त्यौहारी सीजन में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच केंद्र ने राज्यों को जारी किए निर्देश, जानें क्या कहा
केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना की स्थितियों का गहन विश्लेषण करने का निर्देश दिया। साथ ही यह भी सुझाव दिया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना चाहिए...
नई दिल्ली, पीटीआइ। चिकित्सा विशेषज्ञों ने त्यौहारी सीजन में लापरवाही के चलते कोरोना की तीसरी लहर के आने की आशंका जताई है। विशेषज्ञों ने त्यौहारों में जमावड़ों पर रोक लगाने को लेकर सख्त कदम उठाए जाने का सुझाव भी दिया है। इस बीच केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना की स्थितियों का गहन विश्लेषण करने का निर्देश दिया। साथ ही यह भी सुझाव दिया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना चाहिए और जरूरी दवाओं का स्टाक करना चाहिए।
लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोविड-19 प्रबंधन और प्रतिक्रिया रणनीति की समीक्षा की। गौबा ने राज्यों से कहा कि किसी तरह की लापरवाही को कोई जगह नहीं दी जा सकती है। कोरोना की चुनौतियों को देखते हुए राज्य सरकार को अस्पतालों में मानव संसाधन को बढ़ाना चाहिए। गौबा ने राज्यों से त्यौहारी सीजन में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने की सलाह दी। उन्होंने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सख्त कदमों को उठाने के भी निर्देश दिए।
कुछ हिस्सों में उच्च पाजिटिविटी रेट चिंताजनक
दुनिया के उन देशों का उदाहरण देते हुए जिन्होंने कोरोना की कई लहरों को देखा है, राजीव गौबा ने देश के कुछ हिस्सों में उच्च पाजिटिविटी रेट पर चिंता जताई। उन्होंने राज्य सरकारों को सलाह दी कि वे स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार करें और जरूरी दवाओं का स्टाक करें। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 11 राज्यों में सीरोटाइप-II डेंगू (Serotype-II Dengue) की उभरती चुनौती पर प्रकाश डाला जो बीमारी के अन्य वैरिएंट की तुलना में अधिक जटिलताओं से जुड़ा है।
बुखार हेल्पलाइन लगाने के निर्देश
केंद्र सरकार ने राज्यों को मामलों का शीघ्र पता लगाने, बुखार हेल्पलाइन का संचालन करने, जांच किटों और दवाओं का पर्याप्त स्टॉक करने को कहा। राज्यों से त्वरित जांच के लिए क्विक रिएक्शन टीमों की तैनाती जैसे कदम उठाने को भी कहा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने बुखार के मामलों का सर्वेक्षण, संपर्क ट्रेसिंग, वेक्टर नियंत्रण, रक्त और प्लेटलेट्स का पर्याप्त भंडार को बनाए रखने के लिए ब्लड बैंकों को सचेत करने का भी सुझाव दिया।
34 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 फीसद से ज्यादा
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि 15 राज्यों के 70 जिले चिंता का विषय हैं क्योंकि इनमें से 34 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 फीसद से ज्यादा है। यही नहीं इन राज्यों के 36 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 5-10 फीसद के दायरे में है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आने वाले त्योहारों के सीजन को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकारों से सभी आवश्यक सावधानियां सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही भीड़भाड़ वाले बंद स्थानों से बचने के लिए प्रभावी कदम उठाने का भी सुझाव दिया।
दिशा-निर्देशों का हो सख्ती से पालन
केंद्र सरकार ने कहा कि स्थानीय बाजारों, मॉल्स और पूजा स्थलों पर भीड़ को लेकर जारी किए गए दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। इन जगहों पर कोविड प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने की दरकार है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने यह भी कहा कि राज्यों की ओर से इमरजेंसी कोविड रिस्पांस पैकेज का सही तरीके से इस्तेमाल किया जाना चाहिए। सरकार ने राज्यों को डेंगू और अन्य रोगवाहक बीमारियों की रोकथाम के लिए हर जरूरी कदम उठाने का भी निर्देश दिया।
विशेषज्ञों ने किया आगाह
दरअसल विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारों के सीजन में जमावड़ों में लोगों की ओर से कोविड प्रोटोकाल के पालन में लापरवाही कोरोना के बढ़ने महत्वपूर्ण कारक साबित हो सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो तीसरी लहर के संबंध में कोरोना का नया वैरिएंट घातक साबित हो सकता है क्योंकि त्योहारों के सीजन में लोगों की भीड़ में इसके तेजी से फैलने की आशंका होगी। विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि तीसरी लहर को लेकर सबसे बड़ा खतरा त्यौहारों के सीजन में ही होगा। पढ़ें विस्तृत रिपोर्ट- तीसरी लहर को लेकर विशेषज्ञों ने किया सचेत, जानें क्या कहा