scorecardresearch
 

भारत-चीन में विश्वास बहाली की कवायद, उत्तरी सिक्किम में हॉटलाइन स्थापित

बॉर्डर पर तनाव को कम करने, विश्वास और सौहार्दपूर्ण संबंधों की भावना को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय और चीनी सेना के बीच रविवार को हॉटलाइन स्थापित की गई. 

Advertisement
X
India-China Standoff
India-China Standoff
स्टोरी हाइलाइट्स
  • भारत-चीन के बीच विश्वास बहाली को हॉटलाइन स्थापित
  • सिक्किम-तिब्बत के बीच स्थापित की गई हॉटलाइन
  • दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहा लद्दाख में विवाद

पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पिछले साल के अप्रैल महीने से भारत-चीन के बीच तनावपूर्ण स्थिति कायम है. दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के बीच कोर कमांडर स्तर की 12 दौर की बातचीत भी हो चुकी है. बॉर्डर पर तनाव को कम करने, विश्वास और सौहार्दपूर्ण संबंधों की भावना को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय और चीनी सेना के बीच रविवार को हॉटलाइन स्थापित की गई. 

जानकारी के अनुसार, उत्तरी सिक्किम के कोंगरा ला में भारतीय सेना और तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र के खंबा जोंग में चीनी सेना पीएलए के बीच में यह हॉटलाइन स्थापित की गई है. इसके जरिए से दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहतर करने की कवायद की गई. दोनों देशों की सेनाएं जमीनी स्तर पर भी बातचीत कर रही हैं.

विभिन्न सेक्टर्स में ये हॉटलाइन बॉर्डर पर शांति को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती हैं. बता दें कि इसमें ग्राउंड कमांडरों ने भाग लिया और हॉटलाइन के माध्यम से मित्रता और सद्भाव के मैसेज को एक-दूसरे के पास पहुंचाया.

बता दें कि यह पूर्वी लद्दाख, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में दोनों देशों के बीच स्थापित होने वाली छठी हॉटलाइन है. इससे एक दिन पहले ही भारत और चीन के बीच एलएसी पर चीनी पक्ष की ओर मोल्डो में कोर कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी. यह मैराथन बातचीत तकरीबन नौ घंटे तक चली थी.

Advertisement

बातचीत के बाद सेना के सूत्रों ने बताया था कि बातचीत में गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स आदि जैसे प्वाइंट्स पर बातचीत की गई. दोनों देशों ने एक-दूसरे की सेनाओं के डिस-एंगेजमेंट पर चर्चा की. मालूम हो कि पिछले साल अप्रैल महीने के बाद एलएसी पर स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई थी. जून महीने में दोनों देशों के बीच गलवान घाटी में हिंसक झड़ाप भी हुई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे.

 

Advertisement
Advertisement