लंबे वक्त तक बीजेपी के सम्मेलनों से लेकर हिंदुत्ववादी संगठनों में ये नारे लगते रहे कि जो हिंदू हित की बात करेगा वही देश पर राज करेगा. तब ऐसे नारे लगाने वाली बीजेपी को धर्मनिरपेक्षता के चिमटे से अलग करके बीजेपी विरोध का एक बड़ा विपक्षी मोर्चा हमेशा तैयार होता रहा. लेकिन धीरे-धीरे राजनीति पलटी, अब हर दल बीजेपी के मुकाबले क्या खुद को बड़ा हिंदू हितैषी, हिंदू हितकारी, हिंदू प्रेमी दिखाने की कोशिश करने लगा है? क्या अब राजनीति का नया नारा यही हो गया है कि जो हिंदू वोट की बात करेगा वही राज करेगा? ज्यादा जानकारी के लिए देखें 10तक.