टोक्यो ओलंपिक गेम्स सबसे अलग कैसे हैं? जानिए

  • केटी फ़ैलकिंघम
  • बीबीसी स्पोर्ट्स
टोक्यो

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टोक्यो ओलंपिक खेल शुरू हो गये हैं. इनके रास्ते में तमाम तरह की परेशानियाँ आयीं. लेकिन अब हम इन्हें देख पा रहे हैं.

इनके लिए एक साल अतिरिक्त इंतज़ार करना पड़ा है. लेकिन अब इन खेलों में 207 देशों के 11,300 से ज़्यादा एथलीट एक दूसरे से मुक़ाबला करने वाले हैं.

सभी खिलाड़ी ओलंपिक मेडल के लिए ज़ोर लगायेंगे और अगले कुछ हफ़्तों तक कई ज़बरदस्त प्रतियोगिताएं देखने को मिलने वाली हैं.

पिछले साल मार्च में इन खेलों को रद्द कर दिया गया था. लेकिन तब आयोजकों ने कहा था कि "ओलंपिक की मशाल किसी टनल के पार दिखने वाली रोशनी की तरह साबित हो सकती है."

हालांकि, कोविड-19 से अब भी दुनिया परेशान है और महामारी दुनिया के किसी ना किसी कोने में लगातार अपना प्रकोप दिखा रही है, यानी टनल के पार उस रोशनी तक तो दुनिया नहीं पहुँच सकी है, लेकिन शुक्रवार को जिस जगमगाहट के साथ ओलंपिक खेलों की शुरुआत हुई, उससे एक उम्मीद ज़रूर पैदा होती है.

जापान

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महामारी के बीच ओलंपिक खेल

मास्क, महामारी से जुड़े कुछ प्रतिबंध और कोविड की जाँच. इसके साथ ही ग़लती करने की कोई गुंजाइश नहीं. यानी इस बार का ओलंपिक पिछले किसी भी ओलंपिक से एकदम अलग है.

कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद टोक्यो शहर में इमरजेंसी लगाई गई है जो पूरे ओलंपिक के दौरान रहने वाली है.

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इस बीच तमाम ऐसी रिपोर्टें आ चुकी हैं कि स्थानीय लोग खेलों के आयोजन के ख़िलाफ़ हैं. टोक्यो के अधिकांश लोगों की राय यह बताई गई कि वो खेलों को एक बार और टालना चाहते हैं. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

ऐसे में खेलों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करना ओलंपिक के आयोजकों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है और इसीलिए सभी तरह की सावधानियाँ लेने पर ज़ोर दिया जा रहा है.

खेलों का आयोजन बंद दरवाज़ों के पीछे और बिना फ़ैंस के होने वाला है.

खिलाड़ियों पर भी कई तरह के सख़्त प्रतिबंध हैं. उन्हें खाने, पीने, खेलने और ट्रेनिंग करने के अलावा हर वक़्त मास्क लगाये रखने की हिदायत दी गई है.

कोशिश की जा रही है कि खिलाड़ी एक दूसरे से कम से कम मिलें. इन सबके बावजूद ख़िलाड़ियों का हर रोज़ कोविड टेस्ट किया जा रहा है.

फिर भी कोरोना वायरस के 'ओलंपिक गेम्स विलेज' में पहुँचने की ख़बरें आयी हैं. अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है.

शुक्रवार को कोविड-19 के 19 नये मामले सामने आये, जिनके बाद खेलों से जुड़े लोगों में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 106 हो गई.

अधिकारियों के मुताबिक़, टोक्यो में अब तक 11 खिलाड़ी कोविड पॉज़िटिव पाये गये हैं.

टोक्यो

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नया क्या है?

इस बार के ओलंपिक में रिकॉर्ड 339 मेडल इवेंट हैं. कुल 33 खेल हैं, जिनमें पाँच नये खेल हैं और 34 नये इवेंट हैं.

बताया गया है कि टोक्यो ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने वाले कुल खिलाड़ियों में 48.8 प्रतिशत महिलाएं हैं, जो एक रिकॉर्ड नंबर है.

कराटे, स्केटबोर्डिंग, स्पोर्ट क्लाइंबिंग, बेसबॉल या सॉफ़्टबॉल और सर्फ़िंग - ये पाँच नये खेल हैं जिन्हें ओलंपिक के आयोजकों ने इस बार शामिल किया है.

आयोजकों के मुताबिक़, युवाओं को आकर्षित करने के लिए ये खेल ओलंपिक में शामिल किये गए हैं, ताकि ट्रेंड को थोड़ा बदला जा सके.

आयोजकों ने हाल ही में एक इवेंट में कहा था कि "हम युवाओं से यह उम्मीद नहीं कर सकते कि वो हमारी बिना किसी कोशिश के ओलंपिक खेल देखेंगे. हमें उन्हें अपना दर्शक बनाने के लिए कुछ प्रयास करने होंगे."

इनके अलावा, आयोजकों ने कुछ और चीज़ों के ज़रिये भी टोक्यो ओलंपिक को थोड़ा अलग बनाने की कोशिश की है.

जैसे, इस बार के ओलंपिक मेडल पुनरावर्तित मोबाइलों से बने हैं. इसी तरह ओलंपिक की मशाल भी एलुमीनियम के कबाड़ से बनाई गई जो 2011 में जापान में आये भूंकप के दौरान अस्थायी घर बनाने में इस्तेमाल हुआ था.

जापान प्रशासन के अनुसार, सिर्फ़ 8 ओलंपिक वेन्यू ही नये सिरे से बनाये गए हैं और सभी ओलंपिक वेन्यू वैकल्पिक ऊर्जा से चल रहे हैं.

कुल मिलाकर, इन खेलों पर 11.5 बिलियन पाउंड ख़र्च होने वाले हैं और आयोजकों के अनुसार, खेलों में हुई देरी के कारण ओलंपिक पर होने वाला ख़र्च 22 प्रतिशत बढ़ गया है.

अमेरिकी खिलाड़ी

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किन खिलाड़ियों पर रहेगी सबकी नज़र

अमेरिकी जिमनास्ट सिमोन बाइल्स ने पाँच साल पहले, रियो ओलंपिक में सबका दिल जीत लिया था.

24 वर्षीय बाइल्स ने 4 गोल्ड और एक ब्रोंज मेडल जीता था. रियो में वो पहली बार ओलंपिक खेल रही थीं और इस बार भी वो सभी पाँच इवेंट्स में हिस्सा लेने वाली हैं.

अगर वो इस बार अपने सभी गोल्ड बचा लेती हैं, यानी चारों श्रेणियों में जीत जाती हैं, तो 1968 के बाद ऐसा कर पाने वाली वो पहली जिमनास्ट होंगी.

दो और अमेरिकी खिलाड़ी हैं, जिनका जलवा स्वीमिंग पूल में कायम रहने की संभावना है. वो हैं कैलेब ड्रेसेल और केटी लेडेकी. दोनों ने रियो ओलंपिक में अपना कमाल दिखाया था.

इनके अलावा जमैका की स्परिंटर शैली, स्वीडन के एथलीट अर्मांड डुपलांटिस और सर्बिया के टेनिस स्टार नोवाक जोंकोविच पर सबकी नज़रें रहेंगी.

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