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पाना चाहते हैं तेज दिमाग, तो डाइट में शामिल करें अजमोद

शोधकर्ताओं की मानें तो अजमोद में एपिजेनिन एंटीऑक्सीडेंट होता है जो न्यूरॉन को व्यवस्थित और सेरेब्रम की क्षमताओं को विकसित करता है। आसान शब्दों में कहें तो अजमोद के सेवन से स्मरण शक्ति बढ़ती है। इससे अल्जाइमर और पार्किंसन रोगों में आराम मिलता है।

By Pravin KumarEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 09:56 PM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 09:56 PM (IST)
पाना चाहते हैं तेज दिमाग, तो डाइट में शामिल करें अजमोद
अजमोद में क्लोरोफिल उच्च मात्रा में पाया जाता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। प्राचीन समय से बीमारियों को दूर करने के लिए नाना प्रकार की औषधि का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें एक अजमोद है, जिसे आयुर्वेद में औषधि का दर्जा प्राप्त है। अक्सर अजमोद का इस्तेमाल जायके का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह देखने में धनिए के पत्ते समान होता है। इसके लिए कई बार लोग अजमोद को पहचानने में गलती कर जाते हैं। हालांकि, इसका स्वाद धनिए के पत्ते से हल्का होता है। इसके बावजूद दुनियाभर में अजमोद की खपत अधिक है। खासकर औषधि गुणों के चलते अजमोद की लोकप्रियता बढ़ी है। इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो कई प्रकार की बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि कैंसर से लेकर मधुमेह में अजमोद लाभकारी है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

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क्या कहती है शोध

अजमोद में विटामिन-ए, सी, थायमिन, राइबोफ़्लेविन और नियासिन, कैल्शियम, जिंक, पोटैशियम और आयरन पाया जाता है। साथ ही इसमें एंटीमाइक्रोबियल, फ्लेवोनॉयड्स, एंटीऑक्सीडेंट और एस्ट्रोजेनिक के गुण पाए जाते हैं। खासकर फ्लेवोनॉयड्स, एस्कॉर्बिक एसिड और कैरोटीनॉयड प्रमुख तत्व हैं। journalofsports की मानें तो अजमोद कैंसर, मोटापा, मधुमेह, वाटर रिटेंशन, नाईट ब्लाइंडनेस, एनीमिया, दिल और आंखों की बीमरियों के लिए दवा समान है। इसके सेवन से कई बीमारियों में राहत मिल सकता है। शोधकर्ता अजमोद को औषधि का पावर हाउस कहा जाता है।

सांसों की बदबू को दूर करता है

अजमोद में क्लोरोफिल उच्च मात्रा में पाया जाता है। इससे मुंह की दुर्गंध से मुक्ति मिलती है। प्राचीन समय से अजमोद का माउथ फ्रेशनर के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। सांसों की बदबू को दूर करने के लिए अजमोद की पत्तियों का सेवन माउथ फ्रेशनर के रूप में कर सकते हैं।

स्मरण शक्ति में सुधार होता है

शोधकर्ताओं की मानें तो अजमोद में एपिजेनिन एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो न्यूरॉन को व्यवस्थित और सेरेब्रम की क्षमताओं को विकसित करता है। आसान शब्दों में कहें तो अजमोद के सेवन से स्मरण शक्ति बढ़ती है। इससे अल्जाइमर और पार्किंसन रोगों में आराम मिलता है। इसके लिए अपनी डाइट में अजमोद को जरूर शामिल करें।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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