केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने शुक्रवार को बताया कि राज्य में लॉकडाउन को 23 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है।इस बीच महाराष्ट्र में इस साल कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े का विश्लेषण करने पर ये जानकारी सामने आई है कि कोरोना मामलों में मृत्यु दर में 60 फीसदी की कमी आई है।लेकिन पिछले साल से इस बार कोरोना के मामलों की संख्या 44 फीसदी बढ़ी है। अपवाद सिर्फ 10 साल से कम उम्र के बच्चों के मामले में है। जहां मृत्यु दर पिछले साल जैसी ही रही है।

देश में कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। रोजाना यहां हजारों की संख्या में लोगों की मौत हो रही है, वहीं लाखों लोग संक्रमित पाये जा रहे हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में एक दिन में 3,43,144 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद कोविड-19 के मामले बढ़कर 2,40,46,809 हो गए हैं जबकि 4,000 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 2,62,317 हो गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 37,04,893 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 15.41 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 83.50 प्रतिशत हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 2,00,79,599 हो गई है जबकि संक्रमण से मृत्यु दर 1.09 फीसदी दर्ज की गई है।

देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या पिछले साल सात अगस्त को 20 लाख को पार कर गई थी। वहीं कोविड-19 मरीजों की संख्या 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के आंकड़े को पार कर गई थी।

इसके बाद 28 सितंबर को कोविड-19 के मामले 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख, 19 दिसंबर को एक करोड़ के पार हो गए थे। भारत ने चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए दो करोड़ मामलों का आंकड़ा पार कर लिया था।