

बता दें कि भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर मालेगांव बम विस्फोट में आरोपी हैं। एनआईए कोर्ट से उन्हें मेडिकल आधार पर जमानत मिली हुई है। कई साल जेल में बिताने वाली ठाकुर ने आरोप लगाया था कि उन्हें अवैध रूप से हिरासत में लिया गया था और अपराध स्वीकार करने के लिए पुलिसकर्मियों ने उनकी पिटाई की थी।