Please enable javascript.MORE THAN 500 FAMOUS PERSNALITIES WRITES TO CJI OVER PEGASUS CASE,पेगासस को लेकर 500 से ज्यादा हस्तियों ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को लिखा खत

Pegasus Case: 500 से ज्यादा हस्तियों ने चीफ जस्टिस को लिखा पत्र, सुप्रीम कोर्ट से पेगासस मामले की जांच की मांग

Authored byराजेश चौधरी | नवभारत टाइम्स | 29 Jul 2021, 9:04 pm
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पेगासस मुद्दे पर 500 से ज्यादा प्रसिद्ध हस्तियों ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रमना को पत्र लिखकर जांच की गुहार लगाई है। खत में कहा गया है कि मामले में जिस तरहसे सवाल खड़े हो रहे हैं, उसे सुप्रीम कोर्ट ही देख सकता है।

हाइलाइट्स

  • पेगासस मुद्दे पर 500 हस्तियों ने लिखा खत
  • सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को लिखा पत्र
  • पेगासस मामले की सुप्रीम कोर्ट से जांच की मांग
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नई दिल्ली
पेगासस जासूसी मामले में देश भर के 500 से ज्यादा लोगों और समूहों ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को लेटर लिखकर मामले में दखल देने की गुहार लगाई है। लेटर में कहा गया है कि पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल कर जर्नलिस्टों , विरोधी दल के नेताओं व अन्य के फोन के जरिए जासूसी की गई है।
खत के जरिए तमाम सवाल उठाते हुए चीफ जस्टिस से गुहार लगाई गई है कि सुप्रीम कोर्ट मामले की जांच करे कि क्या किसी भारतीय संस्थान या कंपनी ने पेगागस की खरीद की थी? अगर ऐसा है तो फिर उसका पेमेंट कैसे किया गया? खत में यह भी जांच की मांग की गई है कि अगर पेगासस की खरीद हुई है तो किसकी जासूसी करनी है, यह कैसे तय हुआ। उस जानकारी से क्या फायदा हुआ है। इस तरह के टारगेट का जस्टिफिकेशन क्या है? जर्नलिस्ट, राजनेताओं, वकीलों, मानवाधिकार एक्टिविस्टों और सुप्रीम कोर्ट स्टाफ के निजता के उल्लंघन के मामले में कौन सी संवैधानिक अथॉरिटी निगरानी कर रहा है।

Mamta Banerjee News: मोदी सरकार पर ममता का प्रहार- पेगासस ने सबकी जान खतरे में डाल दी, यह इमरजेंसी से भी गंभीर मामलालेटर में कहा गया है कि सिर्फ सुप्रीम कोर्ट पर लोगों का भरोसा है खासकर महिलाओं का भरोसा है। ऐसे में जो सवाल उठ रहे हैं, उसे सुप्रीम कोर्ट ही देख सकता है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को लिखे लेटर में कहा गया है कि सीजेआई रंजन गोगोई पर सेक्शुअल हरैसमेंट का आरोप लगाने वाली महिला स्टाफ के मोबाइल की भी हैकिंग हुई है। मानवाधिकार ऐक्टिविस्ट को भी इसका शिकार बनाया गया है।

राहुल गांधी बोले- हम कहीं नहीं जा रहे...पेगासस को खरीदा था या नहीं, केंद्र सरकार दे जवाबइस खत में कहा गया है कि उम्मीद की जाती है कि सुप्रीम कोर्ट ऑफिस इस मामले में नोटिस लेने में कोई देरी नहीं करेगा और लोगों के अधिकार की रक्षा के लिए जो सवाल उठे हैं, उसे देखेगा। लेटर लिखने वालों में ऐक्टिविस्ट अरुणा राय, हर्ष मंदर, अंजली भारद्वाज, वकील वृंदा ग्रोवर, जूमा सेन, प्रतीक्षा बक्शी, शिक्षाविद व साइंटिस्ट जोया हुसैन, रोमिला थापर, लेखक अरुंधति राय, राजनेता मनोज झा, जर्नलिस्ट अनुराधा भसीन आदि शामिल हैं। इसके अलावा रिटायर सरकारी अधिकारी, रिटायर आर्म्ड फोर्स के अधिकारी और अन्य शामिल हैं।
राजेश चौधरी
राजेश चौधरी के बारे में
राजेश चौधरी
राजेश चौधरी 2007 से नवभारत टाइम्स से जुड़े हुए हैं। वह दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट, निचली अदालत और सीबीआई से जुड़े विषयों को कवर करते हैं और स्पीड न्यूज में भी आपको इस बारे में खबर देते रहेंगे। यदि आपके पास कोर्ट से जुड़े मामलों की कोई सूचना है तो आप उनसे इस ईमेल अड्रेस - journalistrajesh@gmail.com - पर संपर्क कर सकते हैं।... Read More
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