तारीख थी 27 मार्च और साल था 1973। उस दिन माया नगरी से जरा भी सरोकार रखने वाले हर शख्स एक ही बात की चर्चा कर रहा था। वो थी डिंपल कपाड़िया और राजेश खन्ना की शादी। सुपरस्टार काका की शादी कवर करने के लिए देश-विदेश के प्रिंट-टेलीविजन पत्रकारों का मजमा लगा था। ऐसा कोई सेलिब्रिटी नहीं था जो इस शादी में न पहुंचा हो, दिलीप कुमार से लेकर शत्रुघ्न सिन्हा तक।

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शादी से नाखुश थीं डिंपल की मां: 16 साल की डिंपल कपाड़िया राजेश खन्ना संग सात फेरे लेने जा रही थीं। डिंपल के पिता चुन्नीभाई कपाड़िया बेहद खुश थे क्योंकि उन्हें सुपरस्टार दामाद मिलने जा रहा था। पूरा परिवार खुश था, लेकिन डिंपल की मां बिट्टी कपाड़िया रो रही थीं। उन्हें डिंपल और राजेश खन्ना के बीच उम्र के फांसले को लेकर चिंता थी। वह इस बात को सोच-सोचकर रोए जा रही थीं कि उनकी बेटी एक ऐसे शख्स से शादी कर रही है जिसकी उम्र उनके ज्यादा करीब है।

डिंपल के एटीट्यूड से नाराज था कपूर परिवार: डिंपल कपाड़िया ने जब राजेश खन्ना से शादी की तब वो ‘बॉबी’ फिल्म की शूटिंग कर रही थीं और शादी के 8 महीनों के अंदर प्रेग्नेंट भी हो गईं। राजेश खन्ना की जीवनी ‘राजेश खन्ना: कुछ तो लोग कहेंगे’ में यासिर उस्मान लिखते हैं कि नवंबर 1973 में जब डिंपल कपाड़िया ‘बॉबी’ के प्रीमियर पर पहुंचीं तो साफ दिख रहा था कि वो प्रेग्नेंट हैं। डिंपल के इस एटीट्यूड से कपूर परिवार थोड़ा नाराज भी था।

यासिर उस्मान ने इस किताब में लिखा है कि राज कपूर के बड़े बेटे रणधीर कपूर ने एक इंटरव्यू में इसको लेकर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था, ‘बॉबी क्या थी? एक समझौतों की सीरीज। पहले डिंपल ने बीच में शादी कर ली, फिर वह प्रेग्नेंट हो गईं और यह कैमरे पर दिखने भी लगा। इसीलिए हमें प्रेम चोपड़ा का किरदार डालना पड़ा’। दरअसल, रणधीर के पिता राज कपूर ही इस फिल्म के डायरेक्टर-प्रोड्यूसर थे।

जब डिंपल के पीछे पागल हो गई इंडस्ट्री: बहरहाल, नवंबर 1973 में रिलीज हुई डिंपल की पहली फिल्म ‘बॉबी’ ब्लॉकबस्टर साबित हुई। हर तरफ इस फिल्म की चर्चा थी। पूरी इंडस्ट्री डिंपल कपाड़िया और ऋषि कपूर की एक्टिंग की मुरीद हो गई और इस जोड़ी के चर्चे होने लगे। प्रोड्यूसर-डायरेक्टर इस जोड़ी को अपनी फिल्मों में साइन करने के लिए पागल हुए जा रहे थे।

लेकिन डिंपल ने उसी वक्त माया नगरी का मोह छोड़ हाउस वाइफ बनने का निर्णय लिया। यूं तो राजेश खन्ना कहा करते थे कि ये डिंपल का निजी फैसला था, लेकिन इसको लेकर तमाम बातें हुईं। खुद डिंपल के कई इंटरव्यू में उनके फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने की टीस दिखी।

एक फिल्म के मिले 5 लाख रुपये: ‘बॉबी’ की सफलता के बाद डिंपल को तमाम फिल्मों के ऑफर मिले लेकिन उन्होंने सबको ठुकरा दिया। यासिर उस्मान राजेश खन्ना की जीवनी में डिंपल के पिता चुन्नीभाई कपाड़िया के एक इंटरव्यू का जिक्र करते हुए लिखते हैं, ‘डिंपल को उस वक्त एक फिल्म के लिए 5 लाख रुपये तक मिलते थे। जो उस जमाने में बहुत था। डिंपल के आसपास भी कोई दूसरी एक्ट्रेस नहीं थी।’ डिंपल के पिता ने इसी इंटरव्यू में कहा था कि उसने (डिंपल ने) शादी की जल्दबाजी में सब कुछ गंवा दिया।