सलमान खान और जॉन अब्राहम में बॉक्स आॅफिस जीतने की जंग शुरू है। बॉलीवुड मानता है कि सलमान को ईद पर चुनौती देना आसान नहीं है। बावजूद इसके सलमान खान की ‘राधे’ के सामने से जॉन अब्राहम की ‘सत्यमेव जयते 2’ हटने के लिए तैयार नहीं है। दोनों फिल्में सिनेमाघरों में एक ही दिन रिलीज होंगी। ‘राधे’ सलमान खान और उनके भाई सोहेल खान ने बनाई है, तो ‘सत्यमेव जयते’ टी सीरीज ने। दोनों पक्ष अपनी अपनी फिल्म की कामयाबी की रणनीति तैयार कर रहे हैं। पिस्तौलें तन गई हैं। बस गोलियां जुटाने की जद्दोजहद हो रही है। जिसके पास जितनी गोलियां होंगी, वह उतना मजबूत होगा। गोलियां यानी सिनेमाघर। तो ज्यादा सिनेमाघर जुटाने की जुगत भिड़ाई जा रही है।

जब सिनेमा मालिक खुद सलमान खान के पास जाकर अरदास कर रहे हों कि भाई ईद पर अपनी फिल्म हमारे सिनेमाघरों में लगा दो ताकि कोरोना से ठप पड़ा धंधा चले, तो सलमान खान को सिनेमाघर जुटाने की जुगत क्यों भिड़ानी पड़ेगी? हां, जॉन की फिल्म का वितरण करने वाली कंपनी, एए फिल्म्स, को यह काम करना पड़ेगा। और जैसी कि खबरें हैं ‘सत्यमेव जयते 2’ रिलीज करने वाली एए फिल्म्स ने यह काम शुरू कर दिया है।

कहा जा रहा है कि एए फिल्म्स ने सिनेमाघरों के मालिकों से अनुबंध तैयार करवाया है कि एए फिल्म्स अपनी अगली फिल्म ‘केएफजी चैप्टर 2’ उन्हीं सिनेमाघरों के मालिकों को देगी, जो ईद पर ‘राधे’ के बजाय ‘सत्यमेव जयते 2’ लगाएंगे। ‘केएफजी चैप्टर 2’ पांच भाषाओं- हिंदी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम, में बनी फिल्म है। हिंदी में इसके वितरण अधिकार फरहान अख्तर की कंपनी एक्सेल और अनिल थाडानी की एए फिल्म्स ने खरीदे हैं। हालांकि निर्माता पहले भी ऐसे अनुबंध करते रहे हैं।

ऐसा ही अनुबंध 2012 में यश चोपड़ा की कंपनी यशराज फिल्म्स ने सिनेमा मालिकों से किया था। अनुबंध था कि शाहरुख खान अभिनीत ‘एक था टाइगर’ उन्हीं सिनेमाघरों को दी जाएगी जो तीन महीने बाद दिवाली पर दूसरी फिल्मों के बजाय यशराज फिल्म्स की ‘जब तक है जान’ को अपने सिनेमाघरों में लगाएंगे। तब ‘जब तक है जान’ के सामने थी अजय देवगन की ‘सन आॅफ सरदार’। जाहिर है इस अनुबंध के चलते अजय देवगन को सिनेमाघर मिलने में परेशानी हुई। तब देवगन ने यशराज कंपनी के खिलाफ कानूनी नोटिस जारी किया और कॉम्पटीशन कमिश्नर आॅफ इंडिया में जाकर शिकायत दर्ज करवाई थी।

अब यशराज की तरह एए फिल्म्स भी ‘सत्यमेव जयते 2’ के लिए ज्यादा से ज्यादा सिनेमाघर पाने के लिए यही काम कर रही है। हालांकि 2012 में अजय देवगन की शिकायत कॉम्पटीशन कमिश्नर आॅफ इंडिया ने यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि यशराज फिल्म पर मोनोपॉली का आरोप नहीं लगाया जा सकता, क्योंकि उसने देश की 6327 सिंगल स्क्रीन में से सिर्फ 2300 स्क्रीन ही बुक की थी। तब ‘सन आॅफ सरदार’ 1700 स्क्रीन पर बुुक की गई थी। यानी बॉलीवुड में इतिहास फिर दोहराया जा रहा है।