हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में जीत के लिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। यहां से विधायक रहे श्रीकृष्ण हुड्डा का अप्रैल में निधन हो गया था। इसके बाद यह सीट खाली हो गई। विधानसभा चुनाव में श्रीकृष्ण के बाद दूसरे नंबर पर बीजेपी प्रत्याशी और रेसलर योगेश्वर दत्त रहे थे। इस बार बीजेपी ने उन्हें ही टिकट दिया है। यह सीट कांग्रेस की गढ़ मानी जाती है। ऐसे में बीजेपी प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

सांसद और कैबिनेट मंत्री यहां दिनरात अभियान में जुटे हुए हैं। उधर कांग्रेस के आला कमान ने अपने उम्मीदवार को राज्य के नेतृत्व के हाथों में सौंप दिया है। हरियाबीजेपी ने बरोदा सीट पर पूरी ताकत झोंक दी है। सीएम मनोहरलाल खट्टर, उपमुख्यमंत्री और जेजेपी चीफ दुष्यंत चौटाला के अलावा 10 सांसद प्रचार में लगे हुए हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस चीफ कुमारी शैलजा, पार्टी मामलों के प्रभारी विवेक बंसल, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने यहां कमान संभाली है।

दोनों पार्टियों की पहचान की बात करें तो उनमें कोई तुलना नहीं है। बीजेपी के स्टार कैंडिडेट योगेश्वर दत्त जाने माने ओलंपियन खिलाड़ी हैं। कांग्रेस प्रत्याशी इंदुराज नरवाल इस तुलना में लोगों के बीच कम ही जाने जाते हैं। बीजेपी और जेजेपी रोज ही यहां के गांव-गांव में जनसभाएं कर रही है तो वहीं कांग्रेस का चुनाव प्रचार कुमारी शैलजा के ही हाथ में है। खट्टर और दुष्यंत भी बाकी बचे दिनों में पूरा जोर लागने वाले हैं।

गोहाना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य के ऊर्जा मंत्री रंजीत सिंह ने कहा, ‘मैंने तो कांग्रेस के प्रत्याशी को देखी ही नहीं। 15 दिन पहले तो कोई जानता भी नहीं था कि इंदुराज नरवाल कौन हैं। अगर कांग्रेस यहां से जीत भी जाती है तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। बस कांग्रेस के नंबर 30 से 31 हो जाएँगे। अगर बीजेपी चुनाव जीतती है तो बीजेपी की 40 से 41 सीटे हो जाएंगी और बरोदा की विकास 40 गुना तेजी से होने लगेगा।’

27 अक्टूबर को बीजेपी-जेजेपी गठबंधन को एक साल पूरा हो गया है।सीएम खट्टर ने 1,848 करोड़ की लागत वाले 306 प्रोजेक्ट्स की घोषणा की है। आचार संहिता की वजह से बरोदा सीट पर किसी प्रोजेक्ट की घोषणा नहीं हो सकी। बीजेरी नेता लगातार कह रहे हैं कि बीजेपी की जीत के बाद बहुत सारे विकास के कार्य यहा होंगे। दूसरी तरफ भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीते 6 सालों में बीजेपी ने हरियाणा में बड़ा प्रोजेक्ट शुरू नहीं किया है। उसने राज्य को कर्ज में धकेल दिया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में राज्य में कॉलेज, अस्पताल, इंडस्ट्री, नई रेलवे लाइन, मेट्रो लाइन, रैपिड मेट्र, हाइवे और कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम हुआ। हुड्डा ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी के कार्यकाल में राज्य पर 2 लाख करोड़ का कर्ज हो गयाहै। वे ठीक से अपने कर्मचारियों को सैलरी और भत्ता भी नहीं दे पा रहे हैं। अब स्थिति यह हो गई है कि हरियाणा बिना कर्ज लिए कर्ज वापस भी नहीं कर सकता है।