कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत लगातार अपनी बात रखते आए हैं। अब उनकी बेटी और बहू ने भी किसान आंदोलन पर अपनी बात रखी है। गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने आईं राकेश टिकैत की बेटी अंशिता चौधरी और बहू निकिता चौधरी ने किसान आंदोलन के समर्थन में बातें की। निकिता चौधरी ने कहा कि जिस तरह से जिओ के सिम को पहले फ्री कर बाद में अधिक पैसा वसूला जा रहा है वैसे ही कृषि कानूनों से सरकार किसानों को भटकाने का काम कर रही है।

निकिता चौधरी ने ‘न्यूज 24’ से बातचीत में कहा कि किसान बिल से किसानों को बाद में बहुत दिक्कत होगी। उन्होंने कहा, ‘अगर ये बिल पास हो जाते हैं, उससे जो दिक्कत होगी आने वाले समय में, उससे बेहतर है जो अब चल रहा है, वहीं किया जाए। आंदोलन करना बहुत जरूरी है। पहले जिओ के फोन आए थे, जिओ ने सिम फ्री दिए थे। आज जिओ के सिम का 28 दिन का रिचार्ज है। सबसे छोटा रिचार्ज पहले 75 रुपए का था, अब 139 का कर दिया।’

उन्होंने आगे कहा, ‘शुरू में तो ये लोग बहुत ज्यादा मोटिवेट कर देते हैं कि तुम्हें ये दे देंगे, वो कर देंगे लेकिन बिल वापसी पर ही यहां से किसान हटेगा, इससे पहले नहीं।’

राकेश टिकैत की बेटी अंशिता चौधरी ने कहा कि कृषि कानून अब सरकार के इगो की बात बन गई है, इसलिए वो पीछे नहीं हट रही। वो बोलीं, ‘शायद बात सरकार की इगो पर आ चुकी है कि हम सरकार हैं, कुछ भी कर सकते हैं या फिर हम जो कहेंगे सबको मानना पड़ेगा। लेकिन उन्हें समझना चाहिए कि सभी लोग अपने हक के लिए खड़े हो सकते हैं। कोई किसी के दवाब में नहीं आएगा।’

वो आगे बोलीं, ‘किसान अपने हक के लिए अड़े हैं, सरकार अपनी इगो पर अड़ी है। किसान को अपना हक नहीं मिलेगा तो वो वापस नहीं जाएगा।’

 

राकेश टिकैत की बात करें तो, उत्तर प्रदेश चुनावों के मद्देनजर सरकार पर दबाव बनाने के लिए उन्होंने हाल ही में ऐलान किया था कि दिल्ली की तरह ही अब किसान लखनऊ के चारों तरह के रास्ते बंद कर देंगे। उनके इस ऐलान पर उत्तर प्रदेश बीजेपी ने एक कार्टून के जरिए पलटवार किया था।

योगी सरकार ने राकेश टिकैत को धमकी के अंदाज में कार्टून के जरिए कहा था कि वो लखनऊ आए तो योगी सरकार ‘बक्कल तार’ देगी। राकेश टिकैत ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी और कहा था कि वो लखनऊ जाते रहे हैं और अब भी जाएंगे।