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BJP का मिशन यूपी 2022 का रोडमैप तैयार, धर्मेंद्र प्रधान की टीम के कंधों पर एक-एक क्षेत्र का प्रभार

उत्तर प्रदेश में चार महीने के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव का बीजेपी ने विधिवत आगाज कर दिया है. सूबे की सत्ता में वापसी के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने अपनी टीम के साथ प्रदेश के सत्ता और संगठन के प्रमुख चेहरों संग बैठक की. इस दौरान आगामी विधानसभा चुनाव की सियासी जंग फतह करने के लिए रोडमैप तैयार किया है. 

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बीजेपी यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और सीएम योगी आदित्यनाथ
बीजेपी यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और सीएम योगी आदित्यनाथ
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बीजेपी यूपी मिशन-2022 का किया आगाज
  • धर्मेंद्र प्रधान टीम को सौंपा गया क्षेत्र का जिम्मा
  • युवाओं को साधने का जिम्मा अनुराग ठाकुर पर

उत्तर प्रदेश में चार महीने के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव का बीजेपी ने विधिवत आगाज कर दिया है. सूबे की सत्ता में वापसी के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने अपनी टीम के साथ प्रदेश के सत्ता और संगठन के प्रमुख चेहरों संग बैठक की. इस दौरान आगामी विधानसभा चुनाव की सियासी जंग फतह करने के लिए रोडमैप तैयार किया है. 

बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व द्वारा गठित केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अगुवाई में  सहप्रभारी और क्षेत्र प्रभारियों की बुधवार को लखनऊ में बैठक हुई, जिसमें तय हुआ कि मोदी के नाम और योगी के काम के सहारे फिर सत्ता में लौटेंगे. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में पार्टी के मौजूदा कार्यक्रमों और अभियानों पर चर्चा के साथ ही क्षेत्रों में संगठन प्रभारियों की तर्ज पर चुनाव प्रभारियों को भी अलग-अलग क्षेत्र की जिम्मेदारी दे दी गई. 

बीजेपी ने 2022 चुनाव की मोर्चेबंदी की

विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने चुनाव में क्षेत्र के प्रभारियों के साथ बैठक में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अब चुनाव में लगभग चार माह ही बचे हैं. सरकार और संगठन के साथ समन्वय बनाकर सभी छह क्षेत्रों में समान रूप से मेहनत की जाएगी. पहले से मजबूत और अनुभवी संगठन प्रदेश में काम कर रहा है. सभी सह प्रभारी क्षेत्रीय चुनाव प्रभारी और संगठन प्रभारी के रूप में इस तरह काम करेंगे कि केंद्र और राज्य सरकार की जनहित की योजनाओं का लाभ और संदेश निचले स्तर तक जनता में पहुंचे. 

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यूपी के रण के लिए बीजेपी ने जबरदस्त तरीके से मोर्चेबंदी शुरू कर दी है. बीजेपी मुख्यालय में हुई महत्वपूर्ण बैठक में तय हो गया कि किस मोर्चे को कौन संभालेगा. ऐसे में चुनावी राजनीति के विशेषज्ञ माने जाने वाले केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के हाथ पूरे चुनाव अभियान की कमान रहेगी जबकि यूथ आइकॉन माने जाने वाले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के जिम्मे बेहद अहम काम सौंपा गया है.

युवा वोटरों के साधेंगे अनुराग ठाकुर

अनुराग ठाकुर प्रदेश के युवा वोटरों को पार्टी से जोड़ने की मुहिम की अगुवाई करेंगे. इसके अलावा वे प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ ही सोशल मीडिया में चलने वाले चुनावी कैंपेन की कमान भी संभालेंगे. आईटी का जिम्मा भी उन्हीं के कंधों पर रहेगा. बीजेपी की नजर यूपी के युवा मतदाताओं पर है, जिनमें खासकर ऐसे युवा जो 18 की उम्र पर पहली बार ईवीएम का बटन दबाएंगे.

बीजेपी के विजय अभियान में युवा वोटरों की भूमिका काफी अहम रही है. यह युवा सिर्फ वोट ही नहीं देते, माहौल बनाने का काम भी करते हैं. ऐसे में यूपी के सह चुनाव प्रभारी अनुराग ठाकुर को इन्हीं युवा मतदाताओं को रिझाने की जिम्मेदारी दी गई है. 

सह प्रभारियों के कंधों पर क्षेत्र का जिम्मा

‌धर्मेंद्र प्रधान की टीम में सात सह प्रभारी बनाए गए हैं, उनमें से अनुराग ठाकुर के अलावा बाकी छह सह प्रभारियों को पार्टी के संगठनात्मक छह क्षेत्रों का जिम्मा सौंपा गया है, जिसके जरिए जातीय समीकरण का भी खास ख्याल रखा गया है. इतना ही नहीं क्षेत्रीय बैलेंस भी बनाने की कोशिश बीजेपी ने की है. 

काशी में ब्राह्मण तो कानपुर में वैश्य

काशी क्षेत्र के संगठन प्रभारी सुनील ओझा हैं जबकि चुनावी प्रभारी की जिम्मेदारी सरोज पांडेय को सौंपी गई है. काशी का इलाका पूर्वांचल में आता है, जो ब्राह्मण बहुल माना जाता है. ऐसे में ब्राह्मण नेता के हाथों में बीजेपी ने चुनावी अभियान की जिम्मेदारी सौंपकर बड़ा दांव चला है. 

कानपुर क्षेत्र में संगठन प्रभारी का जिम्मा सुधीर गुप्ता के कंधों पर है तो चुनावी प्रभारी की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी को सौंपी गई है. कानपुर क्षेत्र वैश्य बहुल माना जाता है और यादव समुदाय का खास प्रभाव है. इस तरह से बीजेपी ने वैश्य समुदाय को साधने के लिए संगठन की कमान सुधीर गुप्ता को सौंपी है तो यादव को पार्टी से जोड़ने का काम अन्नपूर्णा देवी करेंगी. 

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पश्चिम क्षेत्र में जाट वोटों को साधेंगे कैप्टन

पश्चिमी उत्तर प्रदेश इस बार किसान आंदोलन के चलते बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है. किसान आंदोलन के चलते जाट समुदाय के बीजेपी से छिटकने का खतरा है. इसलिए बीजेपी ने पश्चिम क्षेत्र में चुनाव की कमान जाट नेता कैप्टन अभिमन्यु को सौंपी है तो संगठन के प्रभारी संजय भाटिया हैं. इस तरह से बीजेपी ने जाट और पंजाबी समीकरण को मजबूत करने की कवायद की है. दोनों ही केंद्रीय नेता हरियाणा से हैं, जिसके चलते पश्चिम यूपी पर खास नजर रख सकेंगे और यहां के माहौल से वाकिफ हैं. 

गोरखपुर क्षेत्र में भूमिहार को जोड़ेंगे विवेक ठाकुर

गोरखपुर क्षेत्र में चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी राज्यसभा सदस्य विवेक ठाकुर संभालेंगे जबकि संगठन प्रभारी की जिम्मेदारी अरविंद मेनन के कंधों पर होगी. गोरखपुर क्षेत्र में भूमिहार वोटों को देखते हुए विवेक ठाकुर को लगाया गया है, जो बिहार से आते हैं व दिग्गज भूमिहार नेता सीपी ठाकुर के बेटे हैं. ऐसे में बिहार से सटे पूर्वांचल खासकर गोरखपुर क्षेत्र में उनका अच्छा खासा प्रभाव है, जिसे बीजेपी कैश कराने की मूड में है. 

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दलित वोटरों को जोड़ने का जिम्मा मेघवाल पर

अवध क्षेत्र में चुनाव प्रभारी का जिम्मा बीजेपी से लोकसभा सांसद शोभा करंदलाजे को सौंपी गई है, जो ओबीसी समुदाय के कुर्मी समाज से आती हैं जबकि संगठन प्रभारी का जिम्मा वाई सत्या कुमार के पास है. अवध के क्षेत्र में दलित और ओबीसी वोटर काफी अहम हैं, जिसे बीजेपी ने साधने की कवायद की है.

बृज क्षेत्र में चुनाव प्रभारी का जिम्मा केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल संभालेंगे जबकि संगठन प्रभारी संजीव चौरसिया हैं. यह इलाका राजस्थान से सटा हुआ है और दलित वोटर काफी अहम हैं. इस समीकरण को देखते हुए बीजेपी ने अपने दलित चेहरे अर्जुन मेघवाल को कमान सौंपी है. 

 

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