बंगाल हिंसा मामले में एक याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करके राज्य में आर्टिकल 356 के तहत राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। पश्चिम बंगाल में चुनावी नतीजों के बाद हुई हिंसा को लेकर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्वनर जगदीप धनखड़ से बात की। इस बारे में धनखड़ ने बताया, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे फोन किया, बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर क्षोभ जाहिर किया।” इसी बीच, बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा सूबे पहुंचे हैं।

इससे पहले, भाजपा ने को आरोप लगाया कि राज्य प्रायोजित हिंसा के कारण पश्चिम बंगाल आज जल रहा है। तृणमूल कांग्रेस की तुलना नाजियों से करते हुए भाजपा ने पश्चिम बंगाल सरकार को फासीवादी करार दिया। भाजपा ने सोमवार को आरोप लगाया था कि चुनाव परिणाम आने के बाद पश्चिम बंगाल में उसके चार कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है। आठ चरणों में मतदान संपन्न होने के बाद रविवार को हुई मतगणना में तृणमूल कांग्रेस ने शानदार सफलता हासिल की और लगातार तीसरी बार सत्ता पर कब्जा जमाया।

ममता बनर्जी पांच मई को तीसरी बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कोविड-19 संकट के चलते समारोह में कुछ ही व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। इससे पहले, बनर्जी ने नियमों का पालन करते हुए राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। धनखड़ ने ट्वीट किया, ”मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुझसे मुलाकात की और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंपा, जिसके स्वीकार कर लिया गया। उनसे वैकल्पिक व्यवस्था होने तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया गया है।”

धनखड़ ने ट्वीट किया, ”टीएमसी द्वारा ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल की 17वीं विधानसभा का नेता चुने जाने का संप्रेषण मिलने के बाद बनर्जी को पांच मई पूर्वाह्न 10 बजकर 45 मिनट पर मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के लिये राजभवन आमंत्रित किया गया है।” तृणमूल विधायकों ने मौजूदा विधानसभा के अध्यक्ष विमान बनर्जी को नयी विधानसभा का कार्यवाहक अध्यक्ष चुना है। टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी ने यहां पार्टी मुख्यालय में हुई विधायकों की बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ”नव-निर्वाचित सदस्य छह मई को विधानसभा में शपथ लेंगे।”