टोक्यो ओलंपिक में उद्घाटन समारोह के निदेशक को बर्ख़ास्त किया गया

Organisers hold up a photo of Kentaro Kobayashi. Kyodo Photo via Credit: Newscom/Alamy Live News

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जापान में ओलंपिक खेलों का उद्घाटन समारोह शुरू होने से एक दिन पहले इस कार्यक्रम के निदेशक केंटरो कोबायशी को बर्ख़ास्त कर दिया गया है.

हाल ही में कोबायशी का नब्बे के दशक में रिकॉर्ड किया गया वीडियो सामने आया है, जिसमें वे होलोकॉस्ट (नाज़ी जर्मनी में हुए नरसंहार) पर मज़ाक करते दिख रहे हैं.

जापान की ओलंपिक प्रमुख सीको हाशिमोतो ने कहा है कि इस वीडियो में "इतिहास के दर्दनाक तथ्यों" पर मज़ाक किया गया है.

ये बर्ख़ास्तगी टोक्यो ओलंपिक खेलों से जुड़े कई स्कैंडलों में सबसे ताजा स्कैंडल है.

पिछले साल कोविड-19 की वजह से आगे बढ़ाए गए टोक्यो-2020 ओलंपिक खेलों का आयोजन लगातार महामारी की वजह से पटरी से उतरने का जोख़िम झेल रहा था.

इस बीच साल 2021 की शुरुआत से अब तक तीन बड़े अधिकारियों को मजबूरन अपना पद छोड़ना पड़ा है.

पिछले हफ़्ते, समारोह की तैयारियों में लगे एक कंपोज़र को अपने पद से हटना पड़ा जब ये सामने आया कि वह स्कूल के दिनों में विकलांग बच्चों पर धौंस जमाया करते थे.

बीते मार्च महीने में, ओलंपिक खेलों के क्रिएटिव चीफ़ हिरोशी सासाकी ने सुझाव दिया कि प्लस-साइज़ कॉमेडियन नाओमी वटानाबे इस आयोजन के दौरान "ओलिंपिग" के रूप में दिख सकती हैं. उन्होंने इसके बाद अपने बयान के लिए माफ़ी माँग ली. लेकिन उन्हें अपने पद से हटना पड़ा.

इससे पहले फ़रवरी में आयोजक समिति के प्रमुख योशिरो मोरी को महिलाओं के प्रति "अनुचित" बयानबाज़ी करने के लिए अपने पद से हाथ धोना पड़ा था.

मोरी ने कथित तौर पर कहा था कि महिलाएं बहुत बातें करती हैं और अगर बोर्ड निदेशकों के पद पर ज़्यादा महिलाएं होंगी तो बोर्ड की बैठकों में "बहुत समय लगेगा."

क्यों हटाए गए कोबायशी

ताज़ा मामले में पूर्व कॉमेडियन कोबायशी 23 साल पहले किए गए एक स्कैच के लिए घनघोर निंदा का सामना कर रहे हैं. इस स्कैच (कॉमिक ड्रामा) में वह एक अन्य कॉमेडियन के साथ बच्चों का मनोरंजन करने वाले शख़्स के रूप में पेश हुए हैं.

समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक़, इस स्कैच में कोबायशी काग़ज़ की बनी कुछ गुड़ियों की ओर इशारा करते हुए अपने साथी कलाकार से कहते हैं, "ये वो हैं, जो उस समय से जुड़ी हैं, जब तुमने कहा था 'चलो होलोकॉस्ट खेलते हैं"

जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने इस बयान को "अपमानजनक और अस्वीकार्य" बताया है.

वहीं, अमरिकी होलोकॉस्ट रिसर्च संस्थान सिमन विसेंथल सेंटर से जुड़े रैबी अब्राहम कूपर ने बताया है, "कोई भी व्यक्ति चाहें कितना भी रचनात्मक क्यों न हो, उसे नाज़ी नरसंहार के पीड़ितों का मज़ाक उड़ाने का अधिकार नहीं है."

क्या बोले कोबायशी

कोबायशी ने भी खुद को बर्ख़ास्त किए जाने पर अपना पक्ष रखा है.

उन्होंने कहा, "मनोरंजन से लोग असहज नहीं होने चाहिए. मैं समझता हूं कि उस समय मैंने जिस बेवकूफ़ी के साथ शब्दों का चुनाव किया था वह ग़लत था. और मुझे इसके लिए ख़ेद है."

प्रधानमंत्री सुगा ने कहा है कि शुक्रवार का समारोह पहले की तरह योजनाबद्ध ढंग से आयोजित होगा जिससे दो हफ़्तों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता की आधिकारिक शुरुआत होगी.

आयोजनकर्ताओं पर संकट के बादल

हालांकि, कोबायशी को हटाए जाने के बाद आयोजनकर्ता ये समझने की कोशिश कर रहे हैं कि शुक्रवार के समारोह को किस तरह आयोजित किया जाए. जोख़िम कम रखने के लिए इस कार्यक्रम को स्टेडियम में सिर्फ 950 दर्शक देखेंगे.

वहीं, हाशीमोतो ने कहा, "अब जब ओलंपिक खेलों का उद्घाटन समारोह इतना निकट आ गया है, तब हम ओलंपिक आयोजन में शामिल लोगों, टोक्यो के नागरिकों और जापानी जनता को चिंता में डालने के लिए माफ़ी मांगते हैं."

इन स्कैंडलों की वजह से ओलंपिक खेलों से जुड़ी असहजता कम नहीं हुई है. टोक्यो 2020 ओलंपिक समिति के प्रमुख ने इस हफ़्ते ये स्वीकार किया है कि उन्होंने इस स्टेज़ पर भी खेलों को निरस्त करने का विकल्प ख़ारिज नहीं किया है.

A Mexican player throws the ball during the opening match against Japan

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सुपर-स्प्रेडर इवेंट बनने का जोख़िम

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समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़, एक हालिया पोल में सामने आया है कि जापान में लगभग 55 फीसदी लोग ओलंपिक खेलों के आयोजन के पक्ष में नहीं है. क्योंकि लोगों को ये डर सता रहा है कि ये कार्यक्रम एक सुपर-स्प्रेडर इवेंट बन सकता है.

इन खेलों के आयोजक पहले ही तेजी से बढ़ते कोविड संक्रमण मामलों से जूझ रहे हैं. इस इवेंट से जुड़े कई अधिकारी और खिलाड़ी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं.

जापान की जनता में अब तक सिर्फ एक तिहाई लोगों को वैक्सीन लग सकी है. इसी बीच आम लोगों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने की वजह से खेलों के दौरान टोक्यो में स्टेट ऑफ़ इमरजेंसी यानी आपातकाल घोषित किया गया है.

हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुखिया टेड्रोस अदनोम गेब्रियेसिस ने बुधवार को ओलंपिक खेलों के आयोजकों से कहा है कि अब तक उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ काम किया है लेकिन "ज़ीरो रिस्क" यानी जोख़िम रहित खेलों का आयोजन संभव नहीं था.

उन्होंने कहा, "सफ़लता का मतलब ये नहीं है कि अगले 15 दिनों में एक भी केस (संक्रमित व्यक्ति) सामने न आए. बल्कि सफलता का मतलब ये होगा कि किसी भी केस की पहचान की जाए, उन्हें अलग-थलग कर लिया जाए, ट्रेस किया जाए और जितना जल्दी हो सके, उतनी जल्दी मदद उपलब्ध कराई जाए."

बीते बुधवार को सॉफ़्टबॉल मैच में आयोजक देश जापान की जीत के साथ टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों का ख़ाता खुल चुका है.

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