झारखंड के गुमला सदर अस्पताल में एक महिला की मौत होने के बाद हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. रायडीह प्रखंड के बिरकेरा गांव के 35 वर्षीय सुनीता देवी (पति विकास साहू) का कमजोरी और खांसी रहने के कारण करीब 3 दिनों से सदर अस्पताल में इलाज चल रहा था. डॉक्टर ने मंगलवार की सुबह मरीज सुनीता देवी को आगे रेफर कर दिया गया. मरीज को बिना ऑक्सीजन लगाए नीचे एंबुलेंस में लाया गया. जहां उसकी मौत हो गई.
मौत होने के बाद परिजनों ने डॉक्टर एवं अस्पताल प्रबंधक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. यही नहीं कॉल सेंटर में बैठे कर्मचारी की पिटाई भी कर दी. बाद में स्थानीय पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग एवं पीड़ित परिजनों के बीच आपसी समझौता कराते हुए मामला को निपटाया.
दूसरी ओर, स्वास्थ्य विभाग ने अपने ऊपर लापरवाही का आरोप का खंडन किया. अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि मरीज को परिजनों ने अपने स्तर से नीचे उतारा. मरीज की स्थिति दयनीय थी इसीलिए उसे रेफर सुबह में ही कर दिया.
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सदर अस्पताल में हंगामे के कारण इलाज करा रहे दूसरे मरीजों को भी दिक्कत आई. अफरातफरी का माहौल कायम हो गया था.
ज्ञात हो कि सदर अस्पताल गुमला में इलाज में लापरवाही को लेकर मामला लगातार सुर्खियों में रहता हैं. गुमला सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल के रूप में सम्मान भी मिल चुका है.