राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रमुख सलाहकार के पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सीएम के नाम लिखी चिट्ठी में सार्वजनिक जीवन से अस्थायी ब्रेक लेने के फैसले का जिक्र किया और कहा कि उन्हें अभी भी अपने आगे के कदमों पर विचार करना है।

प्रशांत किशोर की इस चिट्ठी का जिक्र करते हुए पत्रकार बरखा दत्त ने भी ट्वीट किए हैं। बताया गया है कि प्रशांत किशोर ने चिट्ठी में कैप्टन से खुद को कार्यमुक्त करने की अपील करते हुए कहा कि उन्होंने कभी सलाहकार के पद का प्रभार लिया ही नहीं। उन्होंने आगे लिखा, “चूंकि मुझे अभी अपने भविष्य के कार्य के बारे में निर्णय लेना है, इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त करने की कृपा करें। इस पद के लिए मुझे चुनने और अवसर देने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं।”

गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने पहली बार 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ पहले ही पार्टी के अभियान की कमान संभाली थी। इस चुनाव में कांग्रेस की मजबूत जीत के बाद किशोर हीरो बनकर उभरे थे। हालांकि, अपने संगठन इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (IPAC) के जरिए वे कई और नेताओं के अभियानों से भी जुड़े रहे।

बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के लिए रणनीति बनाकर चुनाव में जबरदस्त सफलता दिलाने के बाद कांग्रेस पार्टी उनको अपने साथ लेना चाहती है। इसको लेकर उनकी राहुल गांधी और अन्य नेताओं के साथ कई बार बैठक भी हो चुकी है। राहुल गांधी ने संकेत दिया है कि प्रशांत किशोर की भूमिका को लेकर जल्द फैसला किया जाएगा। फिलहाल इस बारे में पार्टी के अंदर मंथन हो रहा है कि उनको लेने से कितना नफा-नुकसान होगा। हालांकि, ताजा चिट्ठी सामने आने के बाद माना जा रहा है कि वे 2022 में उत्तर प्रदेश, गोवा, पंजाब और उत्तराखंड के चुनाव अभियानों से दूरी रख सकते हैं।