अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पूर्व सैनिकों की स्वास्थ्य देखभाल सेवा उनकी देन है…. (नहीं ऐसा भी नहीं है)….. चीन के लोगों पर उन्होंने प्रतिबंध लगाया, यह दावा भी बिल्कुल झूठा है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले ट्रंप द्वारा किए गए ऐसे ही कई दावों की हकीकत कुछ इस प्रकार है-

कोरोना विषाणु
ट्रंप : सी-एसपीएएन में रविवार को कहा कि बिना टीके के भी हम इस पर काबू पा लेंगे। यह खत्म हो जाएगा। उत्तरी कैरोलाइना में शनिवार को रैली में कहा कि हम मामले कम कर रहे हैं, हम बेहतरीन काम कर रहे हैं।

हकीकत : अमेरिकी विश्वविद्यालय जॉन होपकिन्स के आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में शुक्रवार को सर्वाधिक नए मामले सामने आए और शनिवार को 83,178 नए मामले सामने आए थे।

पूर्व सैनिक
ट्रंप: न्यू हैम्पशायर में रैली में कहा कि हमने ‘वीए च्वाइस’ को मंजूरी दी। उत्तरी कैरोलाइना में रैली में कहा कि पूर्व प्रशासन ने हमारे वेटरन्स (पूर्व सैनिकों) को धोखा दिया। मैंने वीए में सुधार किया, ‘वीए च्वाइस’ पारित किया।

हकीकत : उन्होंने ‘च्वाइस’ कार्यक्रम को पारित नहीं किया। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने किया था। ट्रंप ने इसे आगे बढ़ाया। कार्यक्रम कुछ शर्तों के तहत ‘वेटरन्स अफेयर्स सिस्टम’ के बाहर चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने की अनुमति देता है।

चीन
ट्रंप : उत्तरी कैरोलाइना में रैली में कहा कि मैंने चीन के लोगों पर देश में आने पर प्रतिबंध लगाया है, जहां यह (विषाणु) सबसे अधिक फैला था। वह मुझे ‘जीनोफोबिक’ (विदेशियों से नफरत करने वाला) कहते हैं।
हकीकत : यह झूठ है, ट्रंप ने कभी चीन पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया। बाइडेन ने उन्हें कभी ‘जीनोफोबिक नहीं बताया। अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति पद का चुनाव है।