उत्तर प्रदेश के बागपत से भाजपा के सांसद सत्यपाल सिंह का एक विवादास्पद बयान सामने आया है। इसमें सत्यपाल सिंह ने अपनी शुरू की गई एक योजना का श्रेय दूसरों द्वारा लिए जाने पर खासी नाराजगी जताई है। सिंह के बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। इसमें वे कहते हैं- “आज कल कुछ लोग ऐसे भी हैं। सोशल मीडिया पर चवन्नीछाप लोग हैं। कुछ भी लिखते हैं। हमने पुल बनवा दिया, पुल बनवा रहे हैं। ये करवा रहे हैं, बड़े-बड़े काम कर रहे हैं। भइया आप सबको मालूम है कि पुल किसने बनवाया। लेकिन चलो ठीक है। भगवान भी तो देखता है। मैं तो इतना मानता हूं भाई कि जो झूठ बोलता है वो अगले जन्म में आदमी तो बने नहीं।”

उन्होंने आगे कहा, “भइया भगवान ने जीभ किस को दी। आदमी को दी। आदमी जीभ से झूठ बोलेगा, तो अगले जन्म में झूठ कटने वाली है। वो जीभ ऐसी रहेगी कि इसके बाद वो बनोलने वाले ही नहीं।” बताया गया है कि सत्यपाल सिंह ने यह विवादित बयान यूपी और हरियाणा को जोड़ने वाले यमुना पुल को लेकर विपक्ष के लोगो द्वारा लगातार की जा रही बयानबाजी के चलते गुस्से में दिया।

पुल को लेकर क्या है विवाद?: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के छपरौली थाना क्षेत्र में टांडा गांव में एक पुल का निर्माण जारी है। यह पुल हरियाणा के पानीपत में स्थित खोजकीपुर में निकलता है। इसके जरिए यूपी और हरियाणा की सीमा जुड़ती हैं, जिससे आने वाले समय में लोगों को आने-जाने में सहूलियत मिलेगी। इससे बागपत से पानीपत जाने वाले लोगो को लगभग 30-35 किलोमीटर कम होगा। भाजपा सांसद डॉ सत्यपाल सिंह का दावा है कि इस पुल को बनाने में उनकी मुख्य भूमिका रही है। जबकि विपक्ष इस पर सवाल खड़े कर रहा है।

यूपी की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठा चुके हैं सत्यपाल सिंह: अपने बेबाक बयानों के लिए पहचाने जाने वाले सत्यपाल सिंह इससे पहले यूपी की भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था पर ही सवाल उठा चुके हैं। जनवरी में बागपत में हुए यूपी स्थापना दिवस के एक कार्यक्रम में सत्यपाल सिंह ने कहा था कि जिले में गुंडागर्दी अभी खत्म नही हुई है। अभी भी बच्चे हाथों में कट्टे लेकर घूमते हैं, जिसकी वजह से व्यापार करने लिए लोग यहां आने तक को भी तैयार नही है, लेकिन हम कैसे उन लोगों को भरोसा दिलाएं।

सिंह ने कहा था कि वे इस गुंडागर्दी के बारे में डीएम और एसपी को भी बता चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद बागपत के युवा पढ़ाई-लिखाई के बाद हाथ में कट्टे लेकर घूम रहे हैं। उन्होंने कहा था कि जिले में सड़कें अच्छी बन गई हैं, लेकिन व्यापारी बागपत की गुंडागर्दी से डरे हैं और यहां आना नहीं चाहते। उन्होंने कहा था कि जिस दिन देसी कट्टे लेकर घूमना बंद कर देंगे, उस दिन बेरोजगारी भी खत्म हो जाएगी और उद्योगपति आना शुरू होंगे।