मध्य प्रदेश में आकाशीय बिजली के कहर से सात लोगों की मौत, नर्मदापुरम में बाढ़ का अलर्ट
प्रदेश के कई जिलों में लंबे इंतजार के बाद इंद्रदेव मेहरबान हुए हैं लेकिन बारिश की झड़ी के बीच आकाशीय बिजली ने कहर ढा दिया है। अलग--अलग जिलों में सात लोगों की मौत हुई है और 23 लोग झुलस गए हैं।
इंदौर, राज्य ब्यूरो। प्रदेश के कई जिलों में लंबे इंतजार के बाद इंद्रदेव मेहरबान हुए हैं लेकिन बारिश की झड़ी के बीच आकाशीय बिजली ने कहर ढा दिया है। अलग--अलग जिलों में सात लोगों की मौत हुई है और 23 लोग झुलस गए हैं। वहीं, बैतूल जिले में सतपु़ड़ा बांध के तीन गेट फिर खोल दिए गए हैं। इससे तवा नदी में छोड़े जा रहे पानी से तवा बांध का जलस्तर ढाई फीट बढ़ गया है। वहीं नर्मदा नदी का जलस्तर भी ब़़ढता जा रहा है। इसे देखते हुए नर्मदापुरम जिले में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश का दौर, नदी-नाले उफने
पन्ना जिले में आकाशीय बिजली गिरने से अलग--अलग पांच घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई और 20 घायल हो गए। बालाघाट में भी आकाशीय बिजली गिरने से एक बालक की मौत हुई है। उमरिया जिले में एक युवक की मौत और तीन महिलाएं झुलस गई हैं। सिवनी के किंदरई थाना क्षेत्र में रोपा लगाने के बाद घर लौट रहा किसान नाले में बह गया है।
डिंडौरी जिले की सिवनी नदी में पुलिया के ऊपर पानी होने से गोपालपुर- बजाग मार्ग बंद हो गया है। इस कारण बजाग के दर्जनों गांवों का जनपद से संपर्क टूट गया है। इधर, दमोह जिले के तेंदूखेड़ा के पास जामुनी के पुल पर पानी आने से 18 गांव का संपर्क कट गया है।
नर्मदापुरम में बाढ़ का अलर्ट, बाढ़ संभावित क्षेत्रों में जवान तैनात
बैतूल, छिंदवाड़ा और नर्मदापुरम जिले में लगातार हो रही बारिश से बांधों में तेजी से जलस्तर बढ़ रहा है। सतपुड़ा जलाशय में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। शनिवार को भी जलाशय के तीन गेट खोलने पड़े। इससे तवा बांध का जलस्तर करीब ढाई फीट बढ़ा है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में जोरदार बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ के हालात निर्मित हो सकते हैं। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां कर ली है। जवानों को बाढ़ सभावित क्षेत्रों में तैनात कर दिया गया है। माखननगर, होशंगाबाद, सिवनी- मालवा के नर्मदा किनारे के गांवों में लोगों को अलर्ट किया गया है।