पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ ‘झूठ और अफवाह फैलाने के लिए’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोमवार को आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस बार मतदाता राज्य में सभी 294 निर्वाचन क्षेत्रों में ‘दीदी बनाम भाजपा’ के मुकाबले का गवाह बनेंगे। कोविड-19 टीकाकरण प्रमाण पत्रों पर प्रधानमंत्री की तस्वीर शामिल किए जाने को लेकर कटाक्ष करते हुए बनर्जी ने कहा कि ‘वह दिन दूर नहीं, जब समूचा देश उन्हीं के नाम पर होगा।’

पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार सत्ता में आने का भरोसा जताते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘सभी 294 सीटों पर मेरे और भाजपा के बीच मुकाबला है।’ उन्होंने कहा, ‘वे (भाजपा नेता) केवल चुनाव के दौरान बंगाल आएंगे और अफवाह तथा झूठ फैलाएंगे। वह हमें महिलाओं की सुरक्षा पर सीख दे रहे हैं। भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं की क्या स्थिति है? मोदी के पसंदीदा गुजरात में क्या हालात हैं?’

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री के नाम पर स्टेडियम का नाम रखा गया। कोविड-19 टीकाकरण प्रमाणपत्रों में उनकी तस्वीरें लगाई गईं। एक दिन आएगा जब समूचा देश उनके नाम पर होगा।’ महिलाएं पश्चिम बंगाल में सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं, प्रधानमंत्री के इस दावे को खारिज करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘अगर ऐसी बात होती तो वे रात में आजादी से घूम नहीं पातीं।’

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को ‘आदर्श राज्य’ गुजरात समेत सभी भाजपा शासित राज्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जहां मीडिया की खबरों के मुताबिक पिछले दो साल से हर दिन दुष्कर्म की चार घटनाएं और दो हत्याएं हो रही हैं। मध्य कोलकाता में कॉलेज स्कवायर इलाके में तृणमूल कांग्रेस की रैली शुरू हुई और यह करीब पांच किलोमीटर दूर दोर्नियां क्रॉसिंग पर खत्म हुई। पार्टी की वरिष्ठ नेता चंद्रिमा भट्टाचार्य और माला रॉय भी मार्च में शामिल हुईं। रैली में पार्टी की अन्य महिला उम्मीदवारों ने भी हिस्सा लिया।

इधर टीएमसी के पांच और वर्तमान विधायक सोमवार को पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। वहीं, मालदा जिला परिषद का नियंत्रण भी तृणमूल कांग्रेस से छिनकर भाजपा के हाथ में चला गया। चार बार की विधायक एवं दशकों से टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी की करीबी सहयोगी रहीं सोनाली गुहा और सिंगूर आंदोलन का एक प्रमुख चेहरा रहे 80 वर्षीय रवींद्रनाथ भट्टाचार्य भाजपा में शामिल हो गए क्योंकि उन्हें चुनाव में टिकट नहीं दिया गया था।

गत पांच मार्च को जारी टीएमसी उम्मीदवारों की सूची में नाम नहीं होने के बाद चार बार के विधायक 85 वर्षीय जटू लाहिरी और पहली बार विधायक बने पूर्व फुटबॉलर दीपेंदु विश्वास ने भी पाला बदल लिया। उन्हें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष द्वारा शुभेंदु अधकारी और मुकुल रॉय जैसे अन्य नेताओं की उपस्थिति में पार्टी के झंडे सौंपे गए। तृणमूल कांग्रेस के एक और विधायक शीतल सरदार भी बाद में भाजपा में शामिल हुए।

खराब स्वास्थ्य के कारण मालदा जिले की हबीबपुर सीट से टीएमसी उम्मीदवार से हटाई गईं सरला मुर्मू ने भी पाला बदल लिया। कुछ ही घंटे पहले ‘खराब स्वास्थ्य’ के कारण उनकी सीट पर किसी अन्य को उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा की गई थी। ऐसी अटकलें थीं कि वह भाजपा में शामिल हो सकती हैं क्योंकि उन्हें वह सीट नहीं मिली थी, जो वह चाहती थीं।

पार्टी ने सुबह में उनकी जगह प्रदीप बासकी के नाम की घोषणा की थी। हाल के महीनों में मंत्रियों सहित टीएमसी के कई विधायक भाजपा में शामिल हुए हैं। भाजपा ने साथ ही 38 सदस्यीय मालदा जिला परिषद का भी नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया क्योंकि 22 सदस्यों ने पाला बदल लिया। इस बीच, बांग्ला अभिनेत्री तनुश्री चक्रवर्ती भी भाजपा में शामिल हुईं। राज्य में विधानसभा चुनाव 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में होंगे। मतों की गिनती 2 मई को होगी।