scorecardresearch
 

महाराष्ट्र कैबिनेट का बड़ा फैसला, छात्रों को राहत, निजी स्कूलों को करनी होगी फीस में 15% कटौती

महाराष्ट्र कैबिनेट ने निर्णय लिया कि फीस भुगतान का ढांचा ऐसा हो कि कोई भी छात्र शिक्षा से वंचित न रहे. पिछले महीनों में माता-पिता की ओर से चिंता जताई गई थी कि कई निजी संस्थान महामारी के दौरान भी मुनाफा कमा रहे हैं.

Advertisement
X
सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई)
सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • राज्य सरकार स्कूल फीस में कटौती के लिए अध्यादेश लाएगी
  • फीस में 15 फीसदी की कटौती का अध्यादेश जल्द जारी होगा
  • फीस में कटौती नहीं की तो निजी स्कूलों पर होगी कार्रवाईः मंत्री

कोरोना संकट के बीच महाराष्ट्र कैबिनेट ने आज बुधवार को एक बैठक में राज्य के निजी स्कूलों के लिए 15 प्रतिशत फीस में कटौती को मंजूरी दे दी है. राज्य सरकार कॉलेजों में भी फीस ढांचे का पालन करने के लिए पहले ही एक समिति का गठन कर चुकी है. राज्य ने स्कूल फीस में कटौती के लिए अध्यादेश का रास्ता अपनाया है.

मसौदा अध्यादेश राज्य सरकार को वर्तमान महामारी जैसी संकट की स्थिति के दौरान निजी स्कूलों की फीस संरचना को विनियमित करने की शक्ति देगा.

महाराष्ट्र सरकार ने यह फैसला कोरोना महामारी को देखते हुए और राजस्थान जैसे राज्यों से प्रेरणा लेते हुए लिया है. फीस में 15 फीसदी की कटौती का अध्यादेश जल्द जारी किया जाएगा.

पालन नहीं किया तो लेंगे एक्शनः शिक्षा मंत्री

महाराष्ट्र कैबिनेट ने निर्णय लिया कि फीस भुगतान का ढांचा ऐसा हो कि कोई भी छात्र शिक्षा से वंचित न रहे. पिछले महीनों में माता-पिता की ओर से चिंता जताई गई थी कि कई निजी संस्थान महामारी के दौरान भी मुनाफा कमा रहे हैं जबकि महामारी की वजह से कई माता-पिता के सामने वित्तीय संकट ने स्थिति को और खराब कर दिया है. कई माता-पिता ने तो मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी संपर्क किया था.

Advertisement

इसे भी क्लिक करें --- NCP-शिवसेना में फिर विवाद, सांसद बोले- पवार के आशीर्वाद से ही उद्धव ठाकरे बने CM

स्कूल की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा, "हमने इस साल की फीस के संबंध में यह निर्णय लिया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार राज्य सरकार के कैबिनेट द्वारा निर्णय लिया गया है. यह स्पष्ट किया गया है कि यदि फैसले पर निजी स्कूलों की ओर से पालन नहीं किया जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अभिभावक और छात्र आज के फैसले का इंतजार कर रहे थे." स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों में इस निर्णय का विस्तृत प्रारूप तैयार किया जाएगा.

 

Advertisement
Advertisement