scorecardresearch
 

Muzaffarpur: नीतीश के मंच पर चप्पल फेंकी, हुड़दंग के आरोप में चार युवक पकडे़ गए

बिहार के मुजफ्फरपुर में चुनावी सभा के बाद बाद मंच से उतरते ही युवाओं ने नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे लगाए. इस दौरान भीड़ में से किसी ने नीतीश कुमार के ऊपर चप्पल फेंकी. सीएम के कार्यक्रम में बाधा डालने के लिए पुलिस ने चार युवकों को हिरासत में लिया है.

Advertisement
X
चुनावी सभा में नीतीश पर फेंकी चप्पल (फोटो आजतक)
चुनावी सभा में नीतीश पर फेंकी चप्पल (फोटो आजतक)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नीतीश के मंच पर चप्पल फेंकी
  • पुलिस ने चार युवकों को पकड़ा
  • बिहार विधानसभा चुनाव 2020

बिहार के मुजफ्फरपुर में चुनावी सभा के बाद मंच से उतरते ही युवाओं ने नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे लगाए. इस दौरान भीड़ में से किसी ने नीतीश कुमार की तरफ चप्पल फेंकी. सीएम के कार्यक्रम में बाधा डालने के लिए पुलिस ने चार युवकों को हिरासत में लिया है. एक दिन पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुजफ्फरपुर में हुई दूसरी सभा में भी मुर्दाबाद के नारे लगे थे. तब उन्होंने कहा था कि जो जिंदाबाद है उसे सुनने जाओ.

मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखंड के चंदनपट्टी स्कूल में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सत्ता में वापस आया तो निश्चित रूप से 24 घंटे बिजली उपलब्ध रहेगी. हर घर सोलर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था होगी. साफ-सफाई के साथ टेक्नोलॉजी के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी कराई जाएगी.

चुनावी सभा में नीतीश पर फेंकी चप्पल

नीतीश ने कहा कि 15 वर्षों में तेज गति से विकास हुआ है. महिलाओं को आरक्षण, युवाओं को क्रेडिट कार्ड, छात्र-छात्राओं को साइकिल, पोशाक व छात्रवृत्ति दी गई है. 15 वर्षों में सड़कों का जाल बिछा, पुल-पुलिया के निर्माण कराए गए. नीतीश कुमार सकरा के चंदनपट्टी में जदयू प्रत्याशी अशोक कुमार चौधरी के पक्ष में वोट देने की अपील की. 

Advertisement

देखें: आजतक LIVE TV

आपको बता दें कि रविवार को भी मुजफ्फरपुर में ही जनसभा को संबोधित करने पहुंचे नीतीश कुमार की रैली में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब कुछ युवकों ने नारेबाजी शुरू कर दी. जनसभा के बीच बैठे इन युवकों ने नीतीश कुमार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए. इस दौरान सुरक्षाकर्मी चौकन्ने हो गए और इन लड़कों को रैली से बाहर निकालने लगे. इस पर भड़के सीएम नीतीश ने मंच से कहा कि जिसकी जिंदाबाद कर रहे हो, उसे सुनने जाओ. 

(इनपुट- रितेश अनुपम)

Advertisement
Advertisement