Hindi News
›
India News
›
three women allegedly sale fake covid 19 negative reports in Bengaluru for rs 2500
{"_id":"5f9902cc07a7166d1051831d","slug":"three-women-allegedly-sale-fake-covid-19-negative-reports-in-bengaluru-for-rs-2500","type":"story","status":"publish","title_hn":"बंगलूरू : 2,500 रुपये में कोविड-19 नेगेटिव की नकली रिपोर्ट बेच रहीं तीन महिलाएं, शिकायत दर्ज","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
बंगलूरू : 2,500 रुपये में कोविड-19 नेगेटिव की नकली रिपोर्ट बेच रहीं तीन महिलाएं, शिकायत दर्ज
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बंगलूरू
Published by: Tanuja Yadav
Updated Wed, 28 Oct 2020 11:04 AM IST
विज्ञापन
कोरोना की टेस्ट किट
- फोटो : prayagraj
Link Copied
विज्ञापन
देश में कोरोना का प्रकोप जारी है, कई लोग लक्षण होने के बाद भी टेस्ट नहीं करा रहे हैं। ऐसे में बेंगलूरू में ढाई हजार रुपये में कोविड-19 के नेगेटिव के नकली सर्टिफिकेट बेचे जा रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि ये धंधा कथित तौर पर तीन महिलाओं की ओर से चलाया जा रहा है।
इन तीनों महिलाओँ में से एक महिला ब्रुहद बेंगलूरू महानगर पालिका में क्लीनिक चलाती है। बीबीएमपी की ओर से मंगलवार शाम को जारी किए गए बयान के मुताबिक, एक आशा कार्यकर्ता शांति और एक लैब टेक्नीशियन महालक्ष्मी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।
ये दोनों शैलजा नाम की डॉक्टर के साथ मिलकर कथित तौर पर नकली कोविड-19 नेगेटिव सर्टिफिकेट का व्यापार चला रही थीं। बीबीएमपी ने अपने बयान में कहा कि ये तीनों महिलाएं एक नकली सर्टिफिकेट के लिए 2,500 रुपये लेती थीं। निगम ने बताया कि शैलजा को कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर भर्ती किया गया था और इसके बाद बीबीएमपी ने डॉक्टर का कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
निगम ने अपने आधिकारिक बयान में बताया कि ये तीनों महिलाएं लोगों का रैपिड एंटीजन टेस्ट करती थीं क्योंकि ये इनके लिए आसान और सुविधाजनक था। बयान में कहा गया कि रैपिड एंटीजन टेस्ट का सहारा लेकर यह महिलाएं पकड़े जाने पर रिपोर्ट को गलत ठहरा देती हैं।
विज्ञापन
बता दें कि रैपिड एंटीजन टेस्ट को उसके गलत नतीजों के लिए जाना जाता है। इसलिए उन महिलाओं के लिए इस टेस्ट के जरिए लोगों को ठगना आसान था। इनका यह भांडा तब फूटा, जब एक टीवी रिपोर्टर ने अपने कैमरे में रंगे हाथ इन महिलाओं को पकड़ा।
कर्नाटक के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री के सुधाकर ने एलान कर दिया कि राज्य सरकार ने इन तीनों महिलाओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दी है। यह मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों को जांच के लिए भेजा गया। जांच में पाया गया कि लैब टेक्नीशियन, महिला डॉक्टर और आशा कार्यकर्ता मिलकर लोगों को झूठी और नकली कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट दे रही थीं।
विज्ञापन
तुरंत कार्रवाई करते हुए इन महिलाओं के खिलाफ एफआईआर रजिस्टर कर दी गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।