ओलंपिक में गई पाकिस्तानी खिलाड़ी महूर शहज़ाद को पठानों से मांगनी पड़ी माफ़ी
पाकिस्तान की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी महूर शहज़ाद इन दिनों अपनी एक टिप्पणी के कारण चर्चा में हैं.
महूर ने अपने वीडियो इंटरव्यू में कहा था कि- जहाँ उन्हें उपलब्धियों की तारीफ़ मिली, वहीं कुछ पठान साथी खिलाड़ी उनसे ईष्या करते हैं.
महूर को अपने साथी खिलाड़ियों और पठानों पर इस टिप्पणी के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा.
इस वीडियो इंटरव्यू की आलोचना के बाद टोक्यो ओलंपिक 2020 के उद्घाटन समारोह में पाकिस्तान की ध्वजवाहक रहीं महूर शहज़ाद ने अपने फ़ेसबुक और ट्विटर अकाउंट के ज़रिए यह माफ़ीनामा जारी किया है.
इसमें उन्होंने कहा, "मैं यह माफ़ी अपने पठान भाइयों के लिए लिख रही हूँ. मेरा इरादा किसी भी तरह से नस्लवादी टिप्पणी का नहीं था."
"कुछ पाकिस्तानी बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, जो मेरे ख़िलाफ़ नकारात्मक अभियान चला रहे हैं, इसलिए मैंने अपने वीडियो में केवल उसका उल्लेख किया है."
"अपने पठान भाइयों और बहनों की भावनाओं को आहत करने लिए मैं दिल से खेद प्रकट करती हूँ."
"अंत में मैं कहना चाहूँगी कि पंजाबियों, सिंधियों, बलूच और पठान भाइयों, बहनों के प्यार और समर्थन के बिना इस स्तर पर किसी प्रतिस्पर्धा में भाग लेना निश्चित रूप से असंभव था."
"मैंने आज जो कुछ भी हासिल किया है और जहाँ मैं खड़ी हूँ, वह आप सभी के प्यार और समर्थन की वजह से है."
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उन्होंने ट्वीटर पर अपने वीडियो में कहा, "मैं चाहती हूँ कि आपलोग मुझे भी समझें. जब दो जून को पता चला कि मैं पाकिस्तान का ओलंपिक में प्रतिनिधित्व करूँगी, तो जो कुछ टॉप के बैडमिंटन प्लेयर्स हैं, उन्होंने मेरे बारे में नकारात्मक चीज़ें अख़बारों में लिखवाना शुरू कर दिया."
"न सिर्फ़ मुझे, बल्कि पाकिस्तान बैडमिंटन फ़ेडरेशन और मेरे पापा को ज़लील किया गया. उन्होंने बोला कि महूर शहज़ाद पाकिस्तान बैडमिंटन फ़ेडरेशन की चहेती हैं, इसलिए पाकिस्तान बैडमिंटन फ़ेडरेशन उसे सपोर्ट करता है. महूर शहज़ाद का बैडमिंटन में कोई लेवल नहीं है, वे ओलंपिक नहीं खेल सकतीं. महूर के पिता ने पाकिस्तान बैडमिंटन फ़ेडरेशन को पैसे दिए हैं."
"मैं पाँच साल से पाकिस्तान की बैडमिंटन चैम्पियन हूँ और मैं लड़कियों को काफ़ी अंतर से हराती हूँ. उसके बावजूद मुझे इस तनकीद (आलोचना) का सामना करना पड़ा. मुझे समझ नहीं आता कि आख़िर मेरा क्या कसूर था."
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उन्होंने कहा, "एक अन्य खिलाड़ी ने अख़बार में कहना शुरू कर दिया कि ओलंपिक में खेलना उनका अधिकार था. अगर ओलंपिक में एक देश से दो खिलाड़ियों को खेलना है तो उनकी रैंकिंग टॉप-16 में होनी चाहिए."
"ओलंपिक के दौरान भी मेरे बारे में कमेंट्स होते रहे. मैंने अपने इंटरव्यू में जो कुछ कहा वो उन खिलाड़ियों के बारे में, जिन्होंने मेरे साथ नकारात्मक चीज़ें की हैं. मुझे तनाव दिए हैं, ओलंपिक के डेढ़ महीने पहले से और ओलंपिक के दौरान भी. ये मैंने उनके बारे में कहा था.''
"मैंने पठान समुदाय के बारे में नहीं कहा. और मैं आप सबसे बहुत माफ़ी चाहती हूँ कि मेरी वजह से आप लोगों का दिल दुखा है. और मैं उम्मीद करती हूँ कि आप लोग मुझे सच्चे दिल से माफ़ कर देंगे."
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क्या कहा था महूर शहज़ाद ने?
महूर ने मंगलवार को ओलंपिक से बाहर होने के बाद इस वीडियो में कहा था कि, "लोगों ने प्रशंसा भी बहुत की लेकिन हाँ ये जो हमारे बैडमिंटन प्लेयर्स हैं, कुछ जो बिल्कुल पठान हैं... पाकिस्तान में मैं नंबर-1 हूँ और मैं ओलंपिक में खेली तो हमारे जो बाक़ी पाकिस्तानी बैडमिंटन प्लेयर्स हैं... कुछ... वो बहुत ज़्यादा जलते हैं कि मैं इस मकाम तक कैसे पहुँची. तो पाकिस्तान में ये बहुत प्रॉब्लम है कि एक अच्छा... मतलब ख़ुद भी नहीं करना और दूसरे को भी नहीं करने देना..."
टोक्यो ओलंपिक में महूर का सफ़र ख़त्म
इससे पहले महूर शहज़ाद मंगलवार को अपना लगातार दूसरा मैच हार कर टोक्यो ओलंपिक खेलों से बाहर हो गई हैं.
इस मुक़ाबले में 24 वर्षीय महूर शहज़ाद ने अपने पिछले मैच से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन उनका यह प्रदर्शन काफी नहीं रहा और वे ब्रिटेन की क्रिस्टी गिल्मर के हाथों सीधे गेम्स में 21-14, 21-14 से हार कर टोक्यो ओलंपिक से बाहर हो गईं.
इससे पहले शनिवार को महूर शहज़ाद वर्ल्ड रैंकिंग में चौथी वरीयता प्राप्त जापान की अकाने यामागुची से केवल 23 मिनट में 21-3, 21-8 से अपना मुक़ाबला हार गई थीं.
ओलंपिक में अपने प्रदर्शन पर महूर ने क्या कहा?
ओलंपिक के बाहर होने के बाद महूर ने दोनों मुक़ाबले में मिली हार पर टिप्पणी की.
उन्होंने पहला मैच हारने के बारे में कहा, "पहला मैच मैं वर्ल्ड नंबर-4 के हाथों हारी. जब मैं चौथे नंबर की खिलाड़ी से हार गई तो मुझे आलोचना का सामना करना पड़ा. लेकिन वे बहुत अच्छा खेलीं."
दूसरा मैच महूर ब्रिटेन की वर्ल्ड नंबर-26 के हाथों हारीं.
महूर ने कहा, "वो बहुत अच्छी हैं और पूरे साल सर्किट में बनी रहती हैं. लिहाजा उन्हें इस समय हरा पाना आसान काम नहीं है. मैं भविष्य में और कड़ी मेहनत करूँगी और दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की बराबरी करने की कोशिश करूँगी."
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साइना नेहवाल हैं महूर की आइडल
महूर पाकिस्तान की तरफ से ओलंपिक में खेलने वाली पहली बैडमिंटन खिलाड़ी हैं. वह पाकिस्तान की पाँच बार की राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियन हैं. और इस वक़्त महिलाओं की वर्ल्ड रैंकिंग में शहज़ाद 144वें नंबर पर हैं.
शहज़ाद भारत की साइना नेहवाल को अपना आदर्श मानती हैं. उन्होंने पहले के एक वीडियो में साइना नेहवाल को अपना आइडल बताया था.
साइना के ख़िलाफ़ महूर शहज़ाद 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में उतर चुकी हैं. हालांकि उस मुक़ाबले में महूर शहज़ाद को 21-07, 21-11 से हार का सामना करना पड़ा था.
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