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बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार से पूछा- राज्य में मास्क न पहनने पर अलग-अलग जुर्माना क्यों?

वकील असीम सरोडे के जरिए दाखिल की गई याचिका में कहा गया है, 'वसूला जाने वाला मोटा जुर्माना आम लोगों पर बोझ बन गया है, जो पहले से ही लॉकडाउन की वजह से दबाव में हैं.' 

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महाराष्ट्र में कोविड-19 केसों की संख्या फिर बढ़ रही है
महाराष्ट्र में कोविड-19 केसों की संख्या फिर बढ़ रही है
स्टोरी हाइलाइट्स
  • वकील असीम सरोडे ने दाखिल की याचिका
  • राज्य में मास्क पर अलग अलग जुर्माना क्यों?
  • याचिका में मास्क को लेकर मूक बधिरों की दिक्कतों का भी हवाला

बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार से पूछा है कि राज्य भर में मास्क नहीं पहनने पर एक जैसा जुर्माना क्यों नहीं है? कोर्ट ने ये भी पूछा है कि मूक-बधिर लोगों के लिए अलग तरह के मास्क क्यों नहीं हो सकते जिन्हें दूसरे लोगों के मास्क पहने होने की वजह से लिप-रीडिंग में दिक्कत होती है. महाराष्ट्र में कोविड-19 केसों की संख्या फिर बढ़ रही है. ऐसे में राज्य सरकार महामारी पर काबू रखने के लिए लोगों से मास्क पहनने की अपील कर रही है. अपील पर असर नहीं होता देख सरकार ने स्थानीय अधिकारियों को मास्क न पहनने वालों से जुर्माना वसूलने के लिए कहा है.  

जस्टिस एसपी देशमुख और जस्टिस जीएस कुलकर्णी की खंडपीठ ने एक जनहित याचिका (पीआईएल) की सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र सरकार से सवाल पूछे. लोकशाहीवादी बालासाहेब सरोडे स्मृति प्रबोधन उपक्रम की ओर से दाखिल इस याचिका में कहा गया है कि राज्य में जुर्माना वसूलने में एकरूपता नहीं है, ये अलग अलग जगहों पर अलग अलग है. वकील असीम सरोडे के जरिए दाखिल की गई याचिका में कहा गया है, 'वसूला जाने वाला मोटा जुर्माना आम लोगों पर बोझ बन गया है, जो पहले से ही लॉकडाउन की वजह से दबाव में हैं.' 

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एक जैसा जुर्माना क्यों नहीं? 

याचिका में कोर्ट से सरकार को निर्देश देने का आग्रह किया गया है कि सब जगह पर एक जैसा जुर्माना लगाया जाए, साथ ही जुर्माना वसूलने के बाद मुफ्त मास्क उपलब्ध कराया जाए. सरोडे ने कोर्ट को बताया कि महाराष्ट्र के विभिन्न नगर निगमों में 100 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक जुर्माना वसूला जा रहा है. याचिका में मास्क को लेकर ऐसे लोगों की दिक्कतों का भी हवाला दिया, जिन्हें बोलने और सुनने में दिक्कत है. खंडपीठ ने याचिका की सुनवाई के दौरान कहा, महामारी अभी रहने वाली है, हम पूरी तरह भुला चुके हैं कि ऐसे लोगों के लिए स्पेशल मास्क होने चाहिए. नहीं तो आप उन्हें पहचानेंगे कैसे? और एक जैसा जुर्माना क्यों नहीं वसूला जा सकता? हर निगम की क्यों अपनी नीति है और क्यों पुलिस जुर्माना वसूल रही है?

अपने ही पुराने रिकॉर्ड को तोड़ रहे हैं कोरोना वायरस के नए मामले

देश में सबसे अधिक भयावह स्थिति महाराष्ट्र से सामने आई है, जहां बीते दिन 31 हजार से अधिक कोरोना के केस दर्ज हुए. महाराष्ट्र में हर दिन कोरोना वायरस के नए मामले अपने ही पुराने रिकॉर्ड को तोड़ रहे हैं. यही कारण है कि अब राज्य के कई शहरों में सम्पूर्ण लॉकडाउन लग चुका है. महाराष्ट्र में अब एक्टिव केस की संख्या भी ढाई लाख हो गई है, जो पूरे देश के आंकड़ों के आधे से अधिक केस हैं.  

 

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