एबीपी की लाइव डिबेट में पत्रकार रूबिका लियाकत ने राकेश टिकैत को लोकतंत्र के सवाल पर घेरना शुरू किया। वहीं लियाकत ने राकेश से उनके उस बयान पर भी सफाई मांगी जिसमें टिकैत ने कहा था कि वह ‘लखनऊ को दिल्ली’ बनाएंगे। रूबिकी के तीखे सवालों के बीच दोनों में तीखी बहस देखने को मिली।

रूबिका ने राकेश टिकैत से पूछा- ‘राकेश जी मेरा बहुत सीधा सा सवाल है- ‘लोकतंत्र में ये धमकी क्यों? कि हम लखनऊ के सारे रास्तों को घेरेंगे।’ इस सवाल पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत कहते हैं- ‘कौन चलाता है, किसने कहा है ये? हमने तो कहा है कि लखनऊ में जरूरत पड़ी तो दिल्ली बनाएंगे।’ राकेश टिकैत से पूछा जाता है इसका क्या मतलब? ऐसे में सफाई देते हुए राकेश टिकैत कहते हैं- ‘देखिए बड़ा शहर है। बहुत पेड़ हैं दिल्ली में, बहुत खूबसूरत है दिल्ली। अगर लखनऊ दिल्ली बन जाए तो क्या दिक्कत है?’

रूबिका सवाल करती हैं तो क्या आप लखनऊ में खेती करेंगे? क्या मतलब है इसका पेड़ कैसे उग जाएंगे रातोंरात? जब किसान नेता कहता है कि हम लखनऊ को दिल्ली जैसा बनाएंगे तो मुझे तो वो 26 जनवरी याद आ जाती है! इस पर राकेश टिकैत कहते हैं– ‘ना-ना 26 जनवरी न याद करो। ट्रैक्टर प्रतिबंधित हैं देश में?’

रूबिका कहती हैं- ‘दिल्ली बना दूंगा, ये धमकी है, मैं आपकी नीयत को साफ देख पा रही हूं।’ राकेश कहते हैं- बना नहीं दूंगा, दिल्ली बनाएंगे कहा। अगर सरकार बात नहीं मानेगी तो। हमारा सवाल है कि अगर हम गन्ने के पैसे मांगे तो क्या गलत चीज है क्या? हमारा करीब 12 हजार करोड़ रुपए बकाया है। हमारी कोई गलती है क्या? बिजली के रेट उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं।’

रूबिका पूछती हैं- इसे आप लोकतंत्र कह रहे हैं, रास्ते बंद करना, लोगों को परेशान करना? आपको कोर्ट की टिप्पणी नहीं याद, फैसला नहीं याद? राकेश टिकैत जवाब देते हैं- लोग परेशान होते हैं महंगाई से, लोग परेशान होते हैं जब डीजल- गैस के रेट बढ़ते हैं।

रूबका कहती हैं- जब आप रास्ते रोकेंगे तो महंगाई में बढ़ौतरी का योगदान आपकी तरफ से भी आएगा। राकेश टिकैत रिएक्ट करते हैं- ना-ना रास्ते कहीं नहीं रुक रहे। राकेश टिकैत कहते हैं कि हम तो पूरे देश भर में जाएंगे।