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कोरोना दुनिया में:वैक्सीनेशन के मामले में अमेरिका और ब्रिटेन सबसे आगे, यूरोप के देश टॉप-5 में भी नहीं

वॉशिंगटन3 वर्ष पहले
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फोटो ब्रिटेन की है। यहां वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक सेंटर पर जाकर इसकी प्रोसेस देखी। - Dainik Bhaskar
फोटो ब्रिटेन की है। यहां वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक सेंटर पर जाकर इसकी प्रोसेस देखी।

दुनिया के कई देशों में कोरोना वेक्सीनेशन रफ्तार पकड़ रहा है। अमेरिका इस मामले में सबसे आगे है। यहां कुल आबादी के करीब 10% यानी 3.60 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। ब्रिटेन 1.14 करोड़ लोगों को टीका लगाकर दूसरे नंबर पर है।

हैरानी की बात है कि अमीर माने जाने वाले यूरोप के देश इस मामले में बहुत पीछे रह गए हैं। वे टॉप-5 में भी नहीं हैं। जर्मनी में अब तक 3% से भी कम आबादी को वैक्सीन लगाई गई है। वैक्सीनेशन के मामले में पीछे रहने की वजह से यूरोपियन यूनियन की आलोचना होती रही है।

यूरोप के 3 बड़े देशों का हाल
1. स्पेन : ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन की पहली खेप पहुंची
ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की पहली खेप स्पेन पहुंच चुकी है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि इस वीकेंड पर वैक्सीन के 1.96 लाख डोज मिल गए हैं। जल्द की देश में वैक्सीनेशन की शुरुआत हो जाएगी। उन हेल्थ केयर वर्कर्स को सबसे पहले वैक्सीन लगाई जाएगी, जिन्हें पहले प्रायोरिटी वाले ग्रुप में शामिल नहीं किया गया था। स्पेन ने शुक्रवार को ही कहा था कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का इस्तेमाल सिर्फ 18 से 55 साल के लोगों पर ही किया जाएगा।

स्पेन में कोरोना के 29.71 लाख केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 61,386 की मौत हो गई।
स्पेन में कोरोना के 29.71 लाख केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 61,386 की मौत हो गई।

स्पेन को इस महीने कुल 18.10 लाख वैक्सीन मिलने की उम्मीद है। यहां एस्ट्रेजेनेका के अलावा फाइजर और मॉडर्ना वैक्सीन को मंजूरी मिली है। तीनों के 40 लाख डोज लगाए जाएंगे। 4.67 आबादी वाले स्पेन में कोरोना के 29.71 लाख केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 61,386 की मौत हो गई।

2. जर्मनी : 3% से भी कम लोगों का वैक्सीनेशन
जर्मनी में अब तक 30 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी गई है। देश की सबसे बड़ी पब्लिक हेल्थ अथॉरिटी रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट ने सोमवार को बताया कि कुल 32.69 लाख लोगों को टीका लगाया गया है। इनमें 22.87 लाख लोगों को पहला और 9.81 लाख लोगों को दूसरा डोज दिया गया है। देश की महज 2.8% आबादी अब तक इसके दायरे में आ पाई है।

जर्मनी में अब तक कुल 32.69 लाख लोगों को टीका लगाया गया है।
जर्मनी में अब तक कुल 32.69 लाख लोगों को टीका लगाया गया है।

पिछले हफ्ते ही जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा था कि 21 सितंबर तक देश में सभी को कोरोना वैक्सीन लगा दी जाएगी। उन्होंने इसके लिए नेशनल वैक्सीनेशन प्लान का भी ऐलान किया था। इसे आगे बढ़ाने के लिए फेडरल और राज्य सरकारें बुधवार को मीटिंग करेंगी। इस बीच हेल्थ मिनिस्टर जेन्स स्पैन ने आशंका जताई थी कि अगले 10 हफ्तों के लिए वैक्सीन की सप्लाई में कमी आ सकती है।

3. इटली : नए वैरिएंट के मरीज मिलने के बाद नए रेड जोन बनाए
इटली में कोरोना के ब्रिटेन, ब्राजील और साउथ अफ्रीकी वैरिएंट के मरीज मिलने के बाद नए रेड जोन बनाए गए हैं। ये रेड जोन उन्हीं इलाकों में बनाए गए हैं, जहां नए वैरिएंट के मरीजों की पहचान की गई थी। यहां लोगों के घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगाई गई है। सिर्फ जरूरी काम और मेडिकल रीजन से ही बाहर जाने की इजाजत है। ये पाबंदियां 21 फरवरी तक के लिए लगाई गई हैं।

इटली में कोरोना के नए वैरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है। यहां अब तक करीब 25 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई है।
इटली में कोरोना के नए वैरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है। यहां अब तक करीब 25 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई है।

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने शनिवार को बताया कि हाल में 44 सैंपल में ब्रिटेन और ब्राजील के वैरिएंट का पता लगाया गया था। इटालियन हेल्थ इंस्टीट्यूट के मुताबिक, इनकी वजह से 2 राज्यों में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इटली में करीब 25 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई है।

दुनिया में अब तक 10.68 करोड़ केस
दुनिया में अब तक 10 करोड़ 68 लाख 18 हजार से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 7 करोड़ 85 लाख 63 हजार से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं। 23 लाख 30 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। अभी 2 करोड़ 57 लाख मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है। इनमें करीब 1 लाख की हालत गंभीर है।

वायरस के नए स्ट्रेन पर बेअसर है ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन
ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन को लेकर एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मालूम चला है कि ये वैक्सीन कोरोना के नए स्ट्रेन पर ज्यादा असरदार नहीं हैं। वैज्ञानिकों ने रिपोर्ट में वैक्सीन को 'निराशाजनक' बताया है। इसके बाद साउथ अफ्रीका की सरकार ने वैक्सीन की सप्लाई पर रोक लगा दी है।

यहां के स्वास्थ्य मंत्री ज्वेली माखिसे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एस्ट्राजेनेका की तरफ से साउथ अफ्रीका को 10 लाख डोज मिल चुके हैं। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है, लेकिन वैज्ञानिकों की स्टडी के बाद आगे की सप्लाई को होल्ड कर दिया गया है। ज्वेली ने बताया कि साउथ अफ्रीका में 90% केस कोरोना के नए स्ट्रेन के ही हैं। ऐसे में अगर वैक्सीन ही असरदार नहीं होगी तो उसे लेने का फायदा नहीं है।

दो हजार लोगों पर हुई स्टडी
वैज्ञानिकों ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का ट्रायल दो हजार लोगों पर किया। इसमें पाया गया कि ये वैक्सीन नए स्ट्रेन से मामूली बचाव करती है। कोरोना से होने वाली मौतें भी कम नहीं होती हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी वह वैज्ञानिकों के संपर्क में हैं। आगे रिपोर्ट मिलने के बाद फैसला लिया जाएगा।

अमेरिका में 2021 में 1 लाख से ज्यादा मौतें
अमेरिका में 2021 की शुरुआत में ही कोरोना से 1 लाख से ज्यादा मौतें हो गईं। जनवरी में यहां संक्रमण से 95 हजार से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई। फरवरी के इन 7 दिनों में ही 20 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। अब तक 4.75 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हर दिन यहां 1500 से 2200 लोगों की मौत हो रही हैं।

फोटो फ्लोरिडा की है। यहां फुटबॉल लीग चल रहा है, लेकिन दर्शकों की एंट्री पर बैन है। दर्शकों की मौजूदगी दिखाने के लिए पूरे स्टेडियम में हर चेयर पर दर्शकों के पोस्टर लगाए गए हैं। साउंड के जरिए दर्शकों का शोरगुल भी खिलाड़ियों को सुनाया जाता है।
फोटो फ्लोरिडा की है। यहां फुटबॉल लीग चल रहा है, लेकिन दर्शकों की एंट्री पर बैन है। दर्शकों की मौजूदगी दिखाने के लिए पूरे स्टेडियम में हर चेयर पर दर्शकों के पोस्टर लगाए गए हैं। साउंड के जरिए दर्शकों का शोरगुल भी खिलाड़ियों को सुनाया जाता है।

कैलिफोर्निया में वैक्सीनेशन का विरोध शुरू हुआ
महामारी के दौरान महीनों तक मास्क और लॉकडाउन के खिलाफ रैली करने वाले कुछ प्रदर्शनकारी अब कोविड -19 वैक्सीनेशन के विराेध में खड़े हो गए हैं। हाल ही में कुछ लोगों ने कोरोना वायरस वैक्सीन के विरोध में डोजर स्टेडियम में सामूहिक टीकाकरण स्थल के एंट्री गेट पर धावा बोल दिया।

कैलिफोर्निया में पहले भी वैक्सीन का विरोध होता रहा है। यहां अब भी वायरस फैल रहा है। पिछले हफ्ते ही कैलिफोर्निया में हर रोज औसतन 500 लोगों की मौत कोरोना से हुईं। जल्द ही यह न्यूयॉर्क को पीछे छोड़कर सबसे ज्यादा मौतों वाला राज्य बन जाएगा।

महीनों से ये कट्टर दक्षिणपंथी कार्यकर्ता मास्क पहनने के नियमों, बिजनेस लॉकडाउन, कर्फ्यू और स्वास्थ्य अधिकारियों के खिलाफ रैली कर रहे हैं। वे इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता में सरकार का हस्तक्षेप बताते रहे हैं, लेकिन अब जब मास्क और लॉकडाउन अमेरिकी जीवन हिस्सा बन गए हैं, तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने अपना विरोध और गुस्सा वैक्सीन की ओर मोड़ दिया है।

वैक्सीन लेने के लिए नेपाल पर दबाव बना रहा चीन
महामारी के दौर में भी चीन छोटे और गरीब देशों को धमका रहा है। इसका एक और उदाहरण रविवार को सामने आया। दरअसल, नेपाल के मीडिया ने कुछ डॉक्यूमेंट्स के हवाले से बताया है कि चीन ने नेपाल सरकार पर सायनोवैक वैक्सीन को खरीदने के लिए दबाव बनाया था। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, यह दबाव तब से बनाया जा रहा था जब चीन की वैक्सीन्स का एफिशिएन्सी डेटा भी मौजूद नहीं था और न ही इनकी पुष्टि हुई थी।

टॉप-10 देश, जहां अब तक सबसे ज्यादा लोग संक्रमित हुए

देश

संक्रमितमौतेंठीक हुए
अमेरिका27,616,951475,01717,355,083
भारत10,846,028155,15810,544,069
ब्राजील9,524,640231,5618,397,187
रूस3,983,19777,0683,472,091
UK3,959,784112,7981,950,886
फ्रांस3,337,04878,965232,977
स्पेन2,971,91461,386N/A
इटली2,644,70791,5802,133,523
तुर्की2,539,55926,9002,449,273
जर्मनी2,293,04262,2152,041,300

(ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus/ के मुताबिक हैं)

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