कोरोना महामारी के दौरान अप्रैल-दिसंबर 2020 के बीच पर्यटन क्षेत्र में 2.15 करोड़ नौकरियां गईं

पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने संसद में बताया कि पिछले साल लॉकडाउन लागू होने के बाद पर्यटन क्षेत्र में बड़ी संख्या में नौकरियां गईं, जिसमें से पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान 1.45 करोड़ नौकरियां, दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 52 लाख नौकरियां और तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में 18 लाख नौकरियां जाने की संभावना है. 

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((प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने संसद में बताया कि पिछले साल लॉकडाउन लागू होने के बाद पर्यटन क्षेत्र में बड़ी संख्या में नौकरियां गईं, जिसमें से पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान 1.45 करोड़ नौकरियां, दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 52 लाख नौकरियां और तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में 18 लाख नौकरियां जाने की संभावना है.

((प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने संसद में बताया है कि उनके द्वारा कराए गए एक अध्ययन में पता चला है कि कोरोना महामारी के दौरान साल 2020 के अप्रैल से दिसंबर महीने के बीच पर्यटन क्षेत्र में 2.15 करोड़ नौकरियां चली गईं.

सीपीआई (एम) के राज्यसभा सांसद एलमाराम करीम के एक प्रश्न के उत्तर में पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि मंत्रालय ने ‘भारत और कोरोना वायरस महामारी: पर्यटन से जुड़े परिवारों के लिए आर्थिक नुकसान’ शीर्षक से एक अध्ययन कराया था, जिसमें खोई गईं नौकरियों की संख्या और उद्योग को होने वाली आर्थिक क्षति का पता चला है.’

मंत्री ने कहा, ‘लॉकडाउन लागू होने के बाद पर्यटन क्षेत्र में बड़ी संख्या में नौकरियां चली गईं, जिसमें से पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2020) के दौरान 1.45 करोड़ नौकरियां, दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2020) में 52 लाख नौकरियां और तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2020) में 18 लाख नौकरियां चली जाने की संभावना है. इसकी तुलना में महामारी से पहले साल 2019-20 के दौरान अनुमानित 3.48 करोड़ नौकरियां गई थीं.’

उन्होंने कहा कि आर्थिक सुस्ती के चलते पर्यटन क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में पहली तिमाही में 42.8 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 15.5 प्रतिशत और तीसरी तिमाही में 1.1 प्रतिशत की गिरावट आई थी. उन्होंने कहा कि इसके पीछे की बड़ी वजह पर्यटकों की संख्या में गिरावट रही है.

रेड्डी ने कहा कि पर्यटन मंत्रालय पर्यटन से होने वाले राजस्व के आंकड़े नहीं रखता है. उन्होंने इस क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में भी बताया.

द हिंदू के अनुसार, एक अन्य प्रश्न का उत्तर देते हुए रेड्डी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने यह आकलन करने के लिए औपचारिक अध्ययन नहीं किया है कि क्या सभी राज्यों के लोगों की आवाजाही पर्यटन स्थलों पर बढ़ी है, जिससे तीसरी लहर की आशंका बढ़ सकती है.

अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर प्रतिबंधों के चलते भारत में विदेशी पर्यटकों का आगमन भी कम हो गया है. पर्यटन मंत्री ने कहा कि इमिग्रेशन ब्यूरो के अनुसार साल 2019 में 1.09 करोड़ विदेशी पर्यटकों ने भारत का दौरा किया था, जो कि साल 2020 में ये संख्या घटकर 27.4 लाख और इस साल जून तक लगभग 4.2 लाख ही रह गया है.

पर्यटन मंत्रालय द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि वर्ष 2019 के दौरान घरेलू पर्यटकों की यात्रा संख्या 232.19 करोड़ थी और साल 2020 में ये घटकर 61.02 करोड़ हो गया.