राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) में टूट के बाद अलग-थलग पड़े चिराग पासवान को साथ लाने की कवायद में जुट गई है. एक तरफ आरजेडी विधायक भाई बिरेंद्र ने मंगलवार को चिराग को तेजस्वी के साथ हाथ मिलाने का ऑफर दिया था तो दूसरी तरह आज फिर चिराग के समर्थन में आरजेडी ने अपनी आवाज बुलंद की है.
आरजेडी प्रवक्ता और पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव ने कहा है कि जिस तरीके से चाचा पशुपति पारस ने चिराग पासवान को लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पद से हटाया है, वो लोक जनशक्ति पार्टी के संविधान के विरुद्ध हैं.
उन्होंने कहा, "लोक जनशक्ति पार्टी का जो अपना संविधान है उसके हिसाब से चिराग पासवान ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. पशुपति पारस उन पांच सांसदों के संसदीय दल के नेता हैं ना कि लोक जनशक्ति पार्टी संसदीय दल के."
इसे भी क्लिक करें --- LJP में टूटः चाचा-भतीजे की लड़ाई बढ़ी, चिराग समर्थकों ने पारस गुट के सांसदों की तस्वीर पर पोती कालिख
शक्ति सिंह ने कहा कि एलजेपी के संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव पार्टी के सभी जिला अध्यक्ष, विभिन्न प्रदेशों के अध्यक्ष और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य करते हैं और केवल यही लोग तय कर सकते हैं कि एलजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा या फिर कौन नहीं.
पूर्व विधायक यादव ने कहा, "पशुपति पारस के चाहने या ना चाहने से कुछ नहीं होता है. लोक जनशक्ति पार्टी के ऊपर फिलहाल चिराग पासवान का ही कब्जा है. मंत्री पद और पैसे के लालच में पशुपति पारस ने पार्टी को तोड़ा है और इसको लेकर बिहार की जनता में बहुत आक्रोश है."