देहरादून
कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को तबाह कर दिया है। इससे देवभूमि उत्तराखंड भी अछूता नहीं रहा है। अब यहां से चौंकाने वाला एक मामला सामने आया है।उत्तराखंड में कोरोना के 16 तरह के वैरिएंट पाए गए हैं।उत्तराखंड में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग में पता लगा है कि राज्य भर में कोविड-19 वायरस के कम से कम 16 तरह के वैरिएंट सक्रिय हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार 531 नमूनों की रिपोर्ट आनी बाकी है। जिन 285 नमूनों की रिपोर्ट आई है, उनमें से 208 में कोरोना का मूल रूप पाया गया।
वहीं, यूके वैरिएंट के 32 नमूने मिले और एक नमूने में B 16171 वैरिएंट पाया गया। दो में B 16172 वैरिएंट है और 42 अन्य तरह के नमूनों के साथ पाए गए हैं। नमूनों को मार्च के अंत में जांच के लिए भेजा गया था। उत्तराखंड में इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोजेक्ट के प्रभारी डॉ पंकज कुमार के अनुसार प्रदेश में मारक वेरियंट के तीन ही नमूने मिले हैं।
कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को तबाह कर दिया है। इससे देवभूमि उत्तराखंड भी अछूता नहीं रहा है। अब यहां से चौंकाने वाला एक मामला सामने आया है।उत्तराखंड में कोरोना के 16 तरह के वैरिएंट पाए गए हैं।उत्तराखंड में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग में पता लगा है कि राज्य भर में कोविड-19 वायरस के कम से कम 16 तरह के वैरिएंट सक्रिय हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार 531 नमूनों की रिपोर्ट आनी बाकी है। जिन 285 नमूनों की रिपोर्ट आई है, उनमें से 208 में कोरोना का मूल रूप पाया गया।
वहीं, यूके वैरिएंट के 32 नमूने मिले और एक नमूने में B 16171 वैरिएंट पाया गया। दो में B 16172 वैरिएंट है और 42 अन्य तरह के नमूनों के साथ पाए गए हैं। नमूनों को मार्च के अंत में जांच के लिए भेजा गया था। उत्तराखंड में इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोजेक्ट के प्रभारी डॉ पंकज कुमार के अनुसार प्रदेश में मारक वेरियंट के तीन ही नमूने मिले हैं।