आईसीसी टेस्ट चैंपयनशिप का फाइनल मुकाबला 18 से 22 जून तक इंग्लैंड के साउथैम्पटन में खेला जाएगा। खिताबी मुकाबला न्यूजीलैंड और भारत के बीच खेला जाएगा। केन विलियमसन और विराट कोहली लगातार दूसरी बार आईसीसी के किसी इवेंट के नॉकआउट मैच में आमने-सामने होंगे। कोहली 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मिली हार का बदला लेने उतरेंगे। साथ ही वे आईसीसी इवेंट्स में टीम इंडिया के पिछले रिकॉर्ड को सुधारने उतरेंगे।

पिछले 8 साल में भारतीय टीम 5 आईसीसी नॉकआउट मैचों में हारी है। वह एक भी ट्रॉफी नहीं जीत सकी है। भारत 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में आखिरी बार आईसीसी टूर्नामेंट जीता था। तब टीम इंडिया ने फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को हरा दिया था। इसके बाद 2014 टी20 वर्ल्ड कप में भारत को फाइनल में श्रीलंकाई टीम ने हराया था। तब धोनी कप्तान थे। 2015 वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में टीम इंडिया को मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने हरा दिया था। फिर 2016 टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ हार मिली थी। दोनों मैचों में धोनी ही कप्तान थे।

धोनी के कप्तानी से हटने के बाद कोहली को कमान मिली। भारतीय फैंस और टीम मैनेजमेंट को उम्मीद थी कि विराट इस क्रम को तोड़ने में कामयाब होंगे। लेकिन, ऐसा नहीं हो सका। कोहली ने धोनी के कप्तानी से हटने के बाद तीन आईसीसी टूर्नामेंट में टीम इंडिया की कमान संभाली है। उन्हें 2017 चैंपियंस ट्ऱॉफी के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ शर्मनाक हार झेलनी पड़ी थी।

भारत को 2019 वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने हराया था। यह धोनी के इंटरनेशनल करियर का आखिरी मैच साबित हुआ। अब कोहली की नजर आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीतने पर है। भारतीय टीम टेस्ट रैंकिंग में पहले पायदान पर है। उसका प्रदर्शन भी शानदार रहा है। उसने ऑस्ट्रेलिया के बाद इंग्लैंड से भी टेस्ट सीरीज में हराया है। ऐसे में विराट सेना से फैंस को 8 साल बाद एक आईसीसी ट्रॉफी की उम्मीद है।