बीते 20 सालों में पहली बार तूफ़ान ने इतनी तबाही मचाई है। सिर्फ इसी साल में अबतक दो तूफानों ने तबाही मचाई है। वहीं गुलाब चक्रवात आने के बाद यह संख्या तीन हो जाएगी। भारतीय मौसम विभाग ने ओड़िशा और आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों में चक्रवात “गुलाब”  का अलर्ट जारी किया है। 26 सितंबर की शाम तक गुलाब चक्रवात ओड़िशा और आंध्र प्रदेश के तटों को पार कर सकता है। 

इस साल मई में बने तौकते और यास तूफान के बाद यह तीसरा चक्रवात होगा। आने वाले तूफानों के मद्देनजर भारतीय मौसम विभाग ने शनिवार को पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश का अनुमान जताया। वहीं रविवार को दक्षिण ओडिशा, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में बहुत भारी से बेहद भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इस दौरान इन इलाकों में 204.4 मिमी से अधिक बारिश होने की संभावना है. तेलंगाना, उत्तरी ओडिशा और छत्तीसगढ़ में तूफ़ान की वजह से भारी बारिश की संभावना है।

स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के अनुसार अगले 24 घंटे में ओड़िशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में चक्रवात की गति 80 से लेकर 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है। साथ ही इस दौरान समुद्र में करीब 14-16 फीट उंची लहर उठ सकती है। जिसकी वजह से आगामी 27 सितंबर तक मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। ओड़िशा और आंध्र प्रदेश के अलावा पश्चिम बंगाल के समुद्री इलाकों में भी मछुआरों को 27 सितंबर तक गहरे समुद्री क्षेत्र में नहीं जाने को कहा गया है।

इस साल अबतक करीब दो तूफ़ान पहले ही आ चुके हैं। 14 मई को अरब सागर में तौकते तूफान बना था और 23 मई को बंगाल की खाड़ी में यास तूफ़ान बना था। यास आने के 4 महीने बाद ही एक बार फिर से बंगाल की खाड़ी में निम्न दवाब के क्षेत्र में बढ़ोतरी हुई जो बाद बाद में चक्रवाती तूफान गुलाब बन गया। इसी के साथ ही इस साल तीन चक्रवाती तूफ़ान आए हैं। बीते 1990 से लेकर अबतक करीब 14 से ज्यादा तूफान बंगाल की खाड़ी में आ चुके हैं। जिसमें से मात्र तीन तूफ़ान बीते 10 सालों में आए हैं।