रिपोर्टर- मोहम्मद शाहिद, रजनीश कुमार और आदर्श राठौर
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ताइशान न्यूक्लियर प्लांट: चीन ने नुक़सान की बात मानी
चीन की सरकार ने ये माना है कि ताइशान न्यूक्लियर प्लांट में हुई 'ख़राबी' से ईंधन की छड़ों को नुक़सान पहुंचा है लेकिन इससे विकिरण का कोई ख़तरा नहीं है.
चीन के पर्यावरण मंत्रालय का कहना है कि सामान्य सी समस्या है और चिंतित होने जैसी कोई बात नहीं है.
चीन की तरफ़ से ये स्वीकारोक्ति न्यूज़ चैनल सीएनएन की उस रिपोर्ट के बाद आई है जिसमें ये कहा गया था कि अमेरिका की सरकार ताइशान न्यूक्लियर प्लांट में हुई कथित लीक का पता लगा रही है.
चीन के ग्वांगडोंग प्रांत के परमाणु संयंत्र के संचालन से जुड़ी फ्रांस की ऊर्जा कंपनी ने इससे पहले ये कहा था कि प्लांट में कुछ खराबी आई है.
सोमवार को ईडीएफ़ एनर्जी के प्रवक्ता ने बताया था कि ईंधन की छड़ों में समस्या के कारण गैस का दबाव बढ़ गया था जिसे पर्यावरण में छोड़ा गया है.
सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कंपनी ने अमेरिका की सरकार को आगाह किया है कि चीन की परमाणु नियामक एजेंसी ने न्यूक्लियर प्लांट को बंद होने से बचाने के लिए विकिरण के स्वीकृत स्तर को बढ़ा दिया है.
लेकिन बुधवार को चीन के पर्यावरण मंत्रालय ने अपने बयान में सीएनएन की रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि ये सच नहीं है.
मेहुल चोकसी की कंपनियों ने पीएनबी को 6,344 करोड़ रुपये का चूना लगाया: सीबीआई
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भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की कंपनियों ने फर्जी लेटर्स ऑफ़ अंडरटेकिंग और फॉरेन लेटर्स ऑफ़ क्रेडिट का इस्तेमाल करके पंजाब नेशनल बैंक के कथित रूप से 6,344.96 करोड़ रुपये का गबन किया था.
पिछले हफ्ते मुंबई के एक स्पेशल कोर्ट में दाखिल की गई सप्लीमेंट्री चार्जशीट में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने अपनी जांच के बाद ये दावा किया है.
सीबीआई का कहना है कि पंजाब नेशनल बैंक के कर्मचारियों ने एक आपराधिक साज़िश के तहत मेहुल चोकसी और उनकी कंपनी के कर्मचारियों के साथ मिलकर इस घोटाले को अंज़ाम दिया.
पीएनबी के ब्रैडी हाउस शाखा के अधिकारियों ने मार्च-अप्रैल 2017 के दौरान 165 लेटर्स ऑफ़ अंडरटेकिंग (एलओयू) और 58 फॉरेन लेटर्स ऑफ़ क्रेडिट (एफ़एलसी) मेहुल चोकसी कंपनियों को कथित तौर पर जारी किए थे.
कोई बैंक अपने ग्राहक की तरफ़ से एक विदेशी बैंक को लेटर्स ऑफ़ अंडरटेकिंग जारी करता है. अगर क्लाइंट विदेशी बैंक को वो पैसा नहीं चुकाता है तो गारंटी देने वाले बैंक को ये रकम चुकानी पड़ती है.
सीबीआई का कहना है कि चूंकि मेहुल चोकसी की कंपनियों ने वो रकम नहीं चुकाई, इसलिए पंजाब नेशनल बैंक को 6,344.97 करोड़ रुपये ब्याज समेत चुकाना पड़ा.
पीएनबी ने चोकसी पर 7,080 करोड़ रुपये के गबन का आरोप लगाया था.
सीबीआई अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच अभी भी जारी है और बैंक के नुक़सान का पूरा आकलन सभी लेटर्स ऑफ़ अंडरटेकिंग्स की जांच और सीबीआई तफ्तीश के खत्म होने के बाद ही हो पाएगा.
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में 730 डॉक्टरों की मौतः आईएमए
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भारत में मेडिकल एजुकेशन और डॉक्टरों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में 730 डॉक्टरों की मौत हो गई है.
आईएमए का कहना है कि सबसे ज़्यादा डॉक्टरों की मौत बिहार में हुई है. बिहार में 115 डॉक्टर महामारी की दूसरी लहर के दौरान गुजर गए. दिल्ली में भी 109 डॉक्टरों की मौत इस बीच हुई है.
आकड़ें बताते हैं कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान उत्तर प्रदेश में 79, पश्चिम बंगाल में 62, राजस्थान में 43, झारखंड में 39 और आंध्र प्रदेश में 38 डॉक्टरों की मौत हुई है.
मुंबई में शिवसेना भवन के सामने शिवसेना और भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प
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बुधवार को मुंबई में सत्तारूढ़ शिवसेना और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई.
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' ने राम मंदिर के लिए जमीन की खरीद में कथित तौर पर हुए भ्रष्टाचार की आलोचना की थी.
भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने 'सामना' में छपे लेख के विरोध में प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान उनके सामने शिवसेना के कार्यकर्ता भी आ गए.
नतीजा यह हुआ कि दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के झड़प हो गई.
खास बात यह है कि ये सब दादर इलाके में शिवसेना भवन के सामने हुआ, जो सत्तारूढ़ शिवसेना का मुख्यालय है. इस घटना से राजनीतिक तनाव पैदा हो गया है.
इसके बाद शिवसेना भवन के सामने कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई. वहां से पथराव की भी ख़बरें मिली हैं.
जैसे ही ये देखने में आया कि मामला तूल पकड़ रहा है, पुलिस ने हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश शुरू कर दी.
भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद स्थिति कुछ हद तक नियंत्रण में बताई जा रही है. इलाके में अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है.
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में हंगामा, सत्ता पक्ष और विपक्ष के सात सांसदों पर लगा प्रतिबंध
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के स्पीकर असद क़ैसर ने हंगामा करने और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने के लिए सात सांसदों के सदन में दाखिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इनमें से तीन सांसद प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की पार्टी के भी हैं.
नेशनल असेंबली सचिवालय की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक, नेशनल असेंबली के इन सात सदस्यों पर स्पीकर के अगले आदेश तक प्रतिबंध लागू रहेगा.
प्रतिबंधित सदस्यों में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के तीन सदस्य (अली नवाज अवान, अब्दुल मजीद खान, फहीम खान) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के तीन सदस्य (शेख रोहेल असगर, अली गौहर खान, चौधरी हामिद) शामिल हैं.
गौरतलब है कि नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद क़ैसर ने निचले सदन में हुई मंगलवार की घटना को 'निराशाजनक' करार दिया था और इसमें शामिल सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई का संकेत दिया था.
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क्या हुआ था नेशनल असेंबली में?
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का मंगलवार का सत्र हंगामे से प्रभावित रहा. सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य आपस में भिड़ गए.
सोमवार को भी सत्र के दौरान काफी शोर-शराबा हुआ था लेकिन मंगलवार को सदन में हंगामे के बाद नेशनल असेंबली का सत्र बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
मंगलवार को जब विपक्षी नेता शाहबाज शरीफ ने नेशनल असेंबली में अपना भाषण शुरू किया, तो सरकार के सदस्यों ने नारे लगाना शुरू कर दिया और स्थिति जल्द ही बिगड़ गई.
शाहबाज शरीफ ने अपने भाषण में सरकार की नीतियों की आलोचना की और अपने कार्यकाल के दौरान उठाए गए कदमों को गिनाते रहे.
सरकार के सदस्यों ने शोर मचाना जारी रखा, जिसके बाद विपक्ष के सदस्यों ने शाहबाज शरीफ को घेर लिया.
पीएमएल-एन और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसदों को बजट की भारी प्रतियां एक-दूसरे पर फेंकते और पीटीआई के अली नवाज अवान और पीएमएल-एन के शेख रोहेल असगर के बीच कठोर शब्दों का आदान-प्रदान करते देखा गया.
चीन के वो कारख़ाने जो अफ्रीका में मछलियों को पाउडर में बदल रहे हैं
अफ्रीकी महाद्वीप के सबसे छोटे देश गाम्बिया के दक्षिणी इलाक़े में बसा है गुंजूर. उत्तरी अटलांटिक महासागर तट पर बसे इस शहर की आबादी है महज़ 15 हज़ार. इस शहर में समुद्र तट से पांच मिनट की दूरी पर बोलोंग फेन्यो है.
साल 2008 में गुंजूर के लोगों ने इस वाइल्डलाइफ़ रिज़र्व को बनाया था ताकि 790 एकड़ के समुद्री तट, मैंग्रोव, दलदली भूमि, सवाना और अंडाकार लैगून को संरक्षित किया जा सके. यह लैगून आधा मील लंबा और कुछ ग़ज़ चौड़ा है.
तमाम तरह के प्रवासी पक्षियों और डॉल्फिन से भरे इस लैगून में घड़ियाल और कैलिथ्रिक्स प्रजाति के बंदर भी पाए जाते हैं. जैव विविधता से भरपूर यह नायाब लैगून यहां की पारिस्थितिकी के स्वास्थ्य से जुड़ा है.
पक्षियों में दिलचस्पी रखने वालों के अलावा सैकड़ों पर्यटक हर साल यहां घूमने आते हैं. लेकिन 22 मई 2017 की सुबह यहां के लोगों ने पाया कि लैगून का पानी रातों-रात मलिन लाल रंग में बदल गया है. पानी में मरी हुई मछलियां तैर रही हैं.
यहां के कुछ लोग लैगून से पानी भर कर अहमद मनजांग को दे आए. मनजांग गुंजूर में ही पले-बढ़े हैं और अब सऊदी अरब में रहते हैं. वहां वह सीनियर माइक्रोबायोलिस्ट के तौर पर काम करते हैं.
चीनी कंपनियों की फैक्ट्रियां गाम्बिया में मछलियों के भंडार को फ़िश मील में बदल रही हैं. पाउडर के तौर पर मिलने वाला मछलियों का यह चारा दुनिया भर के मछली पालन उद्योगों में इस्तेमाल होता है.
जिनेवा में पुतिन-बाइडन की मुलाक़ात, बाइडन ने पहले आगे बढ़ाया हाथ
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आम तौर पर जब दो नेताओं की मुलाक़ात होती है तो जानकार उनकी शारीरिक भाषा को पढ़ने और समझने की कोशिश करते हैं.
इसी क्रम में जब जिनेवा में रूस और अमेरिका के राष्ट्रपति मिले, तो जानकारों की नज़रें उनकी भाव-भंगिमा पर भी लगी हुई थीं.
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मुलाक़ात के दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन की ओर हाथ पहले बढ़ाया और ये देखा गया कि पुतिन ने हाथ मिलाने के लिए अपने क़दमों को आगे बढ़ाया. दोनों ने एक-दूसरे की आंखों में देखा और फिर कैमरों की तरफ़ बढ़े.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जिनेवा में मिले हैं जहां दोनों विस्तार से बातचीत करेंगे. अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के हिसाब से सारी दुनिया की नज़रें इस मुलाक़ात पर लगी हुई हैं.
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अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडन पहली बार रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिल रहे हैं. ये मुलाक़ात ऐसे समय हो रही है जब दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर तनाव चरम है जिनमें कथित रूसी साइबर हमला और यूक्रेन में रूस की भूमिका शामिल हैं.
इसमें पुतिन के विरोधी एलेक्सी नवेलनी का मुद्दा भी शामिल हो सकता है जो जेल में बंद हैं. इस मुलाक़ात से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुतिन को एक 'क़ाबिल विरोधी' बताया था.
पुतिन का कहना है कि दोनों देशों के संबंध 'हाल के वर्षों में सबसे निचले स्तर पर' हैं.
कोविड वैक्सीन से होने वाले दुष्प्रभावों की जांच कर रहे एक सरकारी पैनल ने वैक्सीनेशन के बाद एक मौत होने की पुष्टि की है.
सोनू सूद और कांग्रेस विधायक के एंटी-कोविड दवाई रखने की जांच करे महाराष्ट्र सरकार: बॉम्बे हाई कोर्ट
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बॉम्बे
हाई कोर्ट ने बुधवार को महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दिए कि वो लोगों को
एंटी-कोविड दवाइयों की सप्लाई और उन्हें इकट्ठा करने में अभिनेता सोनू सूद और
स्थानीय कांग्रेस विधायक ज़ीशान सिद्दीक़ी की भूमिका की जांच करे.
साथ ही हाई कोर्ट ने यह भी
कह कि ‘ये लोग दवा असली है या नकली, या वैध है इसको
जांचे बिना ख़ुद को एक प्रकार के मसीहा के तौर पर प्रस्तुत करते हैं.’
एडवोकेट
जनरल आशुतोष कुंभकोणी ने हाई कोर्ट को बताया था कि मझगांव मेट्रोपोलिटन कोर्ट ने
बीडीआर फ़ाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट और उसके ट्रस्टियों के ख़िलाफ़ एंटी-कोविड दवाई
रेमडेसिवीर के सिद्दीक़ी को सप्लाई करने के ख़िलाफ़ एक आपराधिक केस दर्ज किया है. चैरिटेबल
ट्रस्ट के पास आवश्यक लाइसेंस भी नहीं था.
एडवोकेट
जनरल के बयान के बाद जस्टिस एसपी देशमुख और जस्टिस जीएस कुलकर्णी की पीठ ने
महाराष्ट्र सरकार को यह निर्देश दिया है.
कुंभकोणी ने कहा कि
सिद्दीक़ी के पास जो भी आ रहा था वो केवल उन लोगों को दवा तक पहुंचने का ज़रिया
बता रहे थे इसलिए उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं की गई है.
उन्होंने आगे बताया कि
सोनू सूद को गोरेगांव के निजी लाइफ़लाइन केयर हॉस्पिटल समेत कई फ़ार्मेसी से यह
दवाइयां मिली थीं. फ़ार्मा कंपनी सिप्ला ने इन फ़ार्मेसी को रेमडेसिवीर सप्लाई की
थी जिसकी जांच जारी है.
हाई कोर्ट केंद्र और राज्य
सरकार को निर्देश दे चुका है कि वे इसकी जांच करें कि जब जनता को एंटी-कोरोना
वायरस दवाइयां मिलने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था तब उस सूरत में सिलेब्रिटीज़
और राजनेता कैसे दवाई बांट रहे थे.
जिनेवा में पुतिन-बाइडन आमने-सामने
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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जिनेवा में मिले हैं जहां दोनों विस्तार से बातचीत करेंगे.
अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के हिसाब से सारी दुनिया की नज़रें इस मुलाक़ात पर लगी हुई हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडन पहली बार रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिल रहे हैं.
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ये मुलाक़ात ऐसे समय हो रही है जब दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर तनाव चरम है जिनमें कथित रूसी साइबर हमला और यूक्रेन में रूस की भूमिका शामिल हैं.
इसमें पुतिन के विरोधी एलेक्सी नवेलनी का मुद्दा भी शामिल हो सकता है जो जेल में बंद हैं.
इस मुलाक़ात से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुतिन को एक 'क़ाबिल विरोधी' बताया था.
पुतिन का कहना है कि दोनों देशों के संबंध 'हाल के वर्षों में सबसे निचले स्तर पर' हैं.
जेनेवा में मुलाक़ात और बातचीत के बाद दोनों नेता अलग-अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे.
नेटो की चेतावनी के बाद ताइवान के आसमान में चीन के लड़ाकू विमान
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ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि चीन के तकरीबन 28 लड़ाकू विमानों ने उसके 'वायु रक्षा क्षेत्र' में उड़ान भरी.
ताइवान का कहना है कि उसके इलाके में चीन की ओर से की गई ये अब तक की सबसे बड़ी 'घुसपैठ' है.
ताइवान इस क्षेत्र को अपना 'एयर डिफेंस ज़ोन' बताता है. उसका कहना है कि 'घुसपैठ' करने वाले चीन के लड़ाकू विमानों में कुछ परमाणु हथियार गिराने में भी सक्षम थे.
सोमवार को नेटो (नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइज़ेशन) के नेताओं द्वारा चीन की सैनिक चुनौती को लेकर चेतावनी देने के बाद ये घटना हुई है.
लोकतांत्रिक ताइवान अपने संप्रभु देश होने का दावा करता है लेकिन चीन उसे अपने अलग हो गए प्रांत के रूप में देखता है.
ताइवान ने कहा है कि चीन के इस अभियान में 14 जे-16, छह जे-11 और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम चार एच-6 बमवर्षक लड़ाकू विमानों के अलावा एंटी सबमरीन जैसे हथियारों का इस्तेमाल किया गया.
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ताइवान जिसे अपना 'एयर डिफेंस ज़ोन' बताता है, वो किसी देश के भूभाग के बाहर का वायु क्षेत्र होता है और वहां विदेशी विमानों की गतिविधियों पर नज़र रखी जाती है.
कोई देश अपने राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र उनकी गतिविधियों को नियंत्रित करता है. हालांकि 'एयर डिफेंस ज़ोन' की हद देश खुद तय करते हैं लेकिन तकीनीकी रूप से ये अंतरराष्ट्रीय वायु क्षेत्र ही रहता है.
चीनी विमानों ने ताइवान के नियंत्रण वाले प्रतास द्वीप समूहों के करीब उड़ान भरी थी. इसके अलावा ताइवान के दक्षिणी क्षेत्र के इर्द-गिर्द भी चीन विमानों की हलचल देखी गई.
हाल के महीनों में चीन के विमानों ने इस क्षेत्र में बराबर उड़ाने भरी हैं. 24 जनवरी को ऐसे ही एक मिशन में चीन के 15 विमानों ने ताइवान के 'एयर डिफेंस ज़ोन' में उड़ाने भरीं जबकि ताइवान ने बताया कि 12 अप्रैल को इन विमानों की संख्या 25 हो गई.
सोमवार को ब्रसेल्स में नैटो देशों की बैठक में चीन की ओर से मंडरा रहे सैन्य खतरे को लेकर चेतावनी दी गई थी. नैटो देशों का कहना है कि चीन अपने परमाणु जखीरे को तेजी से बढ़ा रहा है. उसका रूस के साथ सैन्य सहयोग है.
नेटो के बयान पर चीन की तीख़ी प्रतिक्रिया
नेटो ने चीन को अपने सदस्य देशों के लिए चुनौती बताया है.
अब तक नेटो रूस को अपने लिए मुख्य ख़तरा मानता रहा है ऐसे में चीन की तरफ़ नेटो के फ़ोकस को उसके एजेंडे में अहम शिफ़्ट के तौर पर भी देखा जा रहा है.
भारत को कितना आत्मनिर्भर बना पाए मोदी?
चीन से तनाव के एक साल बाद और कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आत्मनिर्भर भारत का सपना कितना साकार हुआ, भारत को इस दिशा में ले जाने में कितना कामयाब हुए मोदी.
उद्धव ठाकरे को कांग्रेस-एनसीपी ने 5 साल के लिए सीएम पद देने का वादा किया था?
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शिवसेना के सांसद संजय राउत ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में अपने साप्ताहिक स्तंभ में उन्होंने दावा किया कि महा विकास अघाड़ी के पूरे पांच साल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री का पद शिवसेना के पास रहेगा.
हालांकि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने अभी तक संजय राउत के बयान पर सार्वजनिक तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
लेकिन महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ राजनीतिक गठबंधन 'महा विकास अघाड़ी' के गठन के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है कि मुख्यमंत्री पद के बारे में इतने साफ़ शब्दों में कोई घोषणा की गई है.
इस बयान के बाद अब ये कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन पर इसका गंभीर असर पड़ सकता है.
पिछले हफ़्ते जब संजय राउत उत्तरी महाराष्ट्र के दौरे पर थे तो रविवार को नासिक में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनसे इस बारे में पूछा गया. राउत ने अपने बयान को और साफ़ तरीके से दोहराया.
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में दावा किया गया है कि 'महा विकास अघाड़ी' के पूरे पांच साल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री का पद शिवसेना के पास ही रहेगा.
लोक जनशक्ति पार्टी पर नियंत्रण के लिए संघर्ष कर रहे दिवंगत राम विलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने कहा है कि जनता दल यूनाइटेड पार्टी को तोड़ने की साजिश तब से कर रही है, जब उनके पिता जीवित थे.
उन्होंने कहा, "जब मैं बीमार था तो वे अपनी साज़िश में कामयाब हो गए."
चिराग पासवान ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "जब मेरे पिता अस्पताल में थे, तभी से कुछ लोग पार्टी तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. मेरे पिता ने ये बात पार्टी नेताओं को कही थी. इसके बारे में मेरे चाचा पशुपति कुमार पारस को भी बताया था. लेकिन कुछ लोग उस संघर्ष के लिए तैयार नहीं थे, जिनसे होकर हम गुजरे थे."
पशुपति कुमार पारस को लेकर चिराग ने कहा, "जब मेरे पिता और एक दूसरे चाचा का निधन हुआ तो मैं उन्हें देखा करता था. जब मेरे पिता मुझे छोड़कर चले गए तो मैं अनाथ नहीं हुआ था. लेकिन जब मेरे चाचा ने ऐसा किया तो मैं अनाथ हो गया."
पार्टी अध्यक्ष पद से हटाए जाने पर चिराग ने कहा, "लोकसभा में पार्टी नेता की नियुक्ति का फैसला संसदीय समिति करती है न कि निर्वाचित सांसद.... ऐसा कहा जा रहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से मुझे हटा दिया गया है. लेकिन पार्टी के संविधान के मुताबिक़ राष्ट्रीय अध्यक्ष को पद से तभी हटाया जा सकता है जब कि उसकी मृत्यु हो जाए या फिर वो इस्तीफा दे दे."
"मेरे बीमार रहने के दौरान इस साजिश को अंजाम दिया गया. मैंने उस वक्त अपने चाचा जी से भी बात करने की कोशिश की लेकिन मैं नाकाम रहा."
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कोवैक्सीन में नवजात बछड़े के सीरम पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया स्पष्टीकरण
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा है कि स्वदेश में निर्मित कोविड वैक्सीन कोवैक्सीन में नवजात बछड़े के सीरम के इस्तेमाल को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट में तथ्यों को तोड़ा-मरोड़कर और गलत संदर्भों में पेश किया गया है.
मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, "नवजात बछड़े के सीरम का इस्तेमाल केवल वीरो सेल्स तैयार करने और उसकी ग्रोथ में इस्तेमाल किया जाता है. गाय और अन्य जानवरों के सीरम का इस्तेमाल दुनिया भर में वीरो सेल्स को विकसित करने की सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है."
वीरो सेल्स का इस्तेमाल जीवित कोशिकाओं को तैयार करने में किया जाता जिनसे वैक्सीन के उत्पादन में मदद मिलती है. ये तकनीक दशकों से पोलियो, रैबीज और इन्फ्लुएंज़ा की वैक्सीन तैयार करने में इस्तेमाल की जा रही है.
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विकसित हो जाने के बाद वीरो सेल्स को पानी और केमिकल्स से कई बार धोया जाता है ताकि वो नवजात बछड़े के सीरम से मुक्त हो जाए. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि इसके बाद वीरो सेल्स को कोरोना वायरस से संक्रमित किया जाता है ताकि इस वायरस को विकसित किया जा सके.
कोरोना वायरस को विकसित करने की प्रक्रिया में वीरो सेल्स पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं. इसके बाद तैयार किए वायरस को निष्क्रिय कर उसका शुद्धिकरण किया जाता है. इस निष्क्रिय वायरस का इस्तेमाल अंतिम उत्पाद वैक्सीन बनाने में किया जाता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के मुताबिक़ वैक्सीन के निर्माण की अंतिम प्रक्रिया में नवजात बछड़े के सीरम का इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
"इसलिए कोवैक्सीन में नवजात बछड़े का सीरम किसी भी तरह से नहीं होता है. नवजात बछड़े का सीरम अंतिम प्रोडक्ट का हिस्सा नहीं होता है."
लाइव रिपोर्टिंग
रिपोर्टर- मोहम्मद शाहिद, रजनीश कुमार और आदर्श राठौर
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ताइशान न्यूक्लियर प्लांट: चीन ने नुक़सान की बात मानी
चीन की सरकार ने ये माना है कि ताइशान न्यूक्लियर प्लांट में हुई 'ख़राबी' से ईंधन की छड़ों को नुक़सान पहुंचा है लेकिन इससे विकिरण का कोई ख़तरा नहीं है.
चीन के पर्यावरण मंत्रालय का कहना है कि सामान्य सी समस्या है और चिंतित होने जैसी कोई बात नहीं है.
चीन की तरफ़ से ये स्वीकारोक्ति न्यूज़ चैनल सीएनएन की उस रिपोर्ट के बाद आई है जिसमें ये कहा गया था कि अमेरिका की सरकार ताइशान न्यूक्लियर प्लांट में हुई कथित लीक का पता लगा रही है.
चीन के ग्वांगडोंग प्रांत के परमाणु संयंत्र के संचालन से जुड़ी फ्रांस की ऊर्जा कंपनी ने इससे पहले ये कहा था कि प्लांट में कुछ खराबी आई है.
सोमवार को ईडीएफ़ एनर्जी के प्रवक्ता ने बताया था कि ईंधन की छड़ों में समस्या के कारण गैस का दबाव बढ़ गया था जिसे पर्यावरण में छोड़ा गया है.
सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कंपनी ने अमेरिका की सरकार को आगाह किया है कि चीन की परमाणु नियामक एजेंसी ने न्यूक्लियर प्लांट को बंद होने से बचाने के लिए विकिरण के स्वीकृत स्तर को बढ़ा दिया है.
लेकिन बुधवार को चीन के पर्यावरण मंत्रालय ने अपने बयान में सीएनएन की रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि ये सच नहीं है.
मेहुल चोकसी की कंपनियों ने पीएनबी को 6,344 करोड़ रुपये का चूना लगाया: सीबीआई
भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की कंपनियों ने फर्जी लेटर्स ऑफ़ अंडरटेकिंग और फॉरेन लेटर्स ऑफ़ क्रेडिट का इस्तेमाल करके पंजाब नेशनल बैंक के कथित रूप से 6,344.96 करोड़ रुपये का गबन किया था.
पिछले हफ्ते मुंबई के एक स्पेशल कोर्ट में दाखिल की गई सप्लीमेंट्री चार्जशीट में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने अपनी जांच के बाद ये दावा किया है.
सीबीआई का कहना है कि पंजाब नेशनल बैंक के कर्मचारियों ने एक आपराधिक साज़िश के तहत मेहुल चोकसी और उनकी कंपनी के कर्मचारियों के साथ मिलकर इस घोटाले को अंज़ाम दिया.
पीएनबी के ब्रैडी हाउस शाखा के अधिकारियों ने मार्च-अप्रैल 2017 के दौरान 165 लेटर्स ऑफ़ अंडरटेकिंग (एलओयू) और 58 फॉरेन लेटर्स ऑफ़ क्रेडिट (एफ़एलसी) मेहुल चोकसी कंपनियों को कथित तौर पर जारी किए थे.
कोई बैंक अपने ग्राहक की तरफ़ से एक विदेशी बैंक को लेटर्स ऑफ़ अंडरटेकिंग जारी करता है. अगर क्लाइंट विदेशी बैंक को वो पैसा नहीं चुकाता है तो गारंटी देने वाले बैंक को ये रकम चुकानी पड़ती है.
सीबीआई का कहना है कि चूंकि मेहुल चोकसी की कंपनियों ने वो रकम नहीं चुकाई, इसलिए पंजाब नेशनल बैंक को 6,344.97 करोड़ रुपये ब्याज समेत चुकाना पड़ा. पीएनबी ने चोकसी पर 7,080 करोड़ रुपये के गबन का आरोप लगाया था.
सीबीआई अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच अभी भी जारी है और बैंक के नुक़सान का पूरा आकलन सभी लेटर्स ऑफ़ अंडरटेकिंग्स की जांच और सीबीआई तफ्तीश के खत्म होने के बाद ही हो पाएगा.
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में 730 डॉक्टरों की मौतः आईएमए
भारत में मेडिकल एजुकेशन और डॉक्टरों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में 730 डॉक्टरों की मौत हो गई है.
आईएमए का कहना है कि सबसे ज़्यादा डॉक्टरों की मौत बिहार में हुई है. बिहार में 115 डॉक्टर महामारी की दूसरी लहर के दौरान गुजर गए. दिल्ली में भी 109 डॉक्टरों की मौत इस बीच हुई है.
आकड़ें बताते हैं कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान उत्तर प्रदेश में 79, पश्चिम बंगाल में 62, राजस्थान में 43, झारखंड में 39 और आंध्र प्रदेश में 38 डॉक्टरों की मौत हुई है.
मुंबई में शिवसेना भवन के सामने शिवसेना और भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प
बुधवार को मुंबई में सत्तारूढ़ शिवसेना और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई.
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' ने राम मंदिर के लिए जमीन की खरीद में कथित तौर पर हुए भ्रष्टाचार की आलोचना की थी.
भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने 'सामना' में छपे लेख के विरोध में प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान उनके सामने शिवसेना के कार्यकर्ता भी आ गए.
नतीजा यह हुआ कि दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के झड़प हो गई.
खास बात यह है कि ये सब दादर इलाके में शिवसेना भवन के सामने हुआ, जो सत्तारूढ़ शिवसेना का मुख्यालय है. इस घटना से राजनीतिक तनाव पैदा हो गया है.
इसके बाद शिवसेना भवन के सामने कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई. वहां से पथराव की भी ख़बरें मिली हैं.
जैसे ही ये देखने में आया कि मामला तूल पकड़ रहा है, पुलिस ने हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश शुरू कर दी.
भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद स्थिति कुछ हद तक नियंत्रण में बताई जा रही है. इलाके में अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है.
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में हंगामा, सत्ता पक्ष और विपक्ष के सात सांसदों पर लगा प्रतिबंध
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के स्पीकर असद क़ैसर ने हंगामा करने और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने के लिए सात सांसदों के सदन में दाखिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इनमें से तीन सांसद प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की पार्टी के भी हैं.
नेशनल असेंबली सचिवालय की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक, नेशनल असेंबली के इन सात सदस्यों पर स्पीकर के अगले आदेश तक प्रतिबंध लागू रहेगा.
प्रतिबंधित सदस्यों में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के तीन सदस्य (अली नवाज अवान, अब्दुल मजीद खान, फहीम खान) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के तीन सदस्य (शेख रोहेल असगर, अली गौहर खान, चौधरी हामिद) शामिल हैं.
गौरतलब है कि नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद क़ैसर ने निचले सदन में हुई मंगलवार की घटना को 'निराशाजनक' करार दिया था और इसमें शामिल सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई का संकेत दिया था.
क्या हुआ था नेशनल असेंबली में?
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का मंगलवार का सत्र हंगामे से प्रभावित रहा. सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य आपस में भिड़ गए.
सोमवार को भी सत्र के दौरान काफी शोर-शराबा हुआ था लेकिन मंगलवार को सदन में हंगामे के बाद नेशनल असेंबली का सत्र बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
मंगलवार को जब विपक्षी नेता शाहबाज शरीफ ने नेशनल असेंबली में अपना भाषण शुरू किया, तो सरकार के सदस्यों ने नारे लगाना शुरू कर दिया और स्थिति जल्द ही बिगड़ गई.
शाहबाज शरीफ ने अपने भाषण में सरकार की नीतियों की आलोचना की और अपने कार्यकाल के दौरान उठाए गए कदमों को गिनाते रहे.
सरकार के सदस्यों ने शोर मचाना जारी रखा, जिसके बाद विपक्ष के सदस्यों ने शाहबाज शरीफ को घेर लिया.
पीएमएल-एन और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसदों को बजट की भारी प्रतियां एक-दूसरे पर फेंकते और पीटीआई के अली नवाज अवान और पीएमएल-एन के शेख रोहेल असगर के बीच कठोर शब्दों का आदान-प्रदान करते देखा गया.
चीन के वो कारख़ाने जो अफ्रीका में मछलियों को पाउडर में बदल रहे हैं
अफ्रीकी महाद्वीप के सबसे छोटे देश गाम्बिया के दक्षिणी इलाक़े में बसा है गुंजूर. उत्तरी अटलांटिक महासागर तट पर बसे इस शहर की आबादी है महज़ 15 हज़ार. इस शहर में समुद्र तट से पांच मिनट की दूरी पर बोलोंग फेन्यो है.
साल 2008 में गुंजूर के लोगों ने इस वाइल्डलाइफ़ रिज़र्व को बनाया था ताकि 790 एकड़ के समुद्री तट, मैंग्रोव, दलदली भूमि, सवाना और अंडाकार लैगून को संरक्षित किया जा सके. यह लैगून आधा मील लंबा और कुछ ग़ज़ चौड़ा है.
तमाम तरह के प्रवासी पक्षियों और डॉल्फिन से भरे इस लैगून में घड़ियाल और कैलिथ्रिक्स प्रजाति के बंदर भी पाए जाते हैं. जैव विविधता से भरपूर यह नायाब लैगून यहां की पारिस्थितिकी के स्वास्थ्य से जुड़ा है.
पक्षियों में दिलचस्पी रखने वालों के अलावा सैकड़ों पर्यटक हर साल यहां घूमने आते हैं. लेकिन 22 मई 2017 की सुबह यहां के लोगों ने पाया कि लैगून का पानी रातों-रात मलिन लाल रंग में बदल गया है. पानी में मरी हुई मछलियां तैर रही हैं.
यहां के कुछ लोग लैगून से पानी भर कर अहमद मनजांग को दे आए. मनजांग गुंजूर में ही पले-बढ़े हैं और अब सऊदी अरब में रहते हैं. वहां वह सीनियर माइक्रोबायोलिस्ट के तौर पर काम करते हैं.
चीन के वो कारख़ाने जो अफ्रीका में मछलियों को पाउडर में बदल रहे हैं
चीनी कंपनियों की फैक्ट्रियां गाम्बिया में मछलियों के भंडार को फ़िश मील में बदल रही हैं. पाउडर के तौर पर मिलने वाला मछलियों का यह चारा दुनिया भर के मछली पालन उद्योगों में इस्तेमाल होता है.
और पढ़ेंबीबीसी हिंदी का डिजिटल बुलेटिन 'दिनभर', 16 जून 2021
सुनिए मोहनलाल शर्मा से...
बीबीसी हिंदी का डिजिटल बुलेटिन 'दिनभर', 16 जून 2021
सुनिए मोहनलाल शर्मा से..
जिनेवा में पुतिन-बाइडन की मुलाक़ात, बाइडन ने पहले आगे बढ़ाया हाथ
आम तौर पर जब दो नेताओं की मुलाक़ात होती है तो जानकार उनकी शारीरिक भाषा को पढ़ने और समझने की कोशिश करते हैं.
इसी क्रम में जब जिनेवा में रूस और अमेरिका के राष्ट्रपति मिले, तो जानकारों की नज़रें उनकी भाव-भंगिमा पर भी लगी हुई थीं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मुलाक़ात के दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन की ओर हाथ पहले बढ़ाया और ये देखा गया कि पुतिन ने हाथ मिलाने के लिए अपने क़दमों को आगे बढ़ाया. दोनों ने एक-दूसरे की आंखों में देखा और फिर कैमरों की तरफ़ बढ़े.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जिनेवा में मिले हैं जहां दोनों विस्तार से बातचीत करेंगे. अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के हिसाब से सारी दुनिया की नज़रें इस मुलाक़ात पर लगी हुई हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडन पहली बार रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिल रहे हैं. ये मुलाक़ात ऐसे समय हो रही है जब दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर तनाव चरम है जिनमें कथित रूसी साइबर हमला और यूक्रेन में रूस की भूमिका शामिल हैं.
इसमें पुतिन के विरोधी एलेक्सी नवेलनी का मुद्दा भी शामिल हो सकता है जो जेल में बंद हैं. इस मुलाक़ात से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुतिन को एक 'क़ाबिल विरोधी' बताया था.
पुतिन का कहना है कि दोनों देशों के संबंध 'हाल के वर्षों में सबसे निचले स्तर पर' हैं.
भारत में कहां लग रहे हैं कोरोना के सबसे ज़्यादा और सबसे कम टीके?
दिव्या आर्य
बीबीसी संवाददाता
देश में 25 करोड़ से ज़्यादा टीके लग चुके हैं लेकिन किसी ज़िले में 3 प्रतिशत तो कहीं 53 प्रतिशत आबादी को टीके लगे हैं.
और पढ़ेंचीन ने किया पश्चिमी देशों पर ‘पलटवार’
ब्रसेल्स में नेटो नेताओं की बैठक में चीन को ख़तरा बताए जाने के बाद, चीन ने नेटो पर उसे बदनाम करने का आरोप लगाया है.
कोरोना वैक्सीन से पहली मौत पर सरकार क्या बोली?
कोविड वैक्सीन से होने वाले दुष्प्रभावों की जांच कर रहे एक सरकारी पैनल ने वैक्सीनेशन के बाद एक मौत होने की पुष्टि की है.
सोनू सूद और कांग्रेस विधायक के एंटी-कोविड दवाई रखने की जांच करे महाराष्ट्र सरकार: बॉम्बे हाई कोर्ट
बॉम्बे हाई कोर्ट ने बुधवार को महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दिए कि वो लोगों को एंटी-कोविड दवाइयों की सप्लाई और उन्हें इकट्ठा करने में अभिनेता सोनू सूद और स्थानीय कांग्रेस विधायक ज़ीशान सिद्दीक़ी की भूमिका की जांच करे.
साथ ही हाई कोर्ट ने यह भी कह कि ‘ये लोग दवा असली है या नकली, या वैध है इसको जांचे बिना ख़ुद को एक प्रकार के मसीहा के तौर पर प्रस्तुत करते हैं.’
एडवोकेट जनरल आशुतोष कुंभकोणी ने हाई कोर्ट को बताया था कि मझगांव मेट्रोपोलिटन कोर्ट ने बीडीआर फ़ाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट और उसके ट्रस्टियों के ख़िलाफ़ एंटी-कोविड दवाई रेमडेसिवीर के सिद्दीक़ी को सप्लाई करने के ख़िलाफ़ एक आपराधिक केस दर्ज किया है. चैरिटेबल ट्रस्ट के पास आवश्यक लाइसेंस भी नहीं था.
एडवोकेट जनरल के बयान के बाद जस्टिस एसपी देशमुख और जस्टिस जीएस कुलकर्णी की पीठ ने महाराष्ट्र सरकार को यह निर्देश दिया है.
कुंभकोणी ने कहा कि सिद्दीक़ी के पास जो भी आ रहा था वो केवल उन लोगों को दवा तक पहुंचने का ज़रिया बता रहे थे इसलिए उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं की गई है.
उन्होंने आगे बताया कि सोनू सूद को गोरेगांव के निजी लाइफ़लाइन केयर हॉस्पिटल समेत कई फ़ार्मेसी से यह दवाइयां मिली थीं. फ़ार्मा कंपनी सिप्ला ने इन फ़ार्मेसी को रेमडेसिवीर सप्लाई की थी जिसकी जांच जारी है.
हाई कोर्ट केंद्र और राज्य सरकार को निर्देश दे चुका है कि वे इसकी जांच करें कि जब जनता को एंटी-कोरोना वायरस दवाइयां मिलने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था तब उस सूरत में सिलेब्रिटीज़ और राजनेता कैसे दवाई बांट रहे थे.
जिनेवा में पुतिन-बाइडन आमने-सामने
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जिनेवा में मिले हैं जहां दोनों विस्तार से बातचीत करेंगे.
अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के हिसाब से सारी दुनिया की नज़रें इस मुलाक़ात पर लगी हुई हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडन पहली बार रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिल रहे हैं.
ये मुलाक़ात ऐसे समय हो रही है जब दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर तनाव चरम है जिनमें कथित रूसी साइबर हमला और यूक्रेन में रूस की भूमिका शामिल हैं.
इसमें पुतिन के विरोधी एलेक्सी नवेलनी का मुद्दा भी शामिल हो सकता है जो जेल में बंद हैं.
इस मुलाक़ात से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुतिन को एक 'क़ाबिल विरोधी' बताया था.
पुतिन का कहना है कि दोनों देशों के संबंध 'हाल के वर्षों में सबसे निचले स्तर पर' हैं.
जेनेवा में मुलाक़ात और बातचीत के बाद दोनों नेता अलग-अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे.
नेटो की चेतावनी के बाद ताइवान के आसमान में चीन के लड़ाकू विमान
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि चीन के तकरीबन 28 लड़ाकू विमानों ने उसके 'वायु रक्षा क्षेत्र' में उड़ान भरी. ताइवान का कहना है कि उसके इलाके में चीन की ओर से की गई ये अब तक की सबसे बड़ी 'घुसपैठ' है.
ताइवान इस क्षेत्र को अपना 'एयर डिफेंस ज़ोन' बताता है. उसका कहना है कि 'घुसपैठ' करने वाले चीन के लड़ाकू विमानों में कुछ परमाणु हथियार गिराने में भी सक्षम थे.
सोमवार को नेटो (नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइज़ेशन) के नेताओं द्वारा चीन की सैनिक चुनौती को लेकर चेतावनी देने के बाद ये घटना हुई है.
लोकतांत्रिक ताइवान अपने संप्रभु देश होने का दावा करता है लेकिन चीन उसे अपने अलग हो गए प्रांत के रूप में देखता है.
ताइवान ने कहा है कि चीन के इस अभियान में 14 जे-16, छह जे-11 और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम चार एच-6 बमवर्षक लड़ाकू विमानों के अलावा एंटी सबमरीन जैसे हथियारों का इस्तेमाल किया गया.
ताइवान जिसे अपना 'एयर डिफेंस ज़ोन' बताता है, वो किसी देश के भूभाग के बाहर का वायु क्षेत्र होता है और वहां विदेशी विमानों की गतिविधियों पर नज़र रखी जाती है.
कोई देश अपने राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र उनकी गतिविधियों को नियंत्रित करता है. हालांकि 'एयर डिफेंस ज़ोन' की हद देश खुद तय करते हैं लेकिन तकीनीकी रूप से ये अंतरराष्ट्रीय वायु क्षेत्र ही रहता है.
चीनी विमानों ने ताइवान के नियंत्रण वाले प्रतास द्वीप समूहों के करीब उड़ान भरी थी. इसके अलावा ताइवान के दक्षिणी क्षेत्र के इर्द-गिर्द भी चीन विमानों की हलचल देखी गई.
हाल के महीनों में चीन के विमानों ने इस क्षेत्र में बराबर उड़ाने भरी हैं. 24 जनवरी को ऐसे ही एक मिशन में चीन के 15 विमानों ने ताइवान के 'एयर डिफेंस ज़ोन' में उड़ाने भरीं जबकि ताइवान ने बताया कि 12 अप्रैल को इन विमानों की संख्या 25 हो गई.
सोमवार को ब्रसेल्स में नैटो देशों की बैठक में चीन की ओर से मंडरा रहे सैन्य खतरे को लेकर चेतावनी दी गई थी. नैटो देशों का कहना है कि चीन अपने परमाणु जखीरे को तेजी से बढ़ा रहा है. उसका रूस के साथ सैन्य सहयोग है.
नेटो के बयान पर चीन की तीख़ी प्रतिक्रिया
नेटो ने चीन को अपने सदस्य देशों के लिए चुनौती बताया है.
अब तक नेटो रूस को अपने लिए मुख्य ख़तरा मानता रहा है ऐसे में चीन की तरफ़ नेटो के फ़ोकस को उसके एजेंडे में अहम शिफ़्ट के तौर पर भी देखा जा रहा है.
भारत को कितना आत्मनिर्भर बना पाए मोदी?
चीन से तनाव के एक साल बाद और कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आत्मनिर्भर भारत का सपना कितना साकार हुआ, भारत को इस दिशा में ले जाने में कितना कामयाब हुए मोदी.
उद्धव ठाकरे को कांग्रेस-एनसीपी ने 5 साल के लिए सीएम पद देने का वादा किया था?
शिवसेना के सांसद संजय राउत ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में अपने साप्ताहिक स्तंभ में उन्होंने दावा किया कि महा विकास अघाड़ी के पूरे पांच साल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री का पद शिवसेना के पास रहेगा.
हालांकि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने अभी तक संजय राउत के बयान पर सार्वजनिक तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
लेकिन महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ राजनीतिक गठबंधन 'महा विकास अघाड़ी' के गठन के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है कि मुख्यमंत्री पद के बारे में इतने साफ़ शब्दों में कोई घोषणा की गई है.
इस बयान के बाद अब ये कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन पर इसका गंभीर असर पड़ सकता है.
पिछले हफ़्ते जब संजय राउत उत्तरी महाराष्ट्र के दौरे पर थे तो रविवार को नासिक में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनसे इस बारे में पूछा गया. राउत ने अपने बयान को और साफ़ तरीके से दोहराया.
क्या उद्धव ठाकरे को कांग्रेस-एनसीपी ने 5 साल के लिए सीएम पद देने का वादा किया था?
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में दावा किया गया है कि 'महा विकास अघाड़ी' के पूरे पांच साल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री का पद शिवसेना के पास ही रहेगा.
और पढ़ेंलोजपा को तोड़ने की साज़िश जेडीयू तब से कर रही है, जब राम विलास पासवान जीवित थे: चिराग
लोक जनशक्ति पार्टी पर नियंत्रण के लिए संघर्ष कर रहे दिवंगत राम विलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने कहा है कि जनता दल यूनाइटेड पार्टी को तोड़ने की साजिश तब से कर रही है, जब उनके पिता जीवित थे.
उन्होंने कहा, "जब मैं बीमार था तो वे अपनी साज़िश में कामयाब हो गए."
चिराग पासवान ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "जब मेरे पिता अस्पताल में थे, तभी से कुछ लोग पार्टी तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. मेरे पिता ने ये बात पार्टी नेताओं को कही थी. इसके बारे में मेरे चाचा पशुपति कुमार पारस को भी बताया था. लेकिन कुछ लोग उस संघर्ष के लिए तैयार नहीं थे, जिनसे होकर हम गुजरे थे."
पशुपति कुमार पारस को लेकर चिराग ने कहा, "जब मेरे पिता और एक दूसरे चाचा का निधन हुआ तो मैं उन्हें देखा करता था. जब मेरे पिता मुझे छोड़कर चले गए तो मैं अनाथ नहीं हुआ था. लेकिन जब मेरे चाचा ने ऐसा किया तो मैं अनाथ हो गया."
पार्टी अध्यक्ष पद से हटाए जाने पर चिराग ने कहा, "लोकसभा में पार्टी नेता की नियुक्ति का फैसला संसदीय समिति करती है न कि निर्वाचित सांसद.... ऐसा कहा जा रहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से मुझे हटा दिया गया है. लेकिन पार्टी के संविधान के मुताबिक़ राष्ट्रीय अध्यक्ष को पद से तभी हटाया जा सकता है जब कि उसकी मृत्यु हो जाए या फिर वो इस्तीफा दे दे."
"मेरे बीमार रहने के दौरान इस साजिश को अंजाम दिया गया. मैंने उस वक्त अपने चाचा जी से भी बात करने की कोशिश की लेकिन मैं नाकाम रहा."
कोवैक्सीन में नवजात बछड़े के सीरम पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया स्पष्टीकरण
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा है कि स्वदेश में निर्मित कोविड वैक्सीन कोवैक्सीन में नवजात बछड़े के सीरम के इस्तेमाल को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट में तथ्यों को तोड़ा-मरोड़कर और गलत संदर्भों में पेश किया गया है.
मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, "नवजात बछड़े के सीरम का इस्तेमाल केवल वीरो सेल्स तैयार करने और उसकी ग्रोथ में इस्तेमाल किया जाता है. गाय और अन्य जानवरों के सीरम का इस्तेमाल दुनिया भर में वीरो सेल्स को विकसित करने की सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है."
वीरो सेल्स का इस्तेमाल जीवित कोशिकाओं को तैयार करने में किया जाता जिनसे वैक्सीन के उत्पादन में मदद मिलती है. ये तकनीक दशकों से पोलियो, रैबीज और इन्फ्लुएंज़ा की वैक्सीन तैयार करने में इस्तेमाल की जा रही है.
विकसित हो जाने के बाद वीरो सेल्स को पानी और केमिकल्स से कई बार धोया जाता है ताकि वो नवजात बछड़े के सीरम से मुक्त हो जाए. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि इसके बाद वीरो सेल्स को कोरोना वायरस से संक्रमित किया जाता है ताकि इस वायरस को विकसित किया जा सके.
कोरोना वायरस को विकसित करने की प्रक्रिया में वीरो सेल्स पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं. इसके बाद तैयार किए वायरस को निष्क्रिय कर उसका शुद्धिकरण किया जाता है. इस निष्क्रिय वायरस का इस्तेमाल अंतिम उत्पाद वैक्सीन बनाने में किया जाता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के मुताबिक़ वैक्सीन के निर्माण की अंतिम प्रक्रिया में नवजात बछड़े के सीरम का इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
"इसलिए कोवैक्सीन में नवजात बछड़े का सीरम किसी भी तरह से नहीं होता है. नवजात बछड़े का सीरम अंतिम प्रोडक्ट का हिस्सा नहीं होता है."