अधिकतर लोग पढ़ाई खत्म होने के बाद सीखने की प्रक्रिया को समाप्त मान लेते हैं जबकि सीखने की न तो कोई उम्र होती है और न ही कोई सीमा। हम किसी भी उम्र में कुछ न कुछ नया सीखना शुरू कर सकते हैं लेकिन कभी आलस तो कभी समय की कमी की वजह से नया सीखने की प्रक्रिया को शुरू नहीं कर पाते हैं।

सबसे पहले तो हमें अपनी और दूसरों की गलतियां से सीखना चाहिए क्योंकि गलतियां हमारी शिक्षक भी होती हैं। गलतियां हमें और बेहतर बनाती हैं। इसलिए जब भी कोई गलती हो उससे सबक जरूर सीखें। वर्तमान में तो हमें सीखने के लिए कहीं जाने की आवश्यकता भी नहीं है। अगर आप में लगन है तो इंटरनेट के माध्यम से आप कुछ भी सीख सकते हैं। आप कोई भी संगीत का साज बजाना सीख सकते हैं जैसे पियानो, ढोलक, गिटार आदि। इसके अलावा आप अपना मनपसंद खाना बनाना भी इंटरनेट के माध्यम से सीख सकते हैं और अपने परिवार व दोस्तों को अपनी इस नई कला से चौका सकते हैं।