नव्य का अर्थ होता है- नया या नवीन। अमर उजाला 'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है नव्य। प्रस्तुत है सुमित्रानंदन पंत की कविता: विगत सभ्यता का गुण...
आज से युगों का सगुण
विगत सभ्यता का गुण,
जन जन में, मन मन में
हो रहा नव विकसित,
नव्य चेतना सर्जित !
आ रहा भव नूतन
जानता जग का मन
स्वर्ण हास्य मय नूतन
भावी मानव जीवन,
आनता अंतर्मन !
जा रहा पुराचीन
तर्जन कर गर्जन कर
आ रहा चिर नवीन
वर्षण कर, सर्जन कर!
तमस का घन अपार,
सूखी सृष्टि वृष्टि धार,
गरजता,अहंकार
हृदय भार !
हे अभिनव, भू पर उतर,
रज के तम को छू कर
स्वर्ण हास्य से भर दो,
भू मन को कर भास्वर !
सृजन करो नव जीवन,
नव कर्म, वचन, मन !
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3 वर्ष पहले
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