कर्नाटक के बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल भारतीय क्रिकेट में उभरते हुए सितारे हैं। इस साल सैयद मुश्ताक अली और विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने आईपीएल 2021 में भी अपना जलवा दिखाया। वे अब भारतीय टीम के लिए अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। क्रिकेट की तरह ही बाएं हाथ के बल्लेबाज पडिक्कल की कहानी काफी रोमांचक है। वे केरल में पैदा हुए और कर्नाटक में अपना नाम कमाया। यहां तक कि उन्हें अपने आदर्श राहुल द्रविड़ के स्कूल में पढ़ने का भी मौका मिला।

पडिक्कल जब 11 साल के थे तब उनके माता-पिता निजी कारणों से बेंगलुरु में शिफ्ट हो गए। वहीं से उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया। वे कर्नाटक इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिकेट में ट्रेनिंग करते थे। पडिक्कल के आदर्श राहुल द्रविड़ थे। सौभाग्य से वे कर्नाटक में क्रिकेट खेल रहे थे। उन्होंने उसी स्कूल में पढ़ाई की जिसमें द्रविड़ पढ़े थे। वह सेंट जोसेफ बॉयज स्कूल था। पडिक्कल को द्रविड़ के अलावा गौतम गंभीर की बल्लेबाजी देखना पसंद था। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज का चयन 2017 में सबसे कर्नाटक प्रीमियर लीग में हुआ था।

कर्नाटक प्रीमियर लीग में पडिक्कल ने ओपनिंग करते हुए बेलारी टस्कर्स की ओर से खेलते हुए बेंगलुरु ब्लास्टर्स के खिलाफ 72 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी। उन्होंने इमर्जिंग प्लेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। पडिक्कल कर्नाटक के लिए अपने पहले फुल फर्स्ट क्लास सीजन में धमाका किया था। तीनों फॉर्मेट को मिलाकर उन्होंने 1838 रन बनाए थे। विजय हजारे ट्रॉफी में पडिक्कल ने टीम के 42.7% और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 36.13% रन बनाए। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2019-20 में उन्होंने सबसे ज्यादा 33 छक्के जड़े थे। उनके द्वारा बनाए गए सबसे ज्यादा 580 रनों की बदौलत कर्नाटक की टीम दूसरी बार टूर्नामेंट जीतने में सफल रही थी।

पडिक्कल के नाम अर्धशतकों का एक अनोखा रिकॉर्ड है। वे फर्स्ट क्लास (77 रन), लिस्ट-ए (58 रन), टी20 (नाबाद 53 रन) और आईपीएल (56 रन) के डेब्यू मैच में अर्धशतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं। उन्होंने इस साल विजय हजारे ट्रॉफी में चार शतक लगाए। वे सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे स्थान पर थे। पृथ्वी शॉ ने 827 और पडिक्कल ने 737 रन बनाए थे। आईपीएल 2020 में देवदत्त इमर्जिंग प्लेयर बने थे। उन्होंने आईपीएल 2021 में शतक ठोक कर भारतीय टीम के लिए अपना दावा मजबूत कर लिया है।